लखनऊ 06 नवम्बर। ए0पी0 मिश्रा, अखिलेश यादव के इतने करीबी थे कि उन्होंने आई0ए0एस0 अधिकारियों को एम0डी0 नियुक्त करने की परम्परागत नीति से हटकर पहली बार नियमों को ताक पर रखकर एक नाॅन आई0ए0एस0 ए0पी0 मिश्रा को यू0पी0पी0सी0एल0 का एम0डी0 नियुक्त कर दिया। इतना ही नहीं ए0पी0 मिश्रा को यू0पी0पी0सी0एल0 के एम0डी0 के साथ ही मध्यांचल और पूर्वांचल विद्युत वितरण का भी चार्ज दिया, जो पूर्व में कभी किसी को नहीं दिया गया था। एक अधिकारी को एक साथ इतने महत्वपूर्ण प्रभार कभी नहीं दिये गये थे। इसके पीछे असल कारण क्या थे, अखिलेश बताएं। जब ए0पी0 मिश्रा की आयु 62 वर्ष पूरी हो गई, तब उन्हें फिर से एम0डी0 बनाने के लिए अखिलेश यादव ने तैनाती के सारे नियम ही बदल डाले। उन्होंने अभूतपूर्व तरीके से नियमों में बदलाव कर मंत्रिपरिषद की बैठक में ए0पी0 मिश्रा के लिए रातों रात कानून बनाकर उन्हें 01 वर्ष का अतिरिक्त सेवा विस्तार दे दिया।
उल्लेखनीय है कि इस तरह ए0पी0 मिश्रा लगातार जहां 05 वर्ष तक एम0डी0 बने रहे, वहीं 6वें साल भी उनकों एम0डी० बनाये रखने के लिए अखिलेश यादव ने कानून में ये बदलाव चुनाव आचार संहिता लगने के ठीक पहले किया। इस दौरान ए0पी0 मिश्रा की अगुवायी में एक निजी फाइनेंस कम्पनी डी0एच0एफ0एल0 में नई सरकार बनने से ठीक 02 दिन पहले दिनांक 17 मार्च, 2017 को 21 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये गये। यह पैसा इतनी जल्दबाजी में ट्रांसफर किया गया कि इसके लिए आवश्यक प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। वर्तमान सरकार ने इनके 01 वर्ष वाले (12 फरवरी, 2017 के बाद) एक्सटेंशन को खत्म कर दिया था। इसके बाद भी 24 मार्च, 2017 तक ए0पी0 मिश्रा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए उक्त निर्णय का अनुमोदन व क्रियान्वयन करते रहे।
पावर काॅरपोरेशन के भ्रष्टाचारियों के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुहिम में अब तक 03 दागी अफसर जेल जा चुके हैं। जिन्होंने तमाम तरह के घोटाले किये हैं अब आगे उनकी बारी है, यह तो अभी शुरूआत है जिन भी लोगों ने भ्रष्टाचार किया है, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।