उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में लोक भवन में सम्पन्न मंत्रिपरिषद की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

यूपी सरकार मंत्रिपरिषद के महत्वपूर्ण निर्णय

लखनऊ: 31 दिसम्बर, 2019।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आज यहां लोक भवन में सम्पन्न मंत्रिपरिषद की बैठक में निम्नलिखित महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए:-
कर्मचारी राज्य बीमा योजना, श्रम चिकित्सा सेवाएं, उ0प्र0 में कार्यरत एलोपैथिक चिकित्सा अधिकारियों को चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा चिकित्सा षिक्षा विभाग के चिकित्सकों की भांति प्राइवेट प्रैक्टिस बन्दी भत्ता (एन0पी0ए0) दर को पुनरीक्षित किए जाने का निर्णय
मंत्रिपरिषद ने कर्मचारी राज्य बीमा योजना, श्रम चिकित्सा सेवाएं, उ0प्र0 में कार्यरत एलोपैथिक चिकित्सा अधिकारियों को चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा चिकित्सा षिक्षा विभाग के चिकित्सकों की भांति प्राइवेट प्रैक्टिस बन्दी भत्ता (एन0पी0ए0) दर को पुनरीक्षित किए जाने का निर्णय लिया है।
प्राइवेट प्रैक्टिस बन्दी भत्ता मूल वेतन का 20 प्रतिषत इस शर्त के साथ अनुमन्य किया गया है कि मूल वेतन तथा प्राइवेट प्रैक्टिस बन्दी भत्ता का योग 2,37,502 रुपए प्रतिमाह से अधिक न हो।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा चिकित्सा षिक्षा विभाग के चिकित्सकों की भांति श्रम चिकित्सा सेवाएं, उ0प्र0 में कार्यरत एलोपैथिक चिकित्सा अधिकारियों को प्राइवेट प्रैक्टिस बन्दी भत्ता (एन0पी0ए0) दर के पुनरीक्षित होने से श्रम चिकित्सा सेवाएं आकर्षित होंगी तथा बीमांकित एवं उनके आश्रितों को समुचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु चिकित्सकों का बेहतर प्रयास होगा।
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वर्ष 1984 में जनपद-कानपुर में हुए सिख विरोधी दंगों के परिप्रेक्ष्य में पंजीकृत अभियोगों की विवेचना किए जाने हेतु गठित एस0आई0टी0 को पुलिस थाना अधिसूचित किए जाने सम्बन्धी प्रस्ताव अनुमोदित

मंत्रिपरिषद ने वर्ष 1984 में जनपद-कानपुर में हुए सिख विरोधी दंगों के परिप्रेक्ष्य में पंजीकृत अभियोगों की विवेचना किए जाने हेतु कार्यालय-ज्ञाप दिनांक 05 फरवरी, 2019 को गठित विषेष अनुसंधान दल (एस0आई0टी0) को पुलिस थाना अधिसूचित किए जाने सम्बन्धी प्रस्ताव को अनुमोदन प्रदान कर दिया है। विषेष अनुसंधान दल (एस0आई0टी0) को दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 2(ध) के अन्तर्गत पुलिस थाना अधिसूचित/घोषित किए जाने से वर्ष 1984 में जनपद कानपुर नगर में हुए सिख विरोधी दंगों के परिप्रेक्ष्य में पंजीकृत अभियोगों की विवेचना में शीघ्रता आएगी तथा पीड़ित पक्ष को न्याय प्राप्त होगा।
वर्ष 1984 में जनपद कानपुर में हुए सिख विरोधी दंगों के सम्बन्ध में मा0 उच्चतम न्यायालय में योजित रिट याचिका (क्रिमिनल) संख्या-45/2017 श्री मनजीत सिंह जी व अन्य बनाम भारत सरकार व अन्य में मांगे गए अनुतोष के क्रम में साम्प्रदायिक नियंत्रण प्रकोष्ठ (गृह विभाग) कार्यालय-ज्ञाप संख्या-133के/छः-सानिप्र- 19-12(4)/2017 दिनांक 05 फरवरी, 2019 द्वारा एस0आई0टी0 (विषेष अनुसंधान दल) का गठन किया गया। प्रकरण में श्री बालेन्दु भूषण सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एस0आई0टी0) सिख विरोधी दंगा-1984 के पत्र दिनांक 17 सितम्बर, 2019 द्वारा अध्यक्ष-एस0आई0टी0 का पत्र दिनांक 27 मई, 2019 संलग्न करते हुए वर्ष 1984 में जनपद कानपुर नगर में हुए सिख विरोधी दंगों के परिप्रेक्ष्य में पंजीकृत अभियोगों की विवेचना किए जाने हेतु एस0आई0टी0 में नियुक्त निरीक्षक/उप निरीक्षकों को प्रभारी निरीक्षक/थानाध्यक्ष के समकक्ष विवेचना करने के लिए वैधानिक अधिकार प्रदान किए जाने सम्बन्धी आदेष निर्गत करने का अनुरोध शासन से किया गया है।
मामले में अभियोजन निदेषालय की आख्या प्राप्त की गई, जिसमें अभियोजन निदेषालय के पत्र दिनांक 25 नवम्बर, 2019 द्वारा सूचित किया गया कि वर्ष 1984 में जनपद कानपुर नगर में हुए सिख विरोधी दंगों के परिप्रेक्ष्य में पंजीकृत अभियोगों की विवेचना किए जाने हेतु विषेष अनुसंधान दल (एस0आई0टी0) को द0प्र0सं0 1973 की धारा 2(ध) के अन्तर्गत पुलिस थाना अधिसूचित किया जाना आवष्यक है। थाना घोषित किए जाने के उपरान्त थाने का भार साधक अधिकारी एक निरीक्षक को नियुक्त किया जाना आवष्यक है।
इसके दृष्टिगत वर्ष 1984 में जनपद कानपुर में हुए सिख विरोधी दंगों के परिप्रेक्ष्य में पंजीकृत अभियोगों की विवेचना किए जाने हेतु साम्प्रदायिक नियंत्रण प्रकोष्ठ (गृह विभाग) के कार्यालय ज्ञाप संख्या-133के/छः-सानिप्र- 19-12(4)/2017 दिनांक 05 फरवरी, 2019 द्वारा गठित एस0आई0टी0 (विषेष अनुसंधान दल) को दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 2(ध) के अन्तर्गत पुलिस थाना अधिसूचित/घोषित किए जाने का प्रस्ताव है। इस सम्बन्ध में जारी होने वाली अधिसूचना के अंग्रेजी आलेख, जिसे विधायी विभाग द्वारा विधीक्षित कर दिया गया है तथा इस अधिसूचना के हिन्दी रूपान्तरित आलेख को भाषा विभाग द्वारा विधीक्षित कर दिया गया है।
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रामलीला ग्राउण्ड, ऐषबाग, लखनऊ के सौन्दर्यीकरण की प्रायोजना के

