आजमगढ़।इश्क में धोखा तो आम बात हो चुकी है लेकिन यहां मामला सिर्फ धोखा का ही नहीं बल्कि लाखों रूपये की हेराफेरी और गर्भवती प्रेमिका को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का है। प्रेमिका भी कोई आम नहीं बल्कि पुलिस की आरक्षी थी। एक अनपढ़ ने खुद को बैंक मैनेजर बताकर उसे प्रेमजाल में फंसाया फिर न केवल उससे शादी कर चार साल तक हवस शिकार बनाया बल्कि एक कार और लाखो रूपये ऐठ लिया। हद तो तब हो गयी जब उसने प्रेमिका को गर्भवती करने के बाद उसे अपनाने से इनकार कर दिया। मजबूर प्रेमिका ने खुद तो मौत को गले लगाया ही साथ ही गर्भ में पल रहा बच्चा भी असमय काल के गाल में समा गया। इसका खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने आरक्षी की मोबाईल खंगाली। आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
बता दें कि चंदौली जिले चकिया थाना क्षेत्र के शाहमदपुर गांव निवासी पूजा सिंह 2018 बैच की महिला आरक्षी थी। वह फरवरी 2019 से फूलपुर कोतवाली में तैनात थी। पूजा फूलपुर कस्बा में स्थित स्टेट बैंक के पास किराए के मकान में रहती थी। पूजा का शव उसके आवास में 7 फरवरी को फंदे के सहारे लटकता पाया गया था। उस समय पूजा का मोबाइल स्वीच आफ होने के कारण पुलिस कोई सुराग नहीं जुटा पाई थी। विवेचना के दौरान जब मोबाइल का सीडीआर और चैट हिस्ट्री देखी गयी तो पुलिस का होश उड़ गया। इसके बाद पुलिस ने जब प्रेमी की कुंडली खंगाली तो सारे राज से पर्दा उठ गया।
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नागेंद्र सिंह के मुताबिक आरक्षी का प्रेमी अविनाश कुमार पुत्र लल्लन राम वाराणसी के लंका का रहने वाला था। चार साल पहले 2016 में जब पूजा वाराणसी में पढ़ती थी तब प्रेमी एक निजी बैंक के प्रबंधक का वाहन चलाता था। उसी दौरान उसने खुद को बैंक प्रबंधक बताते हुए पूजा को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया था और शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बना लिया। इसी बीच 2018 में पूजा यूपी पुलिस में भर्ती हो गयी। इस दौरान भी दोनों का संबंध बरकरार रहा। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद पूजा की तैनाती फूलपुर कोतवाली में हो गयी। उसे कोतवाली में आवास भी मिला लेकिन प्रेमी से मिलने के लिए उसने थाने के बाहर रहना मुनासिब समझा। अविनाश अक्सर उसके कमरे पर आता जाता और कई दिनों तक रहता था। इस दौरान कथित तौर पर दोनों ने शादी भी कर ली। खुद को अविनाश की पत्नी मान बैठी पूजा ने उसे लोन लेकर एक कार दिलाई। फिर पांच लाख रूपया भी दिया।
हाल में पूजा गर्भवती हो गयी जब यह जानकारी अविनाश को हुई तो वह उससे दूरी बनाने लगा। पूजा ने दबाव बनाया तो उसने परिवार के सामने उसे स्वीकार करने से मना कर दिया। मजबूर पूजा ने लोकलाज के भय से गर्भ में पल रहे बच्चे के साथ खुद को भी मिटाने का फैसला कर लिया। सात फरवरी को भी उसने अविनाश से बात की और फिर मोबाइल बंद कर मौत को गले लगा लिया। इसी के साथ इस प्रेम कहानी का अंत हो गया। पुलिस ने आरोपी पर शिकंजा कसने के लिए भूण का डीएनए टेस्ट कराया। मंगलवार को पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अब पुलिस आरोपी का डीएनए कराएगी।