अराजक पार्टी है सपा, अखिलेश अपनी करतूतों से डर रहे : मनीष शुक्ला

लखनऊ। यदि किसी अराजक पार्टी के मन में डर पैदा हो जाय तो निश्चय ही सुशासन कहा जा सकता है। प्रदेश का शासन भ्रष्टाचार और अपराध मुक्त हो रहा है। यह इसका संकेत है कि सपा के गुंडों के मन में डर पैदा हो गया है। ये बातें भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कही। वे गुरुवार को सीतापुर जेल में आजम खान से मिलने के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान “भाजपा डराकर राजनीति करना चाहती है।” का शुक्रवार को जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि यूपी विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। यहां सपा के काल में हुई अराजकता शून्य की ओर बढ़ रही है। आम आदमी अमन चैन की जिंदगी जी रहा है। कानून का उल्लंघन करने वाले चाहे वे जिस स्तर के हों, जेल के सलाखों के पीछे जा रहे हैं। अराजक तत्वों को पार्टी में प्रमुख स्थान देने वाले अखिलेश यादव को यह सब सहन नहीं हो पा रहा है। यही कारण है कि उनको डर लगने लगा है।
दिल्ली हिंसा पर बसपा अध्यक्ष मायावती ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि गायत्री प्रजापति भी जब जेल के सलाखों के पीछे गये थे तो इन्हें बहुत दर्द हुआ था। मुख्तार और अफजाल अंसारी को पार्टी में शामिल करने के मुद्दे पर ही अखिलेश अपने चाचा शिवपाल यादव से अलग हुए थे और लोकसभा चुनाव में अफजाल अंसारी की चुनावी सभा को संबोधित किये थे। अखिलेश यादव पहले अपनी कथनी-करनी को देखें।

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