कोरोना महामारी से संक्रमित लोगों के भ्रामक आंकड़े और सामाजिक वैमनस्य फैलाने की साजिश रच रही है सरकार:पीएल पुनिया

*प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के साथ हो रहा है अन्याय: पीएल पुनिया

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*भ्रामक आंकड़े के जरिये दलितों-पिछड़ों के खिलाफ माहौल बना रहे हैं योगी आदित्यनाथ:पुनिया*

*दलित-पिछड़ा विरोधी मानसिकता से काम कर रही है भाजपा सरकार:पीएल पुनिया*

*मुख्यमंत्री के बयान से भ्रम की स्थिति, सरकार स्पष्ट करे अपना पक्ष:आराधना मिश्रा*

*सरकार बताए क्या है कोरोना से बचने की तैयारी:आराधना मिश्रा*

*कोरोना महामारी से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग की जरूरत: डॉक्टर जिया राम वर्मा*

लखनऊ, । उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने योगी आदित्यनाथ की सरकार के ऊपर कोरोना जैसे महामारी से संक्रमित लोगों के भ्रामक आंकड़े और सामाजिक वैमनस्य फैलाने के खिलाफ प्रेस वार्ता आयोजित किया।

प्रेस कांफ्रेंस को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ प्रभारी श्री पीएल पुनिया और उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधायक दल नेता श्रीमती आराधना मिश्रा मोना ने संबोधित किया।

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए श्रीपीएल पुनिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू को गरीब श्रमिकों की सेवा करने की सजा मिल रही है। उनसे किसी को मिलने नहीं दिया जा रहा है। योगी सरकार हमारे नेता के साथ अन्याय कर रहीं यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

श्री पुनिया ने कहा कि पिछले दिन योगी आदित्यनाथ ने एक समाचार एजेंसी से बातचीत करते हुए इस गंभीर महामारी से संक्रमित लोगों के विषय में भ्रामक और सामाजिक वैमनस्यता फैलाने जैसा बयान दिया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने अपने बयान में कहा है कि महाराष्ट्र से आने वाले, दिल्ली से आने वाले कामगार कोरोना से ज्यादातर संक्रमित हैं।

कांग्रेस वरिष्ठ नेता श्री पुनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री के इस बयान से सामाजिक वैमनस्यता फैलेगी क्योंकि जो लोग बाहर से आये हैं। जो मजदूर और प्रवासी लोग हैं उनमें से ज्यादा लोग दलित और पिछड़े समाज से आते हैं। मुख्यमंत्री के इस बयान से लोगों के बीच यह संदेश गया है कि जो लोग बाहर से आये हैं वही बीमारी लेकर आएं हैं। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार दलितों-पिछड़ों के खिलाफ साजिश रच रही है।

कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के इस बयान से भ्रम की स्थिति बन गयी है। उत्तर प्रदेश सरकार के आंकड़ों के अनुसार लगभग 25 लाख लोग यूपी वापस आ चुके हैं। मुख्यमंत्रीजी के बयान के आधार पर इनमें से महाराष्ट्र से लौटे हुए 75%, दिल्ली से लौटे हुए 50% और अन्य प्रदेशों से लौटे 25% लोग कोरोना से संक्रमित हैं यानि कि सूबे में 10 लाख से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हैं? मगर उनकी सरकार के आँकड़े तो संक्रमण की संख्या 6228 बता रहे हैं। मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि उनके द्वारा बताये गए आंकड़े का आधार क्या है?

आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के बयान में सच्चाई है तो सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ टेस्टिंग, संक्रमण के डेटा और अन्य तैयारियों को जनता से अवगत कराएं और यह भी बताए कि संक्रमण पर क़ाबू पाने की क्या तैयारी है?

उत्तर प्रदेश चिकित्सा प्रकोष्ठ के जियाराम बर्मा ने कहा कि सरकार को कोरोना महामारी से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा तादात में टेस्टिंग की जरूरत है। साथ ही साथ व्यापक तौर पर एक स्वास्थ्य अभियान चलाने की जरूरत है जिससे लोगों को जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों के लिए तैयार किये गए सेंटरों की हालत गंभीर रूप से खराब है।

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