झाँसी।कोरोना दिन पर दिन बेकाबू होता जा रहा है। हर रोज नए मरीज आंकड़े बडा रहे हैं, अब तक कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1200 के पार पहुंच गया है जबकि बीमारी से अब तक कुल 49 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बावजूद लोग सुधर नहीं रहे हैं। मगर इस बात से भी इनकार नहीं जा सकता है कि स्वास्थ विभाग भी अपनी लापरवाही मे कोई कमी नही छोड रहा। जहां एक ओर जिलाधिकारी सड़कों पर आकर लोगों को नियमो का पाठ पढ़ा रहे हैं तो वही झाँसी का स्वास्थ विभाग मुख्यमंत्री की कोरोना रोकथाम योजना की धज्जियां उड़ा रहा हैं। आलम यह है स्वास्थ्य विभाग के कुछ लोग उन इलाको को संक्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं जो इलाके अभी बचे हुए है स्वास्थ विभाग के लोग उन इलाकों में संक्रमित लोगों को बुलाकर संक्रमित करने का प्रयास कर रहे है, ताजा मामला झांसी के झोकन बाग नारायणदास धर्मशाला के सरकारी स्वास्थ केंद्र का है सेंटर इलाके की घनी बस्ती में होने के कारण यहां लोगों का आवागमन काफी ज्यादा रहता है, मगर अचानक इलाके के लोग उस वक्त भयभीत हो गए जब एक डॉक्टर अपनी टीम के साथ वहां आ धमकी और संक्रमित लोगों को उस सेंटर बुलाकर उनका वहां कोविड-19 टेस्ट करवाने लगी क्षेत्र के लोगों को जब इस बात का पता चला तो आसपास रहने वाले लोगों ने इसका खासा विरोध किया यहां तक की वार्ड के पार्षद ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की, संक्रमित लोगों को वहां बुलाकर टेस्ट कराने की लिस्ट लेकर आई डॉ कमलेश शिवहरे से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सीएमओ ऑफिस से लिस्ट दी गई है मगर वह यह नहीं बता पाई कि उन्हें इस सेंटर में टेस्ट करने के लिए किसने कहा और इसके बाद इस सेंटर का और इलाके का सैनिटाइजेशन कौन कराएगा जिस पर उन्होंने चुप्पी साध ली इसी बात का विरोध क्षेत्र के लोग कर रहे थे कई लोगों का कहना था कि यह इलाका हमारा कोरोना संक्रमण से बचा हुआ है मगर सेंटर पर जानबूझकर संक्रमित लोगों को बुलाकर उनका टेस्ट करना हमारे क्षेत्र को संक्रमित करना है जो एक अपराध के बराबर है जब इस बारे में लोगों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को फोन किया तो उनका फोन नहीं उठा फोन ना उठाना मुख्य चिकित्सा अधिकारी झांसी की पहचान बन चुका है इससे पहले भी जिले के विधायकों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ शिकायत की हैं मगर कुछ नहीं हुआ, अब ऐसे में नगर को संक्रमण से बचाने की कोशिश कैसे कारगर होगी जब स्वास्थ्य विभाग ही लापरवाही करने पर आमादा हो जाए। हालांकि इन्हीं लापरवाही के चलते जिले के कई चिकित्सक संक्रमित हो चुके हैं।वही अब तो चिकित्सकों को डोर टू डोर सर्वे के लिए लिखित आदेश दिया गया है, वो भी चिकित्सक बिना सैनिटाइजर मास्क और ग्लब्स के डोर टू डोर सर्वे करेंगे क्योंकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के पास इन्हें देने के लिए ना तो सैनिटाइजर और ना ही ग्लव्स और मास्क अब ऐसे चिकित्सक या स्वयं संक्रमित होंगे या डोर टू डोर जाकर लोगों को संक्रमित करेंगे। स्वास्थ विभाग कागजो में भले ही स्वास्थ दिखे मगर हकीकत कुछ और है।
केंद्र व प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप झाँसी कैसे होगा कोरोना मुक्त? जिले के हालात राम भरोसे हैं इन्ही हालात को देखते हुए प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने अपने झांसी दौरे के दौरान कहा था कि झांसी में सुधार की आवश्यकता है