संजय सिंह
चंदौली। शाह एजुकेशनल सेंटर रतनपुर डोमरी रोड ,चंदौली में वार्षिकोत्सव का आयोजन शनिवार को किया गया। आयोजन का विषय वसुधैव कुटुंबकम रहा जिसमें मुख्य अतिथि मंडलायुक्त वाराणसी दीपक अग्रवाल , विशिष्ट अतिथि कुलपति आदरणीय राम मोहन पाठक, प्रोफेसर विशंभर नाथ मिश्रा, प्रोफेसर आफताब अहमद अफाक़ी, प्रोफेसर मोहम्मद आरिफ अहमद, इफ़्तिख़ार अहमद जावेद रहें। कार्यक्रम के आरम्भ में मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। उसके बाद सुरह फातिहा के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आगाज किया गया। स्वागत गान, डांस ,पर्यावरण सुरक्षा ,शिव- आरती, पंजाबी लोक नृत्य, राजस्थानी लोक नृत्य, नारी सुरक्षा एकांकी, गणपति बप्पा, झांसी की रानी, गांव की पाठशाला और शिक्षा के महत्व पर नाटक करके सभी दर्शकों का मन मोह लिया। मुख्य अतिथि दीपक अग्रवाल वाराणसी मंडल आयुक्त ने अपने वक्तव्य में कहा कि सफलता और असफलता जीवन के उतार-चढ़ाव होते हैं। सफलता को सिर चढ़ने नहीं देना चाहिए और असफलता से घबराना नहीं चाहिए। वसुधैव कुटुंबकम की सोच को आगे बढ़ाने से ही नेक समाज का निर्माण हो सकता है। गुरु, गोविंद से भी बड़ा होता है अतः अपने गुरु का सम्मान ईश्वर से पहले करना चाहिए। कुलपती राम मोहन पाठक ने अपने वक्तव्य में कहा कि गंगा तट पर जलधारा के साथ-साथ ज्ञान धारा भी शुद्धता के साथ निखरता जा रहा है। गंगा धारा के साथ सरस्वती की धारा भी चल रही है। आज के दौर में नेक इंसान एक चुनौती है। इंसान पद से नहीं बल्कि एक सोच और कार्यों से बड़ा होता है। उन्होंने नजीर बनारसी को याद दिलाते हुए कहा कि “हमने तो नमाज भी पढ़ी है अक्सर गंगा तेरे पानी में वजू करके” पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की बात को भी उन्होंने रेखांकित किया कि इंसान को लक्ष्य ऊंचा रखना चाहिए। स्वाध्याय पर जोर देना चाहिए और सहजीवन पर बल देना चाहिए। और उन्होंने कहा कि 1 / 130 करोड़ का सबसे ज्यादा महत्व होता है। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य के डी त्रिपाठी एवं उपांशु सिन्हा ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रबंध निदेशक हाजी वसीम अहमद ने सभी अतथियों अभिभावकों तथा क्षेत्र के गणमान्य लोगों का स्वागत तथा धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम में मुसाहिब अली ,अमित सिन्हा, सुजीत, प्रदीप ,कफील जमील , हक ,तारिक मसूद श्रुति ,तनवीर, फरहान ,साकिब ,हरीश इत्यादि लोग मौजूद रहे।