अनपरा सोनभद्र।गोल माल है भाई गोल माल है चौकिये मत क्या गोल माल है यह विधुत विभाग के कारनामे बोल रहे है।दागी डायरेक्टर पर्सनल के मेहरबानी से 2630 मेगावाट की क्षमता वाली अतिमहत्वपूर्ण परियोजना अनपरा ताप विधुत गृह के सीजीएम कार्यभाल एच पी सिंह को सौंपा गया ।जबकि वर्ष 2014 में परीक्षा परियोजना में ए सी पद पर तैनात थे उस केबुल गैलरी में लगी से बड़ा नुकसान हुआ था ।केबुल गैलरी में आग लगने के मामले में निलंबित किये गये थे ।।इतना ही नही डायरेक्टर संजय तिवारी इनपे क्यो मेहरबान थे कि जो व्यक्ति 2013 से 2017 तक परीक्षा के सीजीएम के अंदर ए सी पद कार्यरत थे उन्हें 2014 में निलंबित किया गया था उन्हें एकाएक अनपरा जैसी महत्वपूर्ण परियोजना का सीजीएम बनाना और आते ही कुछ माह बाद टरबाइन में आग लगने का करोड़ो रूपये नुकशान का तौफा देना भी जांच का विषय है।क्या बर्तमान सीजीएम की कार्यकुशलता पर प्रश्न चिन्ह है या तो इनके जीवन मे लिखा है जिस परियोजना में जायेगे वहा कुछ ही माह बाद आग लगना साथ मे करोड़ो का नुकसान होना जैसी अनहोनी होगी।बहरहाल टर्बाइन के जेनरेटर में लगी आग की जांच के लिये लखनऊ से डायरेक्टर टेक्निकल अनपरा पहुँचे है ।जांच में आग लगने कारण और दोषियों पर क्या कार्यवाही होगी यह जांच रिपोर्ट आने के बाद पता लगाया जा सकता है।