अनपरा सोनभद्र।विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, अनपरा ने 41 अरब रूपये डीएचएफएल कम्पनी में जमा करने के दोषी पावर कारपोरेशन के चेयरमैन को बर्खास्त कर तत्काल गिरफ्तार किया जाये। मुख्यमंत्री, उप्र सरकार कर्मचारियों के भुगतान की जिम्मेदारी ले गजट जारी करे:*
ऊर्जा मंत्री द्वारा पावर कारपोरेशन के चेयरमैन की भूमिका पर सवाल उठाने व नई सरकार बनने के बाद दागी कम्पनी डीएचएफएल में 41 अरब रूपये की धनराशि जमा करने का तारीखवार खुलासा होने के बाद विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, अनपरा, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील है कि भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेन्स की नीति के तहत पावर कारपोरेशन के चेयरमैन जो ट्रस्ट के भी चेयरमैन हैं, को बर्खास्त कर तत्काल गिरफ्तार किया जाये। समिति ने यह भी मांग की है कि उप्र पावर सेक्टर इम्प्लाइज ट्रस्ट में जमा धनराशि के भुगतान की जिम्मेदारी सरकार ले और इस बाबत गजट नोटीफिकेशन जारी करे। संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री से बिजली कर्मचारियों के हित में प्रभावी हस्तक्षेप करने की अपील की है और कहा है कि सरकार अपने दायित्व से विमुख नहीं हो सकती और कर्मचारियों के भुगतान की जिम्मेदारी लेते हुए सरकार को गजट नोटीफिकेशन जारी करना ही चाहिए।
अनपरा परियोजना सहित प्रदेश भर में समस्त परियोजनाओं व जिला मुख्यालयों पर आज तीसरे दिन भी बिजली कर्मचारियों व अभियन्ताओं को विरोध प्रदर्शन जारी रहा। विरोध प्रदर्शन का यह क्रम आगे भी जारी रहेगा और 18 व 19 नवम्बर को 48 घण्टे का प्रान्तव्यापी कार्य बहिष्कार होगा।
अनपरा में हुई सभा को संघर्ष समिति के प्रमुख पदाधिकारियों मणीन्द्र नाथ, अभिषेक त्रिपाठी, विशम्भर सिंह, सुशील श्रीवास्तव, विवेक सिंह, राजकुमार सिंह, अंगद तिवारी, अरविंद कुमार, डी बी पांडेय, आलोक सिन्हा, शशिकांत हिरोदय, ए के राय, देवेश विश्वकर्मा, दिनेश द्विवेदी, अभिषेक नारायण, बीर बहादुर, अजय मौर्या, विश्वास जी गौतम, सुरेश मौर्या,बलवीर सिंह, रविकांत यादव, गजानन श्रीवास्तव, अभिषेक बरनवाल, अभिनव पंड्या, रामाशीष गुप्ता आदि मुख्यतया उपस्थित थे।उक्त आशय की जानकारी अभिषेक त्रिपाठी
अभियंता संघ, अनपरा ने दी।