प्रयागराज के खुल्दाबाद क्षेत्र की घटना, बाप ने खुद को भी चाकू घोंपा।
प्रयागराज। यूपी के प्रयागराज से एक दिल दहला देने वाली खबर आयी है। यहा एक बाप ने अपनी तीन साल की मासूम बेटी का गला सिर्फ इसलिये रेत दिया क्योंकि वह गुब्बारे मांग रही थी। बेटी का गला रेतने के बाद उसने खुद को भी चाकू घोंप लिया। गंभीर हालत में उसे स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मामला इलाहाबाद के खुल्दाबाद के चौफटका चकनिरातुल का है। यहां के राजेन्द्र अग्रहरि ने गुब्बारा मांगने पर अपनी तीन साल की बेटी का गला रेत दिया। जानकारी के मुताबिक मूल रूप से सिद्धार्थनगर के भवानीपुर स्थित बयारा डुमरियागंज गांव की रहने वाली पिंकल पांच महीने पहले ही अपने पति को छोड़कर गांव के राजेन्द्र अग्रहरि (28) के साथ छत्तीसगढ़ के रायपुर जाकर रहने लगी। उसके तीन बच्चे थे जिनमें से पिंकल ने दो बेटों को पहले पति के पास छोड़ दिया, जबकि मासूम बेटी पंखुड़ी को अपने साथ ले आयी। एक माह पहले राजेन्द्र रायपुर से इलाहाबाद आ गया और चौफटका चकनिरातुल में किराए के मकान में रहने लगा। पिंकल के मुताबिक सेमवार की शाम वह राजेन्द्र के साथ दवा लेने गयी थी।
इसी दौरान उनकी बेटी गुब्बारा दिलाने की जिद करने लगी, जिसपर राजेन्द्र नाराज हो गाय और वहीं बच्ची को पीटने लगा, जिसका विरोध करने पर वह पिंकल से भी झगड़ने लगा। वह पिंकल को रास्ते में छोड़कर पंखुड़ी को लेकर घर चला आया। पिंकल की मानें तो वह घर लौटी तो अंदर से दरवाजा बंद था। रात भर वह दरवाजा खोलने की गुहार लगाती रही, लेकिन दरवाजा नहीं खोला।
सुबह उसने हारकर आस-पास के लोगों से मदद मांगी। जब दरवाजा नहीं खुला तो लोगों ने पुलिस बुला लिया। दरवाजा तोड़ा गया तो कमरे में मासूम पंखुड़ी का शव खून से लथपथ फर्श पर पड़ा था और पास ही राजेन्द्र भी लहु लुहान पड़ा हुआ था। पंखु़ड़ी का गला रेता गया था, जबकि राजेन्द्र के पेट में चाकु से वार के निशान थे। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी रही। पत्नी की तहरीर पर राजेन्द्र के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया।