महिला उत्पीड़न से सम्बन्धित मामलों में बेहतर पैरवी करते हुए महिला उत्पीड़न के मामलों को समयबद्ध तरीके से निस्तारण कराया जाय-डीएम

सोनभद्र/दिनांक 12 दिसम्बर ,2019। सोनभद्र जिले में महिला कल्याण यानी महिला सशक्तीकरण के प्रति गांव स्तर को लक्ष्य बनाकर महिला कल्याण हेतु चलायी जा रही योजनाओं व महिलाओं को मजबूती प्रदान करने के लिए सेमिनार व वर्कशाप आदि आयोजित किये जाय। महिला उत्पीड़न से सम्बन्धित मामलों में बेहतर पैरवी करते हुए महिला उत्पीड़न के मामलों को समयबद्ध तरीके से निस्तारण कराया जाय। ‘‘बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओ‘‘ पर विषेष ध्यान देने के साथ ही महिला कल्याण पर तत्परता से कार्य किया जाय।उक्त बातें मा0 सदस्य राष्ट्रीय महिला आयोग भारत सरकार सुश्री सोसो शैजा ने कलेक्ट्रेट मीटिंग हाल में महिला कल्याण व महिला सशक्तीकरण सम्बन्धी समीक्षा बैठक करते हुए सम्बन्धितों को दियें। बैठक में जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम व पुलिस अधीक्षक श्री आशीष श्रीवास्तव ने जिले में महिला कल्याण व महिला सशक्तीकरण कार्यक्रम को बेहतर तरीके से चलाये जाने के सम्बन्ध में प्रतिबद्धता दोहराई। बैठक में महिला कल्याण व महिला सशक्तीकरण का बिन्दुवार एजेन्डा मुख्य विकास अधिकारी श्री अजय कुमार द्विवेदी ने प्रस्तुत किया। बैठक में वर्तमान में क्रियाशील कन्या सुमंगला योजना, वन स्टाफ सेन्टर, 181 महिला हेल्पलाइन, बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं, महारानी लक्ष्मी महिला सम्मान योजना, 1090 वूमैन पावर लाइन, महिला निराश्रित पेंषन, महिला शक्ति केन्द्र, महिला घरेलू हिंसा अधिनियम, विधवा पुर्नविवाह योजना, विधवा पुत्री शादी अनुवाद, अनुसूचित जाति एवं जनजाति सहायता योजना, जननी सुरक्षा योजना, मातृत्व वंदना योजना, बालिका स्कारशिप, महिला कानूनी सहायता योजना, महिला सामाजिक आर्थिक न्याय आदि पर विस्तार से चर्चा की गयी। बैठक में मा0 सदस्य राष्ट्रीय महिला आयोग भारत सरकार सुश्री सोसो शैजा ने आवश्यक दिशा-निर्देष देते हुए कहा कि महिलाओें के सामाजिक कल्याण के लिए बाल विकास एवं पोषाहार, स्वास्थ्य व प्रोबेषन विभाग के अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित करते हुए जिले स्तर पर सेमिनार, वर्कशाप आयोजित करने के साथ ही गांव स्तर को लक्ष्य मानकर जन जागरूकता कार्यक्रम करें, जिसमें महिलाओं की षिक्षा, स्वास्थ्य, स्वरोजगार, स्िानीय रोजगार के संसाधन, कौषल विकास प्रषिक्षण, महिला के गर्भावस्था से लेकर बच्चों के लालन-पालन तक महिला व बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाय। कोषिष किया जाय कि महिलाओें को स्थानीय संसाधन को जोड़कर वर्ष-2022 तक दोगुना किया जाय। उन्होंने कहा कि गांव स्तर पर आयोजित होने वाली जन जागरूकता कार्यक्रम में आषा,एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकत्री को जिम्मेदारी दी जाय और वे घर-घर जाकर महिलाओं व बेटियों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि सोनभद्र जिले के पुरूष, महिला अनुपात जो वर्तमान में 938 है, को बढ़ाकर 950 किया जाय। उन्होंने महिला उत्पीड़न व पाक्सो जैसी घटनाओं को नियंत्रण रखते हुए महिलाओं को सुरक्षित रखा जाय। बैठक में मा0 सदस्य राष्ट्रीय महिला आयोग भारत सरकार सुश्री सोसो शैजा के अलावा जिलाधिकारी श्री एस0 राजलिंगम, पुलिस अधीक्षक श्री आशीष श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी श्री अजय कुमार द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी श्री योगेन्द्र बहादुर सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 एस0के0 उपाध्याय, जिला प्रोबेषन अधिकारी श्री श्री अमरेन्द्र पोत्सायन सहित अन्य सम्बन्धितगण मौजूद रहें।

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