ग्राम पंचायतों को नगर निगम में विलय करने पर ग्राम पंचायत में कार्यरत ग्राम रोजगार सेवक चिंतित।

प्रयागराज-लवकुश शर्मा

फूलपुर। जनपद प्रयागराज के ग्राम पंचायतों का नगर निगम में विलय करने के पर प्रभावित ग्राम पंचायत में कार्यरत ग्राम रोजगार सेवक की सेवाएं कहा और किस तरह से ली जायेंगी प्रशासन द्वारा स्पष्ट न करना चिंता का विषय है।

रोजगार सेवक अपने गांव का एक संघर्षशील ब्यक्ति होता है। अगर उसके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया तो इसे संगठन कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। उक्त बातें बहादुरपुर विकास खण्ड में गुरुवार को आयोजित रोजगार सेवकों की बैठक को संबोधित करते प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश पटेल ने कही।

मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल ग्राम रोजगार सेवक पंचायत मित्र वेलफेयर एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष विजय चन्द्र विश्वकर्मा ने कहा कि नगर निकायों का सीमा विस्तार हुआ है इससे हमें आपत्ति नहीं पर मनरेगा योजनान्तर्गत उक्त गांवों में कार्यरत रोजगार सेवकों के बिषय में भी अफसरों को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। बैठक की अध्यक्षता पंकज पटेल व संचालन जिला मीडिया प्रभारी हरिओम प्रकाश ने किया।

बता दें कि सरकार की ओर से नगर निगम का विस्तारीकरण किया जा रहा है। इसके तहत प्रयागराज में सैकड़ों की संख्या में ग्राम पंचायतों का नगर निगम में विलय करने का प्रस्ताव है। नगर निगम के इस विस्तारीकरण के बाद रोजगार सेवक अपने भविष्य पर संकट के अंदेशों के चलते आर पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं। बैठक में नरेंद्र कुमार, जितेंद्र कुमार, अमरेंद्र कुमार, अमरेश, पवन कुमार, अनिल कुमार, अजय साहू,अर्पणा यादव, अरविंद कुमार, ज्योति केसरवानी, लालजी, नीलम वर्मा, श्याम सिंह सहित अन्य रोजगार सेवक मौजूद रहे।

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