-अनिल बेदाग-
एक युद्ध क्षेत्र में प्रवेश करने वाली भारत की पहली महिला वायुसेना अधिकारी गुंजन सक्सेना की कहानी नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी। फिल्म गुंजन सक्सेना द कारगिल गर्ल में जान्हवी कपूर मुख्य भूमिका में हैं।
गुंजन और जान्हवी एक इंटरव्यू के लिए एक साथ आये थे जहां उन्होंने फिल्म से अपने अविश्वसनीय सफर और जान्हवी ने इस फ़िल्म से क्या क्या सीख़ ली है उसके बारे में बताया ।
गुंजन सक़्सेना ने वर्दी में एक महिला को सबसे मुश्किल चीज़ों का सामना करने के बारे में साझा करते हुए कहा कि तब बुनियादी ढांचे की बाधाओं के अलावा कोई अलग वॉशरूम या चेंजिंग रूम नहीं था, जिसपे धीरे धीरे ध्यान दिया गया। सबसे मुश्किल बात लोगों के मानसिक अवरोध को तोड़ने की थीं , जिससे वे एक महिला को ओफिसर के रूप में स्वीकार करें। महिलाओ को सिर्फ़ अधिकारी के रूप में स्वीकार किया जाये , एक महिला अधिकारी के रूप में नहीं । मुझे लगता है कि यह भी सबसे चुनौतीपूर्ण और रोमांचक हिस्सा था (मुस्कान के साथ)।
फिल्म से अपने टेकअवे और गुंजन से सीखने के बारे में बात करते हुए जान्हवी ने कहा, यह सब अपने काम के प्रति आपने जो लगन और कड़ी मेहनत की है, वह दिखती हैं। आपका दृष्टिकोण बहुत सरल था, अगर तुम कड़ी मेहनत करते रहो, तो आपको जो चाहिए वह मिल ही जाएगा। जान्हवी ने कहा कि जैसे गुंजन सक्सेना ने समाज के निर्माण या लैंगिक पूर्वाग्रह या किसी भी चीज की दिमाग में बाधा नहीं बनने दीं, या फिर उसने कभी खुद को प्रताड़ित भी नहीं किया, बल्कि इसके बजाय सिर्फ अपने काम पर ध्यान केंद्रित कर कड़ी मेहनत से समाज को अपनी योग्यता मानने पर मजबूर कर दिया , जो मुझे सबसे ज्यादा प्रेरित करती है।
मुझे अपने विशेषाधिकार के बारे में पता है। मैं अक्सर इस बारे में गिल्टी महसूस करती हूँ। लेकिन अगर मैं कुछ अच्छा कर सकती हूँ तो वह है कठिन और ईमानदारी से अपना काम करके मैं अपनी जगह कमा सकती हूँ।