अन्तर्गत प्रस्तावित कार्यों में उच्च विषिष्टियों के प्रयोग को मंजूरी

मंत्रिपरिषद ने लखनऊ के ऐषबाग स्थित रामलीला ग्राउण्ड के सौन्दर्यीकरण की प्रायोजना के अन्तर्गत प्रस्तावित कार्यों में उच्च विषिष्टियों के प्रयोग को मंजूरी प्रदान कर दी है। इससे राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर इसकी महत्ता स्थापित होगी तथा प्रदेष में पर्यटन के विविध आयामों का विस्तार होगा।
उत्तर प्रदेष की राजधानी लखनऊ स्थित ऐषबाग की रामलीला पूरे देषभर में प्रसिद्ध है। प्रायोजना रचना मूल्यांकन प्रभाग के परामर्ष के अनुसार जनपद लखनऊ के ऐषबाग स्थित रामलीला ग्राउण्ड के सौन्दर्यीकरण की प्रायोजना के अन्तर्गत उच्च विषिष्टियों से सम्बन्धित फाॅल्स सीलिंग तथा अन्य कार्य कराए जाने एवं कार्यों के पर्यवेक्षण हेतु समिति के गठन को अनुमोदित कर दिया गया है।
जनपद लखनऊ के ऐषबाग स्थित रामलीला ग्राउण्ड के सौन्दर्यीकरण की प्रायोजना से इस स्थल को उच्च स्तर का बनाया जा सकेगा, जिससे राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर इसकी महत्ता स्थापित हो सकेगी तथा पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
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जनपद गोरखपुर-महराजगंज-निचलौल मार्ग किमी0 चैनेज 1.600 से

21.000 तक 04-लेन सी0सी0 रोड के निर्माण कार्य की स्वीकृति

मंत्रिपरिषद द्वारा जनपद गोरखपुर-महराजगंज-निचलौल मार्ग (राज्य मार्ग सं0-81) किमी0 चैनेज 1.600 से 21.000 तक 04-लेन सी0सी0 रोड के निर्माण (लम्बाई 19.400 किमी0) कार्य की प्रषासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति दी गयी है। परियोजना की लागत 40854.25 लाख रुपये $ जी0एस0टी0 (नियमानुसार देय) है।
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जनपद देवरिया में सोनौली-नौतनवां-गोरखपुर-देवरिया-बलिया मार्ग के चैनेज – 145.000 से चैनेज 174.100 तक मार्ग के

