…तो दिल्ली चुनाव में हार की कीमत है रसोई गैस के दाम में वृद्धि
– बनारस में महिलाओं ने नगर निगम की कूड़ा गाड़ियो में डाला सिलेंडर
-कहा, घरेलू बजट गड़बड़ा गया
-लोग ठगा महसूस कर रहे
संजय सिंह
वाराणसी।दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार की कीमत है रसोई गैस सिलेंडर के दाम में वृद्धि। ऐसा कहना है पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र के लोगों का। रसोई गैस सिलेंडर के दाम में वृद्धि के विरोध का स्तर यह रहा कि महिलाओं ने गैस सिलेंडर को नगर निगम की कूड़ा गाड़ी में डाल दिया। कहा कि अब बहुत हो चुका, जब इसका खर्च ही नहीं उठा सकते तो सिलेंडर रख के क्या करेंगे।
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार के तुरंत बाद सरकार ने रसोई गैस सिलेंडर के दाम में 144.50 रुपये प्रति सिलेंडर की दर से मूल्य वृद्धि कर दी। ऐसे में वाराणसी में अब तक 773.50 रुपये की दर से मिलने वाले सिलेंडर की कीमत अब 918 रुपये हो जाएंगे।
*नगर निगम के कूड़ा ट्राली में सिलेंडर*
रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में वृद्धि को लेकर बनारस में काफी आक्रोश है। इसी कड़ी में सामाजिक संस्था सुबह-ए-बनारस ने गुरुवार की सुबह मैदागिन स्थित भारतेंदु पार्क में रसोई गैस सिलेंडर के साथ प्रदर्शऩ किया। संस्था के अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल ने कहा कि पहले से ही खाने पीने की चीजों में महंगाई का दंश झेल रही जनता पर जिस प्रकार से दिल्ली की चुनावी प्रक्रिया समाप्त होने के बाद केंद्र सरकार द्वारा घरेलू गैस में भारी इजाफा किया गया है। इससे आम जनता में आक्रोश की भावना उत्पन्न हो रही है। ज्ञात हो कि घरेलू गैस के मूल्य में 144 रूपया की वृद्धि कर दी गई है। जायसवाल ने कहा कि पहले तो सरकार ने लोगो से घरेलू गैस में सब्सिडी छोड़ने का आग्रह किया। केंद्र सरकार के आग्रह पर कितने लोगों ने स्वतः सब्सिडी लेना छोड़ दिया। और कितने लोगों का जबरन छुड़ा दिया गया। मगर अब वही अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। जब दिन प्रतिदिन घरेलू गैस के मूल्य में पेट्रोलियम मंत्रालय मनमानी तौर से वृद्धि करती जा रही है।
*रसोई गैस के दाम में वृद्धि का विरोध*
भारतेंदु पार्क में संस्था से जुड़े लोगों ने घरेलू गैस के मूल्य में भारी वृद्धी होने पर हाथों में तख्ती बैनर एवं सिलेंडर लेकर घरेलू गैस के मूल्य में बड़े हुए दर को वापस लेने की मांग की।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से। मुकेश जायसवाल, राजू यादव, नंदकुमार टोपी वाले, चंद शेखर चौधरी, अनिल केसरी, अशोक गुप्ता, राजेश केसरी, गोपाल जी यादव, रमाकांत जायसवाल, पंकज पाठक, डॉ मनोज यादव, सुनील अहमद खान, रामजी रस्तोगी, सहित कई लोग शामिल थे।