लखनऊ।प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि प्रदेश सरकार प्रवासी श्रमिकों व कामगारों की सकुशल व सुरक्षित वापसी के लिए प्रतिबद्ध है। फील्ड में तैनात अफसर अन्य राज्यों से संवाद बनाकर उत्तर प्रदेश लौट रहे श्रमिकों/कामगारों को श्रमिक एक्सप्रेस अथवा सुरक्षित वाहनों से ही भेजने की व्यवस्था करें। प्रदेश आने वाले प्रत्येक कामगार/श्रमिक को भोजन उपलब्ध कराया जाए। जगह-जगह पेयजल की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। इन्हें क्वारंटीन सेन्टर ले जाकर इनकी मेडिकल स्क्रीनिंग सुनिश्चित की जाए। प्रवासी कामगारों/श्रमिको को क्वारंटीन सेन्टर में रखने के दौरान ही उनकी स्किलिंग की जाए, ताकि होम क्वारंटीन पूरी होने के बाद प्रदेश में ही इन्हें रोजगार दिलाने के प्रयास अभी से प्रारम्भ किए जा सकें। कृषि विभाग के अधिकारी प्रदेश के विभिन्न जनपदों में स्थापित गेहूं क्रय केन्द्रों पर जाकर निरीक्षण करते हुए किसानों की उपज की खरीद में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारी पी0डी0एस0 से जुड़ी सभी कोटे की दुकानों का निरीक्षण करें और नागरिकों को राशन उपलब्ध करवाने में सहयोग करें।
प्रदेश सरकार प्रवासी श्रमिकों व कामगारों की सकुशल व सुरक्षित वापसी के लिए प्रतिबद्ध है-सीएम
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि राज्य सरकार ने प्रदेश के बाॅर्डर पर पहुंचने वाले प्रवासी श्रमिकों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था सुनिश्चित की है। उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाने की भी व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि अवैध वाहनों जैसे ट्रक, डाला, बाइक, साइकिल इत्यादि का उपयोग कर प्रवासी श्रमिक यात्रा कदापि न करें। उन्होंने कहा है कि पुलिस इसे रोके और प्रवासी श्रमिकों को इस सम्बन्ध में जागरूक भी करे, क्योंकि ऐसे साधनों से चलने पर दुर्घटना की सम्भावना रहती है। इसलिए सभी प्रवासी श्रमिक सुरक्षित साधनों जैसे बस अथवा ट्रेन से ही यात्रा करें। उन्होंने पी0आर0वी0 112 को सक्रिय करने के निर्देश दिए हैं और कहा है कि पुलिस प्रभावी पेट्रोलिंग सुनिश्चित करे। क्वारंटीन सेन्टर व कम्युनिटी किचन में साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई व्यक्ति भूखा न सोने पाए। कम्युनिटी किचन से सभी जरूरतमंदों को गर्म व ताजा भोजन उपलब्ध कराया जाए। जरूरतमंदों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। सभी कोविड अस्पतालों में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हों और इन अस्पतालों की बेड क्षमता बढ़ाकर 01 लाख बेड की जाए। श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देश के क्रम में शीघ्र ही अस्पतालों के बेड क्षमता को बढ़ाकर 01 लाख कर ली जायेगी। इस सम्बंध में कार्ययोजना बना ली गई है, जिसे आगामी 03 दिनों में स्थापित कर दिया जायेगा। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए गांवों और शहरों में गठित की गई निगरानी समितियों की बहुत बड़ी भूमिका है। इसलिए वे पूरी सक्रियता से कार्य करें। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र के सीमावर्ती जनपदों में पीने के पानी का टैंकर लगाया जाये।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि प्रदेश आने वाले प्रवासी श्रमिकों/कामगारों की स्क्रीनिंग की जाए और उन्हें क्वारंटीन किया जाए। उन्होंने प्रवासी श्रमिकों/कामगारों की टेस्टिंग को पूल टेस्टिंग के माध्यम से अविलम्ब प्रारम्भ करने तथा इस क्षमता को आगामी दो-तीन दिन में 10 हजार प्रतिदिन तक ले जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सभी जनपदों मे वेंटीलेटर, आॅक्सीजन तथा वरिष्ठ चिकित्सकों की पर्याप्त व्यवस्था हो। साथ ही, डाॅक्टरों और पैरामेडिक्स को प्रशिक्षित किया जाए। सभी कोविड तथा नाॅन कोविड अस्पतालों में पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क, सेनिटाइजर सहित अन्य चिकित्सा सुविधाएं मौजूद हों। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि लाॅकडाउन सख्ती से लागू किया जाए। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज के अनुसार कार्ययोजना बनाई जाए। प्रदेश में नया निवेश आकर्षित करने के लिए नियमों का सरलीकरण किया जाए। इसके अलावा प्रवासी श्रमिकों को वृहद स्तर पर रोजगार देने के लिए कार्य योजना बनाई जाए। उन्होंने बताया कि पटरी दुकानदारों को अगले 03 दिनों में आर्थिक पैकेज का लाभ दिया जाये। उन्होंने बताया कि एमएसएमई को 2002 करोड़ रूपए दिया गया है।
