सर्जरी के कार्य भी सरकारी एवं निजी चिकित्सालयों में प्रारम्भ-अमित मोहन प्रसाद
संजय द्विवेदी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि राज्य सरकार के प्रयासों से अब तक 23 लाख कामगारों/श्रमिकों को प्रदेश वापस लाया गया है। राज्य सरकार इन सभी की सुरक्षित व सम्मानजनक वापसी के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने कहा है कि राज्य वापस आने वाले सभी श्रमिकों व कामगारों की स्क्रीनिंग कर उन्हें आवश्यकतानुसार क्वारंटीन सेन्टर अथवा होम क्वारंटीन पर भेजा जाए। होम क्वारंटीन जाने वाले श्रमिकों/कामगारों को खाद्यान्न किट अवश्य दी जाए तथा इनके राशन कार्ड भी बनाए जाएं। साथ ही, इन्हें होम क्वारंटीन के दौरान ही 1,000 रुपए का भरण-पोषण भत्ता भी उपलब्ध करा दिया जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कामगारों/श्रमिकों को सेवायोजित करने के लिए एक माइगे्रशन कमीशन गठित करने की रूपरेखा प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गये हैं। इसके तहत इन कामगारों/श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराकर इन्हें सामाजिक सुरक्षा की गारन्टी दी जाएगी। इसके तहत कामगारों/श्रमिकों की स्किल मैपिंग की जाए और उनका सारा ब्योरा इकट्ठा किया जाए। तत्पश्चात उन्हें रोजगार मुहैया कराकर मानदेय दिया जाए। कृषि विभाग तथा दुग्ध समितियों इत्यादि में इन्हें बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है। उन्होंने कामगारों/श्रमिकों को राज्य स्तर पर बीमे का लाभ देने की व्यवस्था करने के निर्देश देते हुए कहा है कि इससे इनका जीवन सुरक्षित हो सकेगा। ऐसी कार्य योजना तैयार की जाए, जिससे कामगारों/श्रमिकों को जाॅब सिक्योरिटी मिल सके। उन्होंने बताया कि खनन सामग्री का दाम न बढ़ने पाए इसकी नियमित समीक्षा की जाए जिससे सस्ते दरों पर निर्माण कार्य हेतु सामग्री मिले।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज के तहत आवास निर्माण के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस पैकेज में किराए का मकान देने की योजना को भी शामिल करने के लिए कहा। आवास योजना के तहत किराए पर मकान उपलब्ध कराने की व्यवस्था से जरूरतमंदों को कम किराए पर आवास उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने कहा है कि पी0एम0 आर्थिक पैकेज के तहत उत्तर प्रदेश को पूरा लाभ मिले, इसके लिए कार्य योजना बना ली जाए। मुख्यमंत्री जी ने लाॅकडाउन को सख्ती से लागू करने के निर्देश देते हुए कहा है कि पुलिस व प्रशासन के अधिकारी नियमित रूप से फुट पेट्रोलिंग करें और कहीं भी भीड़ एकत्रित न होने देें। पी0आर0वी0 112 की वैन लगातार पेट्रोलिंग करती रहें। उन्होंने सभी मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों को क्वारंटीन सेन्टर, कम्युनिटी किचन, कोविड अस्पतालों इत्यादि का नियमित रूप से निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि सभी सार्वजनिक स्थलों, मार्गों/एक्सप्रेस-वे पर चलने वाले कामगारों/श्रमिकों, जरूरतमंदों इत्यादि को फूड पैकेट बाटे जाएं, ताकि कोई भी भूखा न रहे। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों की निगरानी के लिए गठित की गई निगरानी समितियां पूरी सक्रियता से अपने दायित्वों का निर्वहन करें। चिन्हित कन्टेनमेन्ट जोनों में डोर स्टेप डिलीवरी प्रभावी रूप से सुनिश्चित की जाए। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हर हाल में हो। उन्होंने टिड्डी दल से फसलों को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि गर्मी के मौसम के मद्देनजर बुन्देलखण्ड में पेयजल की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। वहां किसी भी हाल में पानी की कमी न होने पाए। मुुख्यमंत्री जी ने अपर मुख्य सचिव राजस्व को निर्देश दिए हैं कि वे यह सुनिश्चित करें कि विशेष सचिव स्तर के जो अधिकारी शासन द्वारा जनपदों में भेजे गए हैं, वे नियमित रूप से कम्युनिटी किचन और क्वारंटीन सेन्टर का निरीक्षण