04-लेन हेतु चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य को स्वीकृति

मंत्रिपरिषद द्वारा जनपद देवरिया में सोनौली-नौतनवां-गोरखपुर-देवरिया-बलिया मार्ग (राज्य मार्ग सं0-1) के चैनेज – 145.000 से चैनेज 174.100 तक मार्ग का 04-लेन हेतु चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य (लम्बाई 28.900 किमी0) की पुनरीक्षित परियोजना लागत को स्वीकृति दी गयी है। यह लागत 22537.18 लाख रुपये $ जी0एस0टी0 (नियमानुसार देय) है।
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दिवंगत स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के दाह संस्कार हेतु

अनुदान राशि 5,000 रु0 से बढ़ाकर 12,000 रु0 करने का निर्णय

स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों द्वारा देश की आजादी में दिये गये योगदान के परिप्रेक्ष्य में दिवंगत स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सम्मान ज्ञापित किये जाने हेतु उनके दाह संस्कार के लिये उनके आश्रितों को अनुदान के रूप में 5,000 रुपये की धनराशि दी जा रही है।
मंत्रिपरिषद द्वारा मँहगाई में हो रही निरन्तर वृद्धि एवं जीवन स्तर में आये व्यापक बदलाव के दृृष्टिगत दिवंगत स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के दाह संस्कार हेतु उनके पात्र आश्रित को दी जा रही अनुदान राशि 5,000 रुपये से बढ़ाकर 12,000 रुपये करने का निर्णय लिया गया है। यह वृद्धि तत्काल प्रभाव से लागू होगी।
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नगर निगम, मथुरा-वृन्दावन का सीमा विस्तार

नगर आयुक्त, नगर निगम मथुरा-वृन्दावन के प्रस्ताव के क्रम में 20 राजस्व ग्रामों/क्षेत्रों को सम्मिलित करते हुए नगर निगम, मथुरा-वृन्दावन का सीमा विस्तार किया जाएगा।
सीमा विस्तार में मकन्दपुर, ग्राम छटीकरा का आंशिक भाग, मदनपुरा बांगर, मदनपुरा खादर, सुनरख बांगर, सुनरख खादर, आटस बांगर, आटस खादर, ग्राम जैंत का आंशिक भाग, ग्राम वृन्दावन बांगर देहात भाग, वृन्दावन खादर, राजपुर बांगर तथा नौबरामद ग्राम पंचायत, राजपुर खादर, तेहरा, अल्हैपुर, जहांगीरपुर खादर का आंशिक भाग, डाॅगोली खादर का आंशिक भाग, अररूआ खादर का आंशिक भाग, पानी गांव खादर माफी का आंशिक भाग, पानी गांव खादर दाऊ गुलाब सिंह का आंशिक भाग आदि ग्रामों/क्षेत्रों को सम्मिलित किया जाएगा।
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नगर पालिका परिषद, बेल्हा, जनपद प्रतापगढ़ का सीमा विस्तार

नगर पालिका परिषद, बेल्हा, जनपद प्रतापगढ़ में 19 ग्रामों को सम्मिलित करते हुए नगर पालिका का विस्तार किया जाएगा।
नगर पालिका परिषद बेल्हा में रंजीतपुर चिलबिला, बेल्हाघाट बाहर (आंशिक), सोनावां (आंशिक), महुली, रूपापुर, सैयाबांध, जोगापुर, देवकली, करनपुर खास, करमचन्दा करनपुर, बलीपुर पण्डित, पूरे नरसिंहभान (आंशिक), जिरियामऊ (आंशिक), दहिलामऊ (आंशिक), पूरे ईश्वरनाथ, सगरा, पूरे केशवराय, करौंदी, जहरगों आदि ग्रामों को सम्मिलित किया जाएगा।
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जनपद कौशाम्बी की नगर पंचायत मंझनपुर का सीमा विस्तार कर

तृतीय श्रेणी की नगर पालिका परिषद बनाया जाएगा

जनपद कौशाम्बी की नगर पंचायत मंझनपुर का सीमा विस्तार करके उसे तृतीय श्रेणी की नगर पालिका परिषद बनाये जाने का निर्णय हुआ है।
नगर पंचायत मंझनपुर के सीमा विस्तार में 23 ग्रामों – हाजीपुर पतौना, कोर्रई, कोरों, भड़ेसर, चक बाजापुर, डीहा सलेमपुर, असकरपुर मगरोहनी, मवई केवट, सेहिया आमद करारी, रामपुर बसोहरा, समदा, बंधवा रजबर, बगुरा, फरीदपुर, गौरा, ओसा, गौसपुर टिकरी, कोंडर, भेलखा, खोरा, मोअइयनपुर, पाता (आंशिक ग्रामीण क्षेत्र) व मंझनपुर को सम्मिलित कर तृतीय श्रेणी की नगर पालिका परिषद गठित की जाएगी।
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जनपद कुशीनगर के नगर पंचायत, सेवरही का सीमा विस्तार