श्री अवस्थी ने बताया कि देश में सबसे अधिक प्रवासी कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं। प्रदेश में अब तक 522 टेªन के माध्यम से लगभग 6,65,369 प्रवासी कामगार एवं श्रमिक आये हैं। प्रदेश में आज अन्य प्रदेशों से कामगारों/श्रमिकों को लेकर 87 टेन और आ रही हैं। लगभग 250 और टेन की सहमति दे दी गई है। उन्होंने बताया कि कल रिकार्ड 1.50 लाख लोग प्रदेश में आये हैं इस प्रकार अब तक प्रदेश में 16.50 लाख से अधिक कामगार/श्रमिक प्रदेश में आये हैं। गोरखपुर में अब तक 79 टेªन से 92,298 कामगार एवं श्रमिक आये हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा और राजस्थान से प्रतिदिन 150 से 200 बसें चलाई जा रही हैं। लखनऊ में 45 टेªन के माध्यम से 55 हजार लोग आए हैं। वाराणसी में 27 टेªेन आ चुकी हैं। गोण्डा में 37 टेªन, उन्नाव और बस्ती में 20-20 टेन जबकि अयोध्या में 16 व आजमगढ़ में 15 टेªन आ चुकी हैं। उन्होंने बताया कि प्रवासी श्रमिकों को लाये जाने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही टेªन में श्रमिकों का किराये का खर्च प्रदेश सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि रेलवे विभाग को कल तक 06 करोड़ रू0 का भुगतान कर दिया गया है तथा 20 करोड़ रू0 और भुगतान शीघ्र कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 250 ट्रेन से 3,35,000 लोग, महाराष्ट्र से 121 टेªन से 1,50,000 लोग, पंजाब से 91 टेन से 01 लाख से अधिक लोग आ चुके हैं। तेलंगाना से 07, केरल से 06, तमिलनाडु से 05, आन्ध्र प्रदेश से 02, मध्य प्रदेश से 02, राजस्थान से 15, गोवा से 02 टेªन प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली से 11 टेªन प्रतिदिन प्रदेश के विभिन्न भागों में आयेगी। यूपीएसआरटीसी की 10 हजार बसों के माध्यम से प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को उनके गृह जनपद में भेजने की व्यवस्था की गई है। छत्तीसगढ़ राज्य से पहली टेªन प्रदेश में आई है। उन्होंने बताया कि पूर्वाेत्तर राज्यों एवं उड़ीसा से शीघ्र ही टेन चलाये जाने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन को प्राइवेट वाहनों को अधिकृत करने के निर्देश दिए गये हैं। सभी जिलाधिकारियों को 200 से अधिक ऐसे वाहनों को अधिकृत करने के निर्देश दे दिए गये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कहीं भी, किसी भी जनपद में कोई पैदल यात्रा न करे। प्रवासी कामगार/श्रमिक स्वयं तथा अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल अथवा अवैध व असुरक्षित वाहन से घर के लिए यात्रा न करें। सरकार समस्त प्रवासी श्रमिकों/कामगारों के लिए सुरक्षित यात्रा हेतु पर्याप्त बस एवं टेªन की व्यवस्था कर रही है।
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के 72 जनपदों में 1805 मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 2444 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। आरोग्य सेतु ऐप का निरन्तर उपयोग करते हुए अलर्ट जनरेट होने पर सम्बंधित को कन्ट्रोल रूम से फोन किया जा रहा है। इस प्रकार अब तक 11 हजार से अधिक लोगों से फोन काॅल कर सम्पर्क किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 78,576 सर्विलांस टीमों के माध्यम से 64,36,236 घरों में रह रहे 3,19,38,412 लोगों का सर्विलांस किया गया है। उन्होंने बताया कि होम क्वारेंटाइन किये गये प्रवासी मजदूरों एवं कामगारों के घर जाकर उनके स्वास्थ्य के बारे में आशा वर्कर्स जानकारी ले रही हैं। अभी तक 3,72,000 से अधिक लोगों के बारे में आशा वर्कर्स द्वारा जानकारी ली गई है, इनमें 414 ऐसे लोग पाये गये हैं जिनमें सांस लेने में समस्या, इन्फ्लुएन्जा आदि जैसे लक्षण मिले हैं जिन्हें उपचार के लिए हाॅस्पिटल भेजा जा रहा है।