प्रयागराज-लवकुश शर्मा
हंडिया-हण्डिया थाना क्षेत्र के ढोकरी गांव में 31 दिसंबर को गांव निवासी राजेश यादव से गांव के ही कुछ लोगों से विवाद हो गया था जिसमें दबंगों ने राजेश यादव पर तमंचा सटाकर विज्ञापन के लिए ले जा रहे पैसे की लूट की गई थी।दबंगो द्वारा लाठी डंडे से मारा पीटा जिसमें पत्रकार राजेश यादव को कई जगह चोटे आई।
पत्रकार की तहरीर पर हण्डिया थाना में आरोपी सांवरेलाल पटेल,बृजेश पटेल,उत्तम पटेल और कमलेश पटेल के खिलाफ मारपीट गाली गलौज लूट का मुकदमा पंजीकृत किया गया था।वहीं पुलिस 3 दिन बीत जाने के बावजूद भी आरोपियों की गिरफ्तारी करने में हाफ रही है। गुरुवार को पत्रकार ने हण्डिया पुलिस पर आरोप लगाते हुए बताया कि पुलिस की आरोपियों से मिलीभगत है। जो अच्छे पैसे एट कर आरोपियों पर कार्रवाई नहीं करना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के कुछ नेताओं का भी सांठगांठ है। जिससे पुलिस गिरफ्तारी नहीं कर रही है। वहीं आरोपी खुलेआम टहल रहे हैं तथा पत्रकार राजेश यादव को अब भी जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। प्रश्न यह उठता है कि सरकार आए दिन पत्रकारों के लिए सुरक्षा व्यवस्था की बात करती है।लेकिन यहां पत्रकार खुद सुरक्षित नहीं है। मार खाने के बावजूद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जा रही है।हण्डिया पुलिस पर बड़ा सवाल उठता है कि आखिर क्यों ऐसा किया जा रहा है।चन्द पैसों के लिए आरोपियों को सरक्षण दिया जा रहा है। योगी सरकार भले ही बड़े-बड़े पत्रकारों की सुरक्षा के लिए दावे करें।सुरक्षा की बात तो दूर यहाँ आरोपियों को सरक्षंण दिया जा रहा है।सूबे की सरकार पर पानी फेरने में हण्डिया पुलिस कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है।