जनपद कुशीनगर के नगर पंचायत, सेवरही का सीमा विस्तार किया जाएगा। नगर पंचायत, सेवरही के सीमा विस्तार में इसकी सीमा से सटे गांवों – अवदान टोला, पकड़ियार पूरबपट्टी, पकड़ियार पश्चिमपट्टी, बनरहा पूरबपट्टी, बनरहा पश्चिमपट्टी, सरगटिया करनपट्टी, सेवरही, तुर्कवलिया साहबगंज, कतौरा एवं सुमही सन्तपट्टी के क्षेत्रों को नगर पंचायत की सीमा में सम्मिलित किया जाएगा।
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जनपद सहारनपुर की नगर पंचायत, रामपुर मनिहारन का सीमा विस्तार

जनपद सहारनपुर की नगर पंचायत, रामपुर मनिहारन के सीमा विस्तार का निर्णय हुआ है। नगर पंचायत रामपुर मनिहारन की सीमा में ग्राम रामपुर मनिहारन के शेष हिस्से को सम्मिलित करते हुए सीमा विस्तार किया जाएगा।
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जनपद मथुरा के नगर पंचायत गोवर्धन का सीमा विस्तार

जनपद मथुरा के नगर पंचायत गोवर्धन का सीमा विस्तार किया जाएगा। इसका सीमा विस्तार नगर पंचायत गोवर्धन के कृषिक एवं कृष्येतर क्षेत्रों को सम्मिलित करके किया जाएगा।
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जनपद मथुरा के नगर पंचायत राधाकुण्ड का सीमा विस्तार

जनपद मथुरा के नगर पंचायत राधाकुण्ड के सीमा विस्तार का निर्णय हुआ है। इस नगर पंचायत का सीमा विस्तार इसके कृषिक एवं कृष्येतर क्षेत्रों को नगर पंचायत राधाकुण्ड की सीमा में सम्मिलित करके किया जाएगा।
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जनपद मऊ की नगर पंचायत कोपागंज का सीमा विस्तार

जनपद मऊ की नगर पंचायत कोपागंज का सीमा विस्तार किया जाएगा। नगर पंचायत कोपागंज का सीमा विस्तार इससे सटे गांवों कोपागंज देहात, चकभदसा, काछीकला, हिकमा, गाढ़ा, भदसा, मानोपुर, रजपुरा, लाड़नपुर, खुखुन्दवा आदि को सम्मिलित करके किया जाएगा।
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जनपद बलरामपुर की नगर पंचायत तुलसीपुर का सीमा विस्तार

जनपद बलरामपुर की नगर पंचायत तुलसीपुर का सीमा विस्तार किया जाएगा। इस नगर पंचायत का सीमा विस्तार इससे सटे गांवों पाटन एवं तुलसीपुर देहात को सम्मिलित करके किया जाएगा।
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जनपद प्रतापगढ़ की नगर पंचायत अन्तू का सीमा विस्तार

जनपद प्रतापगढ़ की नगर पंचायत अन्तू के सीमा विस्तार का निर्णय लिया गया है। नगर पंचायत अन्तू के सीमा विस्तार में ग्राम अन्तू देहात, ग्राम सरैया एवं ग्राम सण्डवा चण्डिका के क्षेत्रों को सम्मिलित किया जाएगा।
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जनपद उन्नाव की नगर पंचायत बीघापुर का सीमा विस्तार

जनपद उन्नाव की नगर पंचायत बीघापुर का सीमा विस्तार किया जाएगा। इसका सीमा विस्तार इससे सटे गांवों बीघापुर खुर्द एवं बीघापुर कला के क्षेत्रों को सम्मिलित कर किया जाएगा।
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नगर निगम, प्रयागराज का सीमा विस्तार