करें। साथ ही, मजदूरों को राशन किट अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जाए और इनके बैंक खाते खोलने की भी व्यवस्था की जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि पुलिस और प्रशासन आपस में अच्छा समन्वय स्थापित करें, तभी लाॅकडाउन सफल हो सकेगा। उन्होंने मास्क न पहनने वालों का चालान करने के निर्देश देते हुए कहा है कि ऐसे लोगों को आजीविका मिशन के तहत निर्मित मास्क उपलब्ध कराए जाएं। मार्ग दुर्घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि प्रदेश के एम0एस0एम0ई0 सेक्टर में भी रोजगार की असीम सम्भावनाएं मौजूद हैं। इसके लिए उत्तर प्रदेश के उद्यमियों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कोरोना से जंग के मद्देनजर प्रदेश में मानक के अनुरूप पी0पी0ई0 किट्स, एन-95 मास्क, थ्री लेयर मास्क व अन्य उपकरणों का निर्माण एम0एस0एम0ई0 के माध्यम से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि सभी अस्पतालों में मौजूद वेण्टीलेटर फंक्शनल होने चाहिए। सभी जगह एनस्थीसियोलाॅजिस्ट की नियमित तैनाती सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से ‘ट्रू नेट’ मशीनें मगांकर उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने टेस्टिंग क्षमता 10 हजार तक बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी क्वारंटीन सेन्टरों पर पल्स आॅक्सीमीटर्स की उपलब्धता सुनश्चिित करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा तथा प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को सभी सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं शुरू करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कल ईद के मद्देनजर पुलिस व प्रशासन संयुक्तरूप से पेट्रोलिंग करें। कोरोना संक्रमण के कारण ईद पर कोई समारोह आयोजित न किया जाए। उन्होंने ईद की बधाई देते हुए अपील की है कि सभी मुस्लिम भाई स्वयं को इस संक्रमण से बचाते हुए घर पर ही ईद मनाएं।
श्री अवस्थी ने बताया कि देश में सबसे अधिक कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं, जो कि एक रिकार्ड है। प्रदेश में अब तक 1321 टेन के माध्यम से लगभग 18.15 लाख से अधिक कामगार एवं श्रमिक को लाये जाने की व्यवस्था की गई है, इनमें से अब तक 1113 टेन से 14.88 लाख लोगों को प्रदेश में लाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि अगले 24 घंटे में 103 टेन और प्रदेश में आ जायेगी। सभी जनपदों के जिलाधिकारी द्वारा सम्बंधित जनपदों में टेन से आ रहे कामगारों,श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कराकर उनको उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में अब तक 173 टेन से 2,14,425 कामगार एवं श्रमिक आये हैं। लखनऊ में 77 टेन के माध्यम से 98,401 लोग आए हैं। वाराणसी में 73, आगरा में 10, कानपुर में 16, जौनपुर में 80, बरेली में 11, बलिया में 51, प्रयागराज में 49, रायबरेली में 17, प्रतापगढ़ में 54, अमेठी में 13, मऊ में 34, अयोध्या में 31, गोण्डा में 58, उन्नाव में 27, बस्ती में 53 टेªन जबकि आजमगढ़ में 29, कन्नौज में 03, गाजीपुर में 20, बांदा में 16, सुल्तानपुर में 22, बाराबंकी में 12, सोनभद्र में 02, अम्बेडकरनगर में 20, हरदोई में 15, सीतापुर में 08, फतेहपुर में 08, फर्रूखाबाद में 01, कासगंज में 08, चंदौली में 12, मानिकपुर (चित्रकूट) में 01, एटा में 01, जालौन में 02, रामपुर में 01, शाहजहांपुर में 01, अलीगढ़ में 06, मिर्जापुर में 06, देवरिया में 61, सहारनपुर में 02, चित्रकूट में 02, बलरामपुर में 14, झांसी में 04, पीलीभीत में 01 टेन आ चुकी हैं। कौशांबी, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, इटावा, कुशीनगर, हमीरपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी में भी टेन आ रही हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 421 ट्रेन से 6,03,338 लोग, महाराष्ट्र से 235 टेन से 3,09,128 लोग, पंजाब से 186 टेन से 