अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 11 दिसम्बर। ओ0पी0 सिह, पुलिस महानिदेशक उ0प्र0 द्वारा विगत में मा0सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अयोध्या प्रकरण में पारित निर्णय केे अवसर पर विधि व्यवस्था के दृष्टिगत समस्त जोनल अपर पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी/रेलवेज, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक/पुलिस उपमहानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक, प्रभारी जनपद एवं सेनानायक उ0प्र0 को समय-समय पर समीक्षा बैठक, वीडियो कान्फ्रेसिंग आदि के माध्यम से कुशल रणनीति, सुविचारित पुलिस प्रबन्धन, बेहतर कम्यूनिटी पुलिसिंग, निरन्तर क्षेत्रों में भ्रमणशीलता एवं जनसंवाद के निर्देश दिये गये थे।
पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 के निर्देशों के क्रम में मुख्यालय स्तर/जोनल/परिक्षेत्रीय/जनपदीय सोशल मीडिया सेल एवं साइबर सेल में कार्यरत पुलिस कर्मियों द्वारा निरन्तर क्रियाशील रहकर सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मो आदि पर आपत्तिजनक पोस्टों, अफवाहों आदि का तत्काल संज्ञान लेते हुए वैधानिक कार्यवाही की गयी, जिससे अफवाह आदि फैलने में पूर्णतया नियंत्रण रहा। पीस कमेटी की बैठकों में समाज के संभ्रान्त नागरिकों, बुजुर्गो, युवाओं एवं धर्म गुरूओं को शान्ति एवं सद्भाव बनाये रखने की जिम्मेदारी के लिए प्रेरित किया गया एवं नागरिक सुरक्षा संगठनों, विशेष पुलिस अधिकारी/पुलिस मित्रों आदि का यथोचित सहयोग लिया गया। मुख्यालय स्तर पर एकीकृत, कमान्ड एण्ड कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया। यूपी 112 का एक टर्मिनल नियंत्रण कक्ष में स्थापित कर 24ग्7 आपरेशनल रखा गया। सी प्लान एप्प की सहायता से संभ्रान्त व्यक्तियों से वार्ता कर गुणवत्तापूर्ण त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित की गयी तथा डिप्लायमेंट प्लान के तहत प्रभावी पुलिस प्रबन्ध, सीसीटीवी कैमरे/वीडियों कैमरें एवं ड्रोन कैमरों के सहयोग के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर कार्ययोजना के तहत कार्यवाही के फलस्वरूप प्रदेश के किसी भी जनपदों में कोई अप्रिय घटना/विवाद घटित नहीं हुई। सम्पूर्ण प्रदेश में शान्ति/कानून-व्यवस्था उच्च कोटि की बनी रही।