नगर निगम, प्रयागराज की सीमा विस्तार का निर्णय हुआ है। वर्तमान में नगर निगम, प्रयागराज का क्षेत्रफल 62.64 वर्ग किमी0 है। सीमा विस्तार में नगर निगम, प्रयागराज में कुल 207 राजस्व ग्राम तथा 01 नगर पंचायत, झूंसी का कुल 292.09 वर्ग किमी0 क्षेत्रफल सम्मिलित किया जाएगा।
नगर निगम, प्रयागराज के सीमा विस्तार में उत्तर दिशा में:- बृसिंहपुर अरईसपुर, महरूडीह, ग्राम हथिगहां, मलाक हरहर उपरहार, मलाक हरहर कछार, श्रंगारपुर, गद्दोंपुर, रूदापुर, मोरहूं, उपरहार, मोरहूं कछार, बेला कछार फाफामऊ, रंगपुरा, बहमलपुर, हरीरामपुर, दुआरी, रामपुर, कुरसंड, गोहरी, लेहरा, परसादपुर, मलाक चैधरी, भदरी, मलाका चतुरी, गौरा, लखनीपुर, सरायगोपाल ग्राम सम्मिलित होंगे।
पूरब दिशा में:- नगर पंचायत झूंसी सहित फिरोजपुर ता0 इब्राहिमपुर, मलावां बुजुर्ग, चक जमाल सोनौटी, सोनौटी ता0 इब्राहिमपुर, बदरा, शेरडीह, असवां, चकफातमा जमीन शेरडीह, चक शेखपुर लपेटुआ, तुलापुर, गोतवां, चकजलाल, मनिकापुर, सुल्तानपुर, चक रघुनाथ, रसूलपुर ता0 इब्राहिमपुर, कशेरूआ कला, अमरसापुर, चक फातमा जमील उर्फ अमरसापुर, हबीबपुर, सरायं शंकर, चकचुरावन ता0 सराय शंकर, वरियारी, रहिमापुर, चक चुरावन ता0 हबीबपुर, भोजपुर, तेन्दुई, चक जोहरा, भागीपुर, नसीरापुर, अन्दावा, शाह मोहम्मदपुर, गोपाल पट्टी रमापुर, महेशपुर, दुर्जनपुर, कटका, नई झूंसी, चक हरिहर वन, झूंसी कोहना, हवेलिया, सरायतकी, खानूपुर, इब्राहिम मजरा कटका, छतनाग उपरहार, नैका, जिरातमतन उर्फ नरायनदास का पुरा, बंधवा ताहिरपुर, राजूपुर, चकचुरावन ता0 कनिहार, उस्तापुर महमूदाबाद उपरहार, छतनाग कछार, उस्तापुर महमूदाबाद कछार, अबूसा, शर्फुद्दीनपुर, अराजी रतेवरा, झूंसी खास, चांद, कनिहार, ढुडही, पूरे सूरदास, कुंआडीह, मलावा खुर्द ग्राम सम्मिलित होंगे।
दक्षिण दिशा में:- बंसवार, धनुहां, चक गरीबदास, चक अभयराम, मोहब्बतगंज कछार, मोहब्बतगंज उपरहार, मड़ोका कछार, मीरखपुर कछार, महेवा पट्टी पश्चिम कछार, महेवा पट्टी पूरब उपरहार, महेवा पट्टी पूरब कछार, महेवा पट्टी पश्चिम उपरहार, मीरखपुर उपरहार, मड़ौका उपरहार, तिगनौता, डांडी, डभावं, ददरी ता0 नौगवां, चक अवसान तिवारी, चकराना तिवारी, चकमोईन उद्दीन, चाका, चक देवानन्द, चक कृपाराम, अरैल कछार, चक सैयद अरब दरवेश, चक हीरानन्द, अरैल उपरहार, चक निरासू, चक सतई मिसिर, देवरख उपरहार, देवरख कछार, मवैया ता0 लवायन कछार, चक बबुरा अलीमाबाद, ददरी तालुका नैनी ददरी, नैनी ता0 नैनी ददरी, छिवकी, चक इमामअली, चक योगराज, चक दुर्गादत्त, चक कबरा, चक गुलाम मोहम्मद, चक नौनिया, चक माधो दीक्षित, मवैया उपरहार ता0 लवायन, तेन्दुआवन, भरौंसा, सड़वा कला, त्रिवेणी स्ट्रक्चरल लिमिटेड, गोवर्धनपुर, मदनुवा उपरहार, मदनुवा कछार, ढूहीपुर कछार, लवायन कला कछार, बेलवट, पूरा पाण्डेय, बरिका, महुवारी ता0 लवायन, लवायन कला उपरहार, बजहा, नेवादा समोगर, लवायन खुर्द, बरामार, चक बिशुनी, चक घिनहू, चक विश्वनाथ, चक तेजऊ दीक्षित, अंतरी ता0 नीवी, रेही खुर्द ता0 पुरवा, चक नूर, रेही ता0 पंवरी कला चक पूरे मियां खुर्द, चक विद्यागिरी, चक प्रेमगिर, चक गौरी शंकर, चक चन्दूपुर, नीवी ता0 खुर्द, चक ख्वाजा अली, चक मोहम्मद सादिक, चक भाह गुलाम अली, घोघापुर, चक अता उल्ला, चक हिदायत उल्ला, देवरी तालुका नैनी ददरी, चक पीर मोहम्मद, मसिका, जमोली, पिपिरसा, शोभाराम, चक मीर फजल अली, पुरे खगान, इतरौरा, पतेवरा, गोती तालुका पुरवा आदि ग्राम सम्मिलित होंगे।
पश्चिम में:- ग्राम उमरपुर नीवां, ग्यासुद्दीनपुर कछार, उमरपुर नीवां उपरहार, ग्यासुद्दीनपुर उपरहार, रसूलपुर मरियाडीह उपरहार, रसूलपुर मरियाडीह कछार, भरेठा, बम्हरौली उपरहार, शेख सरवां, रहीमाबार, मोहम्मदपुर ता0 इब्रहिमपुर, मुबारकपुर कोटवा, दादनपुर, झलवा, उमरी, चन्द्रभानपुर, चकदादनपुर, देवघाट, शहाउर्फ पीपलगांव, कटहुला गौसपुर, बक्सी मोढ़ा, वीरमपुर, जयरामपुर एवं दामुपुर ग्राम नगर निगम प्रयागराज की सीमा में सम्मिलित होंगे।
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जनपद फतेहपुर की नगर पंचायत कोड़ा जहानाबाद का सीमा विस्तार

