प्रदेश से विभिन्न राज्यों को जाने वाले कामगारों,श्रमिकों के लिए भी भोजन-पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।


प्रदेश के 75 जनपदों में 2900 कोरोना के मामले एक्टिव हैं-अमित मोहन प्रसाद

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश के सभी निराश्रित लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जिस निराश्रित व्यक्ति के पास राशन कार्ड न हों, अथवा राशन कार्ड बनने में देरी हो रही है, तो ऐसे व्यक्तियों के खाते में एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता ग्राम पंचायत द्वारा उपलब्ध करायी जाए। इसके लिए ग्राम प्रधानों को पंचायतीराज विभाग द्वारा धनराशि दी गयी है। हर हाल में यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश में कोई व्यक्ति भूखा न रहे। उन्होंने कहा है कि किसी निराश्रित व्यक्ति के गम्भीर रूप से बीमार होने की दशा में, यदि उसके पास आयुष्मान भारत योजना अथवा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का कार्ड नहीं है, तो उसे तात्कालिक मदद के तौर पर 02 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए। ऐसे निराश्रितों के समुचित उपचार की व्यवस्था भी की जाए। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि किसी निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु होने पर उसके परिवार को अन्तिम संस्कार के लिए 05 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के बाॅर्डर क्षेत्रों में कामगारों/श्रमिकों के लिए भोजन एवं पेयजल की व्यवस्था प्रभावी रूप से संचालित होती रहे। उन्होंने कहा है कि इसी प्रकार प्रदेश से विभिन्न राज्यों को जाने वाले कामगारों/श्रमिकों के लिए भी भोजन-पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। प्रदेश आने वाले कामगारों/श्रमिकों को क्वारंटीन सेन्टर ले जाया जाए। वहां मेडिकल स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए कामगारों/श्रमिकों को राशन किट उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए तथा अस्वस्थ लोगों के उपचार की व्यवस्था की जाए। होम क्वारंटीन के दौरान कामगारों/श्रमिकों को एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता भी प्रदान किया जाए। उन्होंने क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन व्यवस्था को प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि निगरानी समितियांे के सक्रिय रहने से संक्रमण को रोकने में मदद मिल रही है, इसलिए निगरानी समितियों के सदस्यों से नियमित संवाद कायम रखते हुए इनके द्वारा किए जा रहे सर्विलांस कार्य का फीडबैक प्राप्त किया जाए। लाॅकडाउन को सफल बनाए रखने के लिए पुलिस द्वारा लगातार पेट्रोलिंग की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए। उन्होंने सप्लाई चेन व्यवस्था के सुचारु संचालन के निर्देश भी दिए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि समस्त जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी नियमित तौर पर निरीक्षण करते हुए यह सुनिश्चित करें कि सभी कोविड अस्पताल सुचारु रूप से संचालित हों। अन्य गम्भीर रोगों के उपचार के लिए नाॅन कोविड अस्पताल में भी इलाज के प्रबन्ध किए जाएं। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोरोना पाॅजिटिव व्यक्ति हर हाल में क्वारंटीन सेन्टर अथवा कोविड अस्पताल में ही रहे। टेस्टिंग क्षमता में सतत् वृद्धि का कार्य जारी रखा जाए। उन्होंने कहा कि अगले 2-3 दिन में टेस्टिंग क्षमता बढ़कर 10 हजार हो जाएगी। उन्होंने कहा है कि 01 जून, 2020 से खाद्यान्न वितरण अभियान का अगला चरण प्रारम्भ हो रहा है, इसके लिए सभी व्यवस्थाएं समय से पूरी कर ली जाएं। खाद्यान्न वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन कराया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि घटतौली अथवा किसी अन्य प्रकार की अव्यवस्था न होने पाए। गौ-आश्रय स्थलों के लिए अब तक 3,133 भूसा बैंक की स्थापना का संज्ञान लेते हुए भूसा बैंक के स्थापना कार्य को और तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि आकाशीय बिजली की घटनाओं से होने वाली जनहानि को रोकने के लिए तकनीक का उपयोग किया जाए। खराब मौसम का पूर्वानुमान होने पर समय से एलर्ट जारी करने से जनहानि को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि टिड्डी दल से बचने के लिए कृषि विभाग द्वारा कीटनाशक की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कीटनाशक रासायनों के नियमित छिड़काव की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि बरसात के मौसम से पूर्व तालाबों से मिट्टी की खुदाई का कार्य कराया जाए। इस कार्य में मनरेगा श्रमिकों का उपयोग किया जाए। साथ ही, तालाबों से निकली मिट्टी, माटी कला बोर्ड से समन्वय करते हुए, कुम्हारों को निःशुल्क उपलब्ध कराई जाए। इससे जहां एक ओर तालाबों की जल संचयन क्षमता बढ़ेगी, वहीं दूसरी ओर मनरेगा श्रमिकों को रोजगार भी मिलेगा। साथ ही, कुम्हारों को निःशुल्क मिट्टी मिलने से उन्हें अपने उत्पाद की लागत कम करने का मौका प्राप्त होगा। उन्होंने वृक्षारोपण अभियान प्रारम्भ करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि इस अभियान में रोपित होने वाले पौधों के लिए गड्ढे खोदने का कार्य मनरेगा श्रमिकों से कराया जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि देश में सबसे अधिक कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं। प्रदेश में अब तक 1606 टेªन के माध्यम से लगभग 21.87 लाख से अधिक कामगार एवं श्रमिक को लाये जाने की व्यवस्था की गई है, इनमें से अब तक 1550 टेªन से 21 लाख से अधिक लोगों को प्रदेश में लाया जा चुका है। इसके साथ ही 66 टेªन को और सहमति प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि अब तक बसों के माध्यम से 3.50 लाख से अधिक लोगों को उनके गृह जनपद पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि टेªन एवं बसों के माध्यम से अब तक 24.31 लाख से अधिक लोगों को उनके गृह जनपद में सकुशल पहंुचाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जनपद झांसी से पूर्वी उ0प्र0 व बिहार राज्य के लिए 02 ट्रेन प्रतिदिन चलायी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में अब तक 257 ट्रेन से 3,31,462 कामगार एवं श्रमिक आये हैं। लखनऊ में 109 ट्रेन के माध्यम से 1,41,715 लोग आए हैं। वाराणसी में 111, आगरा में 10, कानपुर में 17, जौनपुर में 125, बरेली में 12, बलिया में 69, प्रयागराज में 63, रायबरेली में 22, प्रतापगढ़ में 74, अमेठी में 17, मऊ में 47, अयोध्या में 36, गोण्डा में 69, उन्नाव में 28, बस्ती में 85 टेªन जबकि आजमगढ़ में 39, कन्नौज में 03, गाजीपुर में 32, बांदा में 21, सुल्तानपुर में 24, बाराबंकी में 12, सोनभद्र में 04, अम्बेडकरनगर में 24, हरदोई में 20, सीतापुर में 13, फतेहपुर में 09, फर्रूखाबाद में 02, कासगंज में 09, चंदौली में 15, इटावा मेें 01, मानिकपुर (चित्रकूट) में 01, एटा में 01, जालौन में 02, रामपुर में 01, शाहजहांपुर में 01, अलीगढ़ में 06, भदोही में 04, मिर्जापुर में 11, देवरिया में 99, सहारनपुर में 04, चित्रकूट में 03, बलरामपुर में 19, मुजफ्फरनगर में 01, झांसी में 05, पीलीभीत में 01, महाराजगंज में 01 एवं कौशांबी में 01 ट्रेन आ चुकी हैं। श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, कुशीनगर, हमीरपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी में भी टेªन आ रही हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 520 ट्रेन से 7,60,889 लोग, महाराष्ट्र से 398 ट्रेन से 5,43,349 लोग, पंजाब से 233 ट्रेन से 2,74,147 कामगारों/श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। इसके साथ ही तेलंगाना से 23, कर्नाटक से 53, केरल से 11, आन्ध्र प्रदेश से 11, तमिलनाडु से 35, मध्य प्रदेश से 02, राजस्थान से 36, गोवा से 19, छत्तीसगढ़ से 01, पश्चिम बंगाल से 01, उड़ीसा से 01 ट्रेन, असम से 01 ट्रेन, त्रिपुरा से 01 ट्रेन, हिमाचल प्रदेश से 04 ट्रेन, उत्तराखण्ड से 03, जम्मू-कश्मीर से 02 तथा उत्तर प्रदेश से 86 ट्रेन के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कामगारों/श्रमिकों को पहुंचाया गया है।

