CAA प्रोटेस्ट को लेकर प्रियंका गांधी पीड़ित महिलाओं से मिल रही थीं, उधर मुकदमा वापसी के लिये सड़क पर उतरी उलेमा कौंसिल

संजय सिंह

मुकदमा वापस करने व गिरफ्तार लोगों की रिहाई की मांग।

आजमगढ़।कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा एक तरफ बिलरियागंज जाकर बवाल में घायल हुई महिलाओं से मुलाकात कर रही हैं तो दूसरी तरफ उलेमा कौंसिल ने इसी घटना गिरफ्तार पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना ताहिर मदनी व अन्य लोगों की रिहाई के लिए मैदान में उतर गयी है। पार्टी के लोग मेहता पार्क में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं ने नेताओं की रिहाई न होने पर जेल भरो आंदोलन की चेतावनी दी है।

बता दें कि सीएए, एनआरसी के विरोध के नाम पर पिछले दिनों बिलरियागंज के मौलाना जौहर अली पार्क जमकर उपद्रव हुआ था। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज व आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा था। इस ममाले में पुलिस ने हिंदू मुस्लिम दंगा की साजिश करने का आरोप लगाते हुए उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना ताहिर मदनी सहित 35 नामजद और सौ से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर 19 लोगों को गिरफ्तार किया था जबकि फरार चल रहे उलेमा कौंसिल के युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष नूरूल होदा, ओसामा सहित 3 लोगों पर 25-25 हजार का ईनाम घोषित किया है।

गिरफ्तारी के बाद से ही उलेमा कौंसिल सहित सभी विपक्षी दल पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए लगातार विरोध कर रहे हैं जबकि अपने नेताओं की गिरफ्तारी के बाद से उलेमा कौंसिल काफी आक्रामक रूख अख्तियार कर रही है। बुधवार को उलेमा कौसिल के लोग जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह को ज्ञापन सौंपने पहुंचे लेकिन उस समय डीएम कलेक्ट्रेट में नहीं थे। इसके बाद कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट के सामने मेहता पार्क में पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिये।

उलेमा कौंसिल के प्रवक्ता तलहा रशादी ने कहा कि हमने चार सूत्रीय मांगों को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने आये थे। इसमें बिलरियागंज ममाले में दर्ज मुकदमों फाइनल रिपोर्ट लगाई जाय। देश द्रोह के मुकदमें हटाए जाएं। जांच पूर्ण करने से पूर्व किसी की गिरफ्तारी न की जाय। तीन लोगों की गिरफ्तारी के लिए रखे गए 25 हजार के इनाम वापस लिए जाएं। जानबूझ कर पुलिस ज्यादती कर रही है, इसे रोका जाय। हम अभी शांति पूर्ण ढंग से अपनी बात रख रहे हैं। इसके बाद भी प्रशासन नहीं माना तो हम आंदोलन को तेज करेंगे और जेल भरो आंदोलन चलाएंगे।

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