जनपद फतेहपुर की नगर पंचायत कोड़ा जहानाबाद का सीमा विस्तार किया जाएगा। यह सीमा विस्तार नगर पंचायत से सटे गांवों कस्बा कोड़ा, अकबरपुर, नसीरपुर, शाहजहांपुर खालसा, शाहजहांपुर आईमा एवं इब्राहीमपुर डांडा को नगर पंचायत कोड़ा जहानाबाद में सम्मिलित कर किया जाएगा।
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जनपद प्रतापगढ़ की नगर पंचायत रानीगंज का सीमा विस्तार

जनपद प्रतापगढ़ की नगर पंचायत रानीगंज का सीमा विस्तार किया जाएगा। यह सीमा विस्तार नगर पंचायत से सटे गांवों कायस्थ पट्टी, संडिला, आशीपुर, बरहदा, निधीपट्टी, रूपीपुर एवं पूरेमहन्थ को नगर पंचायत रानीगंज की सीमा में सम्मिलित कर किया जाएगा।
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जनपद गोरखपुर की नगर पंचायत पीपीगंज का सीमा विस्तार

जनपद गोरखपुर की नगर पंचायत पीपीगंज का सीमा विस्तार किया जाएगा। यह सीमा विस्तार नगर पंचायत से सटे गांवों जंगल बिहुली, जंगल अगही, साहबगंज, बगहीभारी, भइयाराम, तिघरा, कोल्हुआ एवं हरपुर को नगर पंचायत पीपीगंज की सीमा में सम्मिलित कर किया जाएगा।
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जनपद गोरखपुर की नगर पंचायत मुण्डेरा बाजार का सीमा विस्तार

जनपद गोरखपुर की नगर पंचायत मुण्डेरा बाजार का सीमा विस्तार किया जाएगा। यह सीमा विस्तार नगर पंचायत से सटे गांवों भोपा बाजार, राघोपुर, चैरा, बालबुजुर्ग, बाल खुर्द एवं भगवानपुर को नगर पंचायत मुण्डेरा बाजार की सीमा में सम्मिलित कर किया जाएगा।
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जनपद गोरखपुर की नगर पंचायत पिपराईच का सीमा विस्तार

जनपद गोरखपुर की नगर पंचायत पिपराईच का सीमा विस्तार किया जाएगा। यह सीमा विस्तार नगर पंचायत की सीमा से सटे गांवों ताजपिपरा, खझवा, पिपरामुगलान, मुण्डेरी गढ़वा, हरखापुर, रिठिया, सिधावल व सोनराईच उर्फ बड़ागांव को नगर पंचायत पिपराइच की सीमा में सम्मिलित कर किया जाएगा।
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जनपद सोनभद्र की नगर पंचायत रेनुकूट का सीमा विस्तार

जनपद सोनभद्र की नगर पंचायत रेनुकूट का सीमा विस्तार किया जाएगा। यह सीमा विस्तार नगर पंचायत की सीमा से सटे गांवों मुर्धवा एवं खाड़पाथर को नगर पंचायत रेनुकूट की सीमा में सम्मिलित कर किया जाएगा।
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उ0प्र0 कोषागार लेखा (अराजपत्रित) सेवा नियमावली, 2019 प्रख्यापित

वित्त (वेतन आयोग) अनुभाग-2 द्वारा निर्गत शासनादेश संख्या-वे0आ0-2-2021/दस-54(एम) 2008 टी0सी0 दिनांक 28 नवम्बर, 2011 के प्रस्तर-1 (1), (2), (3) की व्यवस्थाओं को निरस्त करते हुए उत्तर प्रदेश कोषागार लेखा (अराजपत्रित) सेवा नियमावली, 2019 प्रख्यापित की गयी है।
नियमावली में सहायक लेखाकार के 939 तथा लेखाकार के 939 पद होंगे। सहायक लेखाकार के 96 प्रतिशत पद सीधी भर्ती से तथा 04 प्रतिशत पद कोषागारों में नियुक्त कनिष्ठ सहायकों से प्रोन्नति द्वारा भरे जाएंगे। लेखाकार के पद शत-प्रतिशत सहायक लेखाकार से पदोन्नति द्वारा भरे जाएंगे। इन पदों के नियुक्ति प्राधिकारी जिलाधिकारी के स्थान पर निदेशक, कोषागार, उ0प्र0 को बनाया जा रहा है। सहायक लेखाकार के पद पर सीधी भर्ती के लिए अभ्यर्थी की शैक्षिक अर्हता स्नातक रखी जा रही है।
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उ0प्र0 विधान परिषद सचिवालय सेवा (भर्ती एवं सेवा शर्तें)

