2018 बैच का सिपाही था राकेश यादव हो चुका है बर्खाश्त, कई बड़े अपराधों को दे चुका है अंजाम।
आजमगढ़. एटीएम कार्ड की क्लोनिंग एवं एटीएम मशीन हैक कर बैंक खातों से पैसा निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश हो गया है। गिरोह का सरगना यूपी पुलिस का बर्खाश्त सिपाही है और कई संगीन अपराधों को अन्जाम दे चुका है। ये यूपी ही नहीं बल्कि आसपास के राज्यों में भी लोगों को अपना शिकार बनाते रहे हैं। पुलिस ने 25 हजार के ईनामी सरगना सहित चार को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास एटीएम कार्ड, क्लोनिंग उपकरण व कार आदि बरामद किया है।
प्रभारी निरीक्षक मुबारकपुर अखिलेश कुमार मिश्रा बुधवार को हमराहियों के साथ मुबारकपुर चैराहे पर चेकिंग कर रहे थे कि मुखबिर द्वारा सूचना दी गई कि एटीएम कार्ड की क्लोनिंग एवं एटीएम मशीन हैंग कर पैसा निकालने वाले साइबर अपराधी का गैंग सफेद रंग की कार से आजमगढ़ की ओर से आने वाले है। इसके बाद पुलिस सतर्क हो गयी और प्रभारी निरीक्षक मुबारकपुर द्वारा प्रभारी चैकी कस्बा मुबारकपुर एवं प्रभारी साईबर सेल को सूचना देकर बुला लिया गया। कुछ ही देर बाद सामने से एक कार आयी। पुलिस ने बैरियर लगाकर उसे रोक लिया।
कार में बैठे लोगों ने पूछताछ में अपना नाम संदीप यादव पुत्र रामसनेही यादव निवासी कन्धरापुर, थाना मधुबन जनपद-मऊ, राकेश यादव पुत्र योगेन्द्र यादव निवासी समेरुआ थाना हलधरपुर जनपद मऊ, अम्बेस कुमार पुत्र खरपत्तु कुमार निवासी कुकुड़ीपुर थाना मुबारकपुर आजमगढ़ व अमित यादव पुत्र स्व. गिरिश चन्द्र निवासी मानिकपुर थाना जीयनपुर आजमगढ़ बताया।
तलाशी के दौरान उनके पास से 01 अदद कार्ड क्लोनिंग रिडर डिवाइस, 13 अदद एटीएम कार्ड, 02 अदद ब्लैंक एटीएम कार्ड (क्लोनिंग हेतु), 04 अदद मोबाइल फोन 11500 रुपया बरामद हुआ। कडाई से पूछताछ करने पर बरामद उपकरण व पैसे के सम्बन्ध में बताया कि यह पैसा 30 दिसंबर को एक्सीस बैंक एटीएम रोडवेज के पास कस्बा मुबारकपुर के एटीएम कार्ड क्लोन करके 30,000 रूपये निकाला था। आगे भी पैसा निकालने के लिए हमने क्लोनिंग डिवाइस से उस एटीएम कार्ड का क्लोन भी तैयार कर लिया था। इसी प्रकार के फ्राड के पैसों से हमने यह कार खरीदी है।
पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि गिरफ्तार लोग अर्न्तजनपदीय अभ्यस्त शातिर अपराधी हैं जो संगठित रूप से एटीएम एवं बैंको के आस-पास सक्रिय होकर लोगों के एटीएम कार्ड की डिटेल एटीएम पिन धोखे से प्राप्त कर लैपटाप, कार्ड रिडर, राइटर डिवाइस के माध्यम से एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार करते हैं। फिर एटीएम मशान हैंग करके लोगों के बैंक खातों से पैसा निकाल लेते है। उक्त अपराधी आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, गोरखपुर, इलाहाबाद सहित रायपुर, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड राज्य में अपनी कार का नम्बर प्लेट बदलकर घटनाओं को अंजाम देते है।
इनके खिलाफ थाना कन्धरापुर, मुबारकपुर, जीयनपुर व थाना कोतवाली, हलधरपुर जनपद- मऊ व थाना गोरखनाथ, जनपद गोरखपुर मे अभियोग पंजीकृत है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि राकेश यादव राकेश यादव वर्ष 2018 बैच का सिपाही था। उसे बर्खाश्त किया जा चुका है। यह लूट के मामले में जेल जा चुका है लेकिन मुख्य रूप से एटीएम की क्लोनिंग कर आनलाइन फ्राड करते हैं। राकेश को ही गैंग का सरगना बताया जा रहा है। उसपर 25 हजार का ईनाम घोषित था। उसपर अब गैंगेस्टर और गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है।