बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)
बभनी। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के सामुहिक खाता न खुल पाने के कारण नाराज समूह सखियों ने भारतीय स्टेट बैंक बभनी का घेराव किया समूह सखियों ने बताया कि हमारा एक वर्ष से स्टेट बैंक में कोई खाता नहीं खुल रहा है और उन्होंने यह भी बताया कि जब इलाहाबाद ग्रामीण बैंक से आर्यावर्त ग्रामीण बैंक में चेंज हो गया था तो ग्रामीण बैंक में भी खाता नहीं खुल रहा था जब हम लोगों कुछ महीनों पहले प्रर्दशन किया तब से वहां बैंक में हमारा काम शुरु कर दिया गया परंतु चार महीनों से हमें आज कल का बहाना बनाकर भेंज दिया जाता है।और इस बात की जानकारी देते हुए राष्ट्रीय आजीविका मिशन के खंड मिशन प्रबंधक मनीष शर्मा ने बताया कि समूह सखियों का खाता एक वर्ष से नहीं खुलवाया जा रहा है जो स्टेट बैंक के तहत 10 गांवों में कुल 107 समूह बनाए गए हैं जिसमें स्टेट बैंक के द्वारा 68 में से 5 खाते खोले गए हैं जिसके लिए आर्यावर्त बैंक में भी खाते खुलवाने का प्रयास किया गया लेकिन वहां पहले से ही खाता खुले होने के कारण नहीं खुल सका बाकी समूहों का खाता न खुल पाने के कारण कई समूह टूटने के कगार पर हो गए हैं जिससे हमारे राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा लिए जा रहे सुविधाओं से समूह सखियां वंचित रह जा रही हैं और कई समूह बिखर भी गए जिससे ग्रामीण रोजगार के तहत हम कोई फंड नहीं दे पा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि हम गांवों में छोटी सुविधाओं को देकर एक नया रोजगार देकर रोजगार देते हैं। जब इस संबंध में भारतीय स्टेट बैंक के प्रबंधक ने बताया कि समूह सखियां नाराज दिखीं उनसे कारण पूछा गया तो उन्होंने खाता न खुल पाने का कारण बताया तो मेरे द्वारा उन्हें बताया गया कि खाता न खुल पाने कारण है कि हमारे यहां एयरटेल वोडाफोन का नेटवर्क काफी डिस्टर्ब चल रहा है जिससे हम खाता नहीं खुलवा पा रहे हैं। बाकी खाते खुल जा रहे हैं लेकिन समूह के खाते नहीं खुल पा रहे हैं हमारे बैंक में हम केवल दो स्टाफ हैं जिससे काम करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है यदि इस तरह का मामला है तो हम समय निकाल कर रविवार के दिन दूसरे ब्रांच में जाकर जितने खाते नहीं खुल पाए हैं उन्हें खुलवा दिया जाएगा।