(चतुर्थ संशोधन) नियमावली, 2019 प्रख्यापित

उत्तर प्रदेश विधान परिषद सचिवालय सेवा (भर्ती एवं सेवा शर्तें) (चतुर्थ संशोधन) नियमावली, 2019 प्रख्यापित की गयी है।
भारत का संविधान के अनुच्छेद 187 के खण्ड (3) के अन्तर्गत यह प्रावधान है कि माननीय सभापति, विधान परिषद के परामर्श से श्री राज्यपाल विधान परिषद के सचिवालय के कर्मचारियों की भर्ती और नियुक्त व्यक्तियों की सेवा की शर्ताें के विनियमन के लिये नियम बना सकते हैं। वर्ष 2010 में उत्तर प्रदेश विधान सभा सचिवालय के लोक सेवा आयोग की परिधि में आने वाले विभिन्न पदों पर चयन की कार्यवाही करने का अधिकार लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश के स्थान पर मा0 अध्यक्ष, विधान सभा/विभागीय चयन समिति को प्रदान किये जाने के सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश विधान सभा सचिवालय सेवा (भर्ती तथा सेवा की शर्ताें) (पांचवां संशोधन) नियमावली, 2010 अधिसूचना दिनांक 11 जनवरी, 2011 के माध्यम से प्रख्यापित की गयी थी।
विधान परिषद सचिवालय के कार्मिकों के पदनाम, वेतन आदि विधान सभा सचिवालय के कार्मिकों के समकक्ष हैं, अतः भर्ती के स्रोत में एकरूपता बनाये रखने के उद्देश्य से विधान परिषद सचिवालय की सेवा नियमावली में भी तद्नुसार संशोधन की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त कतिपय पदों की शैक्षिक/अधिमानी अर्हताओं में राज्य सरकार द्वारा संशोधन कर दिये गये हैं। अतः उनका समावेश भी नियमावली में आवश्यक है।
मा0 मंत्रिपरिषद द्वारा दिनांक 13 नवम्बर, 2018 को सम्पन्न बैठक में दिये गये आदेशों के क्रम में इस नियमावली में से अन्य पदों को पृथक करते हुए प्रमुख सचिव, विधान परिषद के पद से सम्बन्धित संशोधनों विषयक विधान परिषद सचिवालय सेवा (भर्ती तथा सेवा की शर्तें) (तृतीय संशोधन) नियमावली, 2018 मा0 मंत्रिपरिषद के अनुमोदनोपरान्त प्रख्यापित की जा चुकी है।
उत्तर प्रदेश विधान परिषद सचिवालय सेवा (भर्ती तथा सेवा की शर्तें) (चतुर्थ संशोधन) नियमावली, 2019 में विधान परिषद सचिवालय के प्रमुख सचिव पद को छोड़कर लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश की परिधि के अन्तर्गत आने वाले अन्य पदों पर चयन/पदोन्नति की कार्यवाही करने का अधिकार लोक सेवा आयोग के स्थान पर मा0 सभापति/विभागीय चयन समिति को प्रदान करने, कतिपय ऐसे पदों जिनकी शैक्षिक/अधिमानी अर्हताओं में राज्य सरकार द्वारा संशोधन किया जा चुका है, तदनुसार संशोधित करने तथा ऐसे पद जो अब तक नियमावली में सम्मिलित नहीं किये जा सके हैं, उनका समावेश नियमावली में करने सम्बन्धी प्राविधान किये जा रहे हैं।
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मा0 राज्यपाल महोदय की फ्लीट में 04 अदद

Mahindra Scorpio S11, 4WD BSIV वाहनों के क्रय की स्वीकृति

मा0 राज्यपाल महोदय की फ्लीट में 04 अदद Mahindra Scorpio S11, 4WD BSIV वाहनों के क्रय की स्वीकृति दी गई है।
मा0 राज्यपाल महोदय के सुरक्षार्थ नियुक्त फ्लीट की पायलट/स्कोर्ट ड्यूटी में जनपद लखनऊ से 04 मारूति जिप्सी वाहन सम्बद्ध हैं, जबकि फ्लीट में सुरक्षा शाखा एवं राजभवन से आधुनिक वाहन लगे हुए हैं, जिस कारण पायलट/स्कोर्ट ड्यूटी में लगी मारूति जिप्सियां आवागमन के समय फ्लीट की अपेक्षित गति से चल नहीं पाती है।
मा0 राज्यपाल, उत्तर प्रदेश की फ्लीट हेतु तात्कालिक आवश्यकता के दृष्टिगत 04 अदद मारूति जिप्सी निष्प्रयोज्य वाहनों के प्रतिस्थापन में 04 अदद नये स्काॅर्पियो वाहनों के क्रयार्थ 56,93,496 रुपए का व्यय भार आना सम्भावित है।
उ0प्र0 पुलिस मुख्यालय द्वारा प्रस्तावित 04 अदद स्काॅर्पियो वाहन की प्रति यूनिट लागत 14,23,374 रुपए है।
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मा0 उच्च न्यायालय व अधीनस्थ न्यायालयों में स्थापित सी0सी0टी0वी0 कैमरे व

