लखनऊ 19 जनवरी 2020, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा. चन्द्रमोहन ने बताया कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में पुराने लखनऊ के घंटाघर में मुस्लिम महिलाओं का धरना कांग्रेस और समाजवादी पार्टी से प्रायोजित है। उन्होंने कहा कि असल में दिसंबर महीने में सीएए के विरोध में सपा और कांग्रेस से संरक्षण पाए उपद्रवियों ने हिंसक प्रदर्शन किया था। प्रदेश की भाजपा सरकार इन उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई कर रही है। उपद्रवियों की पहचान कर उनकी संपत्ति जब्त की जा रही है। इस कार्रवाई से सपा के साथ कांग्रेस भी बौखला गई है।
प्रदेश प्रवक्ता डा. चन्द्रमोहन ने कहा कि उपद्रवियों पर हो रही कार्रवाई को रोकने के लिए ही इन दोनों पार्टियों ने घंटाघर में मुस्लिम महिलाओं का प्रदर्शन प्रायोजित कराया है। प्रदेश की सम्मानित जनता इन दोनों पार्टियों की कारस्तानियों को अच्छी तरह समझ रही है। यही वजह है कि सपा और कांग्रेस से हर तरह का लालच देने के बावजूद ही चंद मुस्लिम महिलाएं ही धरने पर बैठी हैं। इन मुस्लिम महिलाओं को जनता तो दूर उनके परिवार वालों का ही समर्थन नहीं मिल रहा है। सपा, बसपा और कांग्रेस ने हमेशा से मुस्लिमों को अपनी कठपुतली बना के रखा है। ये पार्टियां जब चाहती हैं वोट के लिए मुस्लिमों को आगे कर देती हैं लेकिन उनकी बेहतरी के लिए कोई काम नहीं करतीं।
प्रदेश प्रवक्ता डा. चन्द्रमोहन ने कहा कि वहीं दूसरी ओर योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में चल रही भाजपा सरकार लगातर मुस्लिम महिलाओं की बेहतरी और उन्हें अन्याय से बचाने के लिए प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने तीन तलाक से पीड़ित मुस्लिम महिलाओं को प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना जैसी सामाजिक योजनाओं का लाभ पहुंचाने की घोषणा की है। इसके अलावा भाजपा सरकार तीन तलाक पीड़ित मुस्लिम महिलाओं को छह हजार रुपए सालाना की आर्थिक मदद भी देने जा रही है। इससे साबित होता है कि भाजपा सरकार मुस्लिम महिलाओं को बराबरी का दर्जा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। यह प्रयास आगे और प्रभावी ढंग से जारी रहेगा।