जीवन मंत्र । जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से शनि शांति के हनुमानजी के सम्बन्धित उपाय……..
1. शनिवार के दिन कच्ची धानी के तेल के दीपक में लौंग डालकर हनुमानजी की आरती करें। संकट दूर होगा और धन भी प्राप्त होगा।
2. शनिवार के दिन काले रंग के पशुओं को रोटी खिलायें।
3. शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसो के तेल का दीया जलाएं, दीए में काले उड़द के तीन दाने डालें, इससे सभी कार्य पूर्ण होंगे।
4. शनिवार के दिन सिंदूर और चमेली के तेल का दीपक जलाकर हनुमानजी को लाल लंगोट अर्पित करें।
5. शनिवार के दिन हनुमानजी के मंदिर में एक नारियल पर स्वास्तिक बनाकर हनुमानजी को अर्पण करें। साथ ही हनुमान चालीसा, बजरंग बाण का पाठ करें।
6. शनिवार या मंगलवार के दिन हनुमानजी को सिंदूर और तेल का चोला चढ़ायें।
7. शनिवार के दिन हनुमान जी के सम्मुख रात्रि में चौमुखा दीपक जलाये।
8. शनिवार को प्रातःकाल किसी पीपल के पेड़ को जल चढ़ाये और सात परिक्रमा करें। इसके बाद पीपल के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। इस उपाय को करने से शनि व मंगल दोनों के दोष दूर होते हैं।
9. शनिवार एवं मंगलवार को ग्यारह पीपल के पत्ते लेकर साफ जल से धोकर इन पत्तों पर चन्दन से श्रीराम लिखें। इसके बाद हनुमानजी के मंदिर में हनुमानजी को अर्पित करें।
10. प्रत्येक शनिवार एवं मंगलवार को बनारसी पान चढ़ायें। ऐसा करने से हनुमान जी की कृपा बनी रहती है।
11. प्रत्येक शनिवार एवं मंगलवार को हनुमान मंदिर में ग्यारह उड़द के दाने, सिंदूर, चमेली का तेल, फूल, प्रसाद अर्पित करें। साथ ही सुन्दरकाण्ड का पाठ करें।
12. शनि जयंती वाले दिन भोजन में काली मिर्च व काले नमक का प्रयोग अवश्य करें।
13. शनि जयंती वाले दिन शमीवृक्ष की जड़ को काले कपड़े में बांधकर अपनी दायीं भुजा में बांधे।
14. शनि जयंती वाले दिन मांसाहार, मदिरापान त्यागने का प्रण करें।
15. शनि जयंती के दिन शमीवृक्ष का रोपण करें।
16. शनिवार को 800 ग्राम काले तिल पानी में भिगोकर शनि जयंती वाले दिन गुड़ में कूट कर लड्डू बनाकर कर काले घोड़े को खिलायें। यह उपाय लगातार आठ शनिवार को करने से शनि पीड़ा से मुक्ति मिलती है।