दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते सभी देश परेशान हैं। दुनिया के अनेक देशों में रोजाना हजारों लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो रहे हैं और बड़ी संख्या में इससे मौतें हो रही हैं।कोरोना वायरस के संक्रमण निजात दिलाने के लिए वैज्ञानिक और शोधकर्ता वैक्सीन बनाने में जुटे हुये हैं।इस बीच हांगकांग यूनिवर्सिटी ने शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि आँखों के जरिये कोरोना वायरस फैलने का खतरा सबसे ज्यादा है। उनका दावा है कि सार्स की तुलना में कोरोना वायरस आँखों से 100 गुना ज्यादा संक्रमित करता है।हांगकांग यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के डॉ माइकल चान ची-वाई के नेतृत्व वाली टीम ने दुनियाभर में सबसे पहले इसके सबूत दिए हैं कि कोरोनो वायरस इंसान में दो जगह से प्रवेश कर सकता है. हांगकांग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की ये रिपोर्ट द लांस रेस्पिरेटरी मेडिसिन में पब्लिश हुई है. डॉ माइकल चान ने कहा कि हमने अपनी रिसर्च में पाया है कि कोरोना वायरस इंसान को आँख और हवा के जरिए जल्दी संक्रमित करता है. कोरोना वायरस सार्स की तुलना में संक्रमित करने में बहुत अधिक कुशल है. इसमें वायरस का स्तर लगभग 80 से 100 गुना ज्यादा है।लोगों को लगातार सलाह दी जा रही है कि वे कोरोना संक्रमण से बचने के लिए अपनी आँखों को न छुएं और नियमित रूप से हाथ धोयें. यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पहले पाया था कि कोरोना वायरस स्टेनलेस स्टील की सतह और प्लास्टिक पर सात दिनों तक जीवित रह सकता है. डॉ चान ने कहा कि कोरेाना वायरस का संक्रण हांगकांग में अब स्थिर हो रहा है, लेकिन दुनिया के कई देशों में स्थिति अभी भी गंभीर है. रूस और यूरोप में अब भी हर दिन कई नए मामले सामने आते हैं. हमें अब भी बचाव की जरूरत है।साभार पलपल इंडिया।