अन्य सुरक्षा उपकरणों के सत्यापन व जांच हेतु ई0सी0आई0एल0 फर्म नामित

मा0 उच्च न्यायालय व अधीनस्थ न्यायालयों में स्थापित सी0सी0टी0वी0 कैमरे व अन्य सुरक्षा उपकरणों के सत्यापन व जांच हेतु ई0सी0आई0एल0 फर्म को नाॅमिनेशन पर नामित किया गया है, ताकि मा0 उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेशों के क्रम में मा0 उच्च न्यायालय एवं अधीनस्थ न्यायालयों में स्थापित सी0सी0टी0वी0 कैमरे व अन्य सुरक्षा उपकरणों का सत्यापन व जांच समयान्तर्गत कराया जा सके।
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मुख्यमंत्री ने नववर्ष सन् 2020 ई0 पर

प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी

लखनऊ: 31 दिसम्बर, 2019

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने नववर्ष सन् 2020 ईसवी के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई देते हुए उनकी सुख-समृद्धि की मंगल कामना की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उत्तर प्रदेश को देष का एक विकसित और अग्रणी राज्य बनाने के लिए गम्भीरता से कार्य कर रही है।
आज यहां जारी एक शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री जी ने विष्वास व्यक्त किया कि प्रदेश को समृद्धि एवं विकास के रास्ते पर ले जाने के राज्य सरकार के प्रयासों को नये वर्ष में और गति मिलेगी। उन्हांेने कहा कि राज्य की प्रगति के लिए अनेक महत्वपूर्ण परियोजनाएं एवं जनकल्याणकारी कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं, जिनसे प्रदेश की जनता के जीवन स्तर में सुधार आ रहा है। साथ ही, युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सुलभ हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने यह भी कहा कि राज्य सरकार गांव, गरीब, किसान, मजदूर, महिलाओं तथा नौजवानों की प्रगति और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। नववर्ष मंे विभिन्न क्षेत्रों में नई योजनाओं और कार्यक्रमों के संचालन के साथ ही जनसमस्याओं के निस्तारण की व्यवस्था को और प्रभावी बनाया जाएगा।
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मुख्यमंत्री ने सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की समीक्षा की

वित्तीय वर्ष 2019-20 में नहर परियोजनाओं को समयबद्ध

ढंग से और पूरी गुणवत्ता के साथ पूर्ण किए जाने के निर्देश

नहरों की सफाई के दौरान निकलने वाली सिल्ट को नीलाम करके

उससे प्राप्त धनराशि को विभाग की आय का एक स्रोत बनाएं: मुख्यमंत्री

ड्रिप सिंचाई के प्रति किसानों को जागरूक किया जाए,

इस कार्य के लिए सिंचाई विभाग कृषि विभाग से समन्वय करे

बुन्देलखण्ड क्षेत्र के जलाशयों की डीसिल्टिंग की जाए: मुख्यमंत्री

लखनऊ: 31 दिसम्बर, 2019

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज लोक भवन में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को वित्तीय वर्ष 2019-20 में नहर परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से और पूरी गुणवत्ता के साथ पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि नहरों की सफाई के दौरान निकलने वाली सिल्ट को नीलाम करके उससे प्राप्त धनराशि को विभाग की आय का एक स्रोत बनाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक कृषि प्रधान राज्य है। इसलिए आवश्यक है कि किसानों को ड्रिप सिंचाई के प्रति जागरूक किया जाए तथा इस कार्य के लिए सिंचाई विभाग कृषि विभाग के साथ समन्वय करे। ड्रिप सिंचाई के माध्यम से खेती की उर्वरता को अक्षुण्ण बनाये रखने मंे मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र के जलाशयों की डीसिल्टिंग की जाए। उन्होंने कहा कि जहां आवश्यक हो, वहां तालाब खोदकर जल संचयन किया जाए। वर्षा जल प्रत्यक्ष भूजल रीचार्ज का प्रमुख कारक है। सतही एवं भूजल संसाधनों से की जाने वाली सिंचाई से भी आंशिक रूप से भूजल रीचार्ज होता है।
इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह, जल शक्ति राज्य मंत्री श्री बलदेव ओलख, प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन श्री टी0 वेंकटेश, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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