प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के 75 जनपदों में 2900 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 4462 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना से उपचारित मरीजों की दर 59 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि कल 8659 सैम्पल टेस्ट किये गये। कल 722 पूल टेस्ट किये गये, जिसमें से 667 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 55 पूल 10-10 सैम्पल के थे। उन्होंने बताया कि 12 आॅटोमेटिक आर0एन0ए0 एक्स्ट्रैक्टर आ गये हैं, जिससे टेस्टिंग कैपेसिटी में सुधार होगा। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु अलर्ट जनरेट होने पर लोगों को कन्ट्रोल रूम से काॅल किया जा रहा है। अब तक कुल 44,079 लोगों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गयी है। उन्होंने बताया कि डबल स्लाॅट की 20 ट्रूनेट मशीन आ गई हैं जिन्हे 20 जनपदों में भेजा जा रहा है। अगले 3-4 दिन में शेष जनपदों हेतु 55 ट्रूनेट मशीन और आ जाएंगी। इस प्रकार समस्त जनपदों में ट्रूनेट मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित करा दी जाएगी।
श्री प्रसाद ने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा कामगारों/श्रमिकों के घर पर जाकर सम्पर्क कर उनके लक्षणों का परीक्षण कर रही हैं, जिसके आधार पर आवश्यकतानुसार कामगारों/श्रमिकों का सैम्पल इकट्ठा कर जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 11,11,869 कामगारों/श्रमिकों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया, इनमें 1022 लोगों में कोरोना जैसेे लक्षण पाये गये। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 13,223 क्षेत्रों में 98,247 सर्विलांस टीम द्वारा 76,80,272 घरों के 3,87,14,819 लोगों का सर्वेक्षण किया गया।-

Translate »