—अनिल बेदाग—
मुंबई : पिछले पांच सालों से प्रियंका चोपड़ा जोनस ‘ग्लोबल विकास’ की आवाज़ बनी हुई हैं। ग्लोबल सिटिज़न की ब्रांड एम्बेस्डर प्रियंका चोपड़ा हाल ही में ‘वर्ल्ड इकॉनिमिक फॉरम’ में शामिल होने पहुंची थी। इंटरनेशनल आइकॉन प्रियंका चोपड़ा ने बड़े-बड़े लीडर्स और बिज़नेस टायकून्स को इस कॉज के लिए सम्बोधित किया। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम दुनियाभर में व्यापार, राजनीति, शिक्षा और सोसाइटी से जुड़े सभी एजेंडा को बेहतरीन बनाने में मदद करती है। इस साल फॉरम की बैठक में बहुत ही बड़ी मात्रा में ग्लोबल इश्यू को सामने लाया गया था| इस मीटिंग के दौरान प्रियंका चोपड़ा जोनस ने उन मुद्दों पर प्रकाश डाला जिसपर दुनियाभर में ज़्यादा से ज़्यादा ध्यान देने की ज़रुरत है। इस दौरान प्रियंका चोपड़ा ने यूनीसेफ की एम्बेस्डर के रूप में अपना अनुभव शेयर किया और दुनियाभर के लीडर्स से अत्यधिक गरीबी, जलवायु परिवर्तन और असमानता के खिलाफ आवाज़ करने की अपील की। इस समिट में बातचीत करते हुए प्रियंका चोपड़ा ने गरीबी को जड़ से ख़त्म करने के बारे में भी बात की।
दुनियाभर में महिला सशक्तिकरण को मजबूत बनाने वाली प्रियंका ने कहा, “मैं एक ऐसी जगह पर रहना चाहती हूं, जहां महिलाओं की योग्यता और सफलता एक बेसिक मानवाधिकार होना चाहिए, न कि किसी मौके या भूगोल पर आधारित।” अंतर्राष्टीय स्तर पर प्रियंका चोपड़ा जोनस ने इस विषय पर बल दिया। साल 2016 और 2017 में प्रियंका चोपड़ा ने ग्लोबल सिटिज़न फेस्टिवल की सह-मेजबानी की थी। साल 2019 में नेशनल जियोग्राफिक में वह ग्लोबल सिटिज़न एक्टिवेट सीरीज़ में नज़र आई थीं। ग्लोबल लीडर के रूप में प्रियंका चोपड़ा जोनस यूनिसेफ और यूएन के साथ जुड़ी हुई हैं। 12 साल तक भारत में नेशनल गुडविल एम्बेस्डर के तौर पर प्रियंका चोपड़ा कार्यरत रही। उनकी खुद की चैरिटी, द प्रियंका चोपड़ा फाउंडेशन फॉर हेल्थ एंड एजुकेशन है।