डॉ प्रवीण तोगड़िया की जल्द हो सकती है घर वापसी , विहिप में चल रही तैयारी

राम मंदिर निर्माण से पहले वापसी की कवायद

प्रयागराज | विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष रहे हिंदूवादी नेता डॉ प्रवीण भाई तोगड़िया के घर वापसी के संकेत मिलने लगे है ।माना जा रहा है कि डॉ प्रवीण तोगड़िया एक बार फिर विश्व हिंदू परिषद के मंच पर विराजमान दिखेंगे। मिली जानकारी के अनुसार डॉ प्रवीण भाई तोगड़िया विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ के नेताओं के संपर्क में है। यह भी बताया जा रहा है कि राम मंदिर निर्माण से पहले प्रवीण भाई तोगड़िया अपने घर वापसी कर सकते हैं। गौरतलब है कि प्रवीण भाई तोगड़िया बीते दिनों जिले के कार्यक्रम में सम्मिलित होने पहुंचे थे। उस दौरान उनकी कई बड़े नेताओं से उनकी मुलाकात हुई थी ।

हालांकि तोगड़िया की इस मुलाकात को बेहद गुप्त रखा गया था। विश्व हिंदू परिषद के शिविर में इन दिनों तोगड़िया के वापसी की चर्चा तेज़ी से हो रही है। हर कोई एक बार फिर तोगड़िया को मंच पर देखने के लिए उत्सुक है ।हालांकि अभी इस पर कोई भी सामने बोलने को तैयार नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से डॉ प्रवीण तोगड़िया का विवाद जगजाहिर है। जिसके चलते 2011 से 2018 तक विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रहे तोगड़िया को जून 2018 में संगठन से अलग होना पड़ा था। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के नाम से अलग संगठन बना लिया। हर जिले में संगठन को खड़ा करने के लिए जी तोड़ मेहनत भी की इस दौरान अपने अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के बैनर तले डॉ तोगड़िया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा की तमाम नीतियों के खिलाफ अपनी आवाज भी उठाते रहे। लकी बीते कुछ दिनों से तोगड़िया सरकार को लेकर बेहद नरम दिख रहे।

इन दिनों तोगड़िया अलग-अलग जिलों में जाकर जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने की वकालत कर रहे हैं ।दो बच्चों से ज्यादा बच्चे पैदा करने वालों को मताधिकार से वंचित करने की मांग करते रहे हैं। माघ मेला क्षेत्र में लगे विहिप के शिविर में पिछले एक माह से तोगड़िया के वापसी की चर्चा है। बता दें कि विश्व हिंदू परिषद के माघ मेला शिविर में केंद्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे और केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी का प्रवास हो चुका है। नाम न लिखने की शर्त पर विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी का कहना है कि तोगड़िया का विश्व हिंदू परिषद से कोई विवाद नहीं रहा है। तोगड़िया ने भी कई मंचो से कहते रहे हैं कि उनका कोई विवाद विहिप से नहीं है । न ही विहिप को तोगड़िया को स्वीकार करने में कोई भी आपत्ति है। विश्व हिंदू परिषद को तोगड़िया ने अशोक सिंघल के साथ विश्व भर में राम मंदिर आंदोलन को उन्होंने बढाने में अहम् भूमिका निभाई।

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