2,12,949 कामगारों/श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। इसके साथ ही तेलंगाना से 18, कर्नाटक से 38, केरल से 09, आन्ध्र प्रदेश से 04, तमिलनाडु से 16, मध्य प्रदेश से 02, राजस्थान से 31, गोवा से 10, दिल्ली से 68, छत्तीसगढ़ से 01, पश्चिम बंगाल से 01, उड़ीसा से 01 टेन, असम से 01 टेन, त्रिपुरा से 01 टेन, हरियाणा से 01 टेन तथा उत्तर प्रदेश से 59 टेªन के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कामगारों,श्रमिकों को पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं उत्तराखण्ड राज्यों से परिवहन विभाग की बसों के माध्यम से कुल 2,43,918 कामगार,श्रमिकों को प्रदेश में वापस लाया गया है। इस प्रकार विभिन्न माध्यमों से लगभग 23 लाख से अधिक कामगार,श्रमिक अब तक प्रदेश में आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कहीं भी, किसी भी जनपद में कोई पैदल यात्रा न करे। कामगार/श्रमिक स्वयं तथा अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल अथवा अवैध व असुरक्षित वाहन से घर के लिए यात्रा न करें। सरकार समस्त श्रमिकों/कामगारों के लिए सुरक्षित यात्रा हेतु पर्याप्त निःशुल्क बस एवं टेन की व्यवस्था कर रही है।
श्री अवस्थी ने बताया कि रोगियों व स्वास्थ्य कर्मियों के संक्रमण को प्रभावी रूप से रोकने हेतु कोविड चिकित्सालयों में भर्ती मरीजों के मोबाइल उपयोग के सम्बंध में चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि आइसोलेशन वार्ड में जाने से पूर्व मरीज को बताना होगा कि उसके पास मोबाइल फोन व चार्जर है, जिसे चिकित्सालय प्रबंधन द्वारा मरीज के भर्ती होने से पूर्व विसंक्रमित किया जायेगा। इसी प्रकार आइसोलेशन वार्ड से डिस्चार्ज करते समय मोबाइल फोन व चार्जर चिकित्सालय प्रबंधन द्वारा विसंक्रमित करने के उपरान्त मरीज को वापस दिया जायेगा। प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के 74 जनपदों में 2493 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 3433 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि कल 1094 पूल टेस्ट किये गये, जिसमें 172 पूल पाॅजीटिव पाये गये। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु अलर्ट जनरेट होने पर लोगों को कन्ट्रोल रूम से काॅल किया जा रहा है। अब तक कुल 32,091 लोगों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली, जिसमें से 88 लोग संक्रमित पाये गये एवं 47 लोग उपचारित हुए तथा 1099 लोग होम क्वारंटीन में हैं। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा कामगारों,श्रमिकों के घर पर जाकर सम्पर्क कर उनके लक्षणों का परीक्षण कर रही हैं, जिसके आधार पर आवश्यकतानुसार कामगारों,श्रमिकों का सैम्पल इकट्ठा कर जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 8,07,147 कामगारों/श्रमिकों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया जिसमें से 873 लोगों में कोविड-19 संक्रमण के लक्षण मिलें जिनका सैम्पल लेकर जांच हेतु भेजा गया। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जो लोग होम क्वारंटीन का उल्लंघन करते हैं तो उनको फैसलिटी क्वारंटीन में भेज दिया जायेगा। समिति को निर्देशित किया गया है कि कामगार/श्रमिक को होम क्वारंटीन का कड़ाई से पालन कराये। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 3000 से अधिक निजी चिकित्सालयों में इमरजेन्सी सेवाएं प्रारम्भ हो गई हैं। उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी चिकित्सालयों में भी सर्जरी प्रारम्भ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि 25 मई से प्रारम्भ होने वाली घरेलू उड़ानों हेतु यात्रियों के लिए गाईडलाइन जारी कर दी गई है। जारी गाइडलाइन्स के अनुसार उत्तर प्रदेश में रहने वाले लोगों को 14 दिन के लिए होम क्वारंटीन किया जायेगा जबकि जो लोग किसी कार्य से उत्तर प्रदेश आ रहे हैं, उन्हें क्वारंटीन नहीं किया जायेगा परन्तु उन्हें अपना पूरा विवरण उपलब्ध कराना होगा।