मुंबई : आमतौर पर कपड़ें फैशन से जुड़े होते हैं, लेकिन आज जब पूरी दुनिया कोविड-19 के प्रकोप से लड़ रही है तब हमारी रोजाना जिंदगी में एंटीवायरल कपड़ों की तत्काल आवश्यकता है। कपड़ा बनाने से लेकर कपड़ों की रिटेल बिक्री तक सभी क्षेत्रों में भारत के अग्रणी उद्यम समूह अरविंद लिमिटेड ने अपने “इंटेलीफैब्रिक्स” ब्रांड के तहत देश में पहली बार लायी जा रही एंटी-वायरल टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी की घोषणा की है। वायरस नाशक क्रांतिकारी तकनीक को भारत में लाने के लिए अरविंद ने अग्रणी स्विस टेक्सटाइल इनोवेशन कंपनी हैक मैटेरियल्स एजी और ताइवान की अग्रणी स्पेशलिटी केमिकल कंपनी मेसर्स जिन्टेक्स कॉर्पोरेशन के साथ सहयोग किया है।
अनुसंधान से पता चला है कि वायरस और बैक्टीरिया कपडे की सतह पर दो दिनों तक सक्रिय रह सकते हैं। हैक वायरोब्लॉक प्रक्रिया किए हुए कपड़ों के संपर्क में आते ही वायरस को नष्ट किया जाता है, इससे कपड़ों के जरिए रोगाणुओं का फैलाव होने की संभावना कम से कम करने में मदद मिलती है।
“इंटेलीफैब्रिक्स” ब्रांड के तहत एंटी-वायरल कपड़ों की घोषणा करते हुए अरविंद लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक श्री. कुलीन लालभाई ने बताया, “कोविड-19 ने दुनिया भर में अस्थिरता फैलाई है। ऐसे समय में हमारे ग्राहक सुरक्षित रहे इसके लिए हम प्रतिबद्ध हैं और इसीलिए वायरोब्लॉक यह क्रांतिकारी तकनीक भारत में लाने के लिए हैक के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत काम करने के लिए हम उत्सुक हैं और जल्द ही भारतीय बाजारों में हम ऐसे कपड़ें लाएंगे जो रोगाणु से सबसे अच्छी सुरक्षा प्रदान करेंगे, साथ ही फैशनेबल भी होंगे।”