*योगी आदित्यनाथ तत्काल प्रभाव से ऊर्जा मंत्री को बर्खास्त करें- अजय कुमार लल्लू*
*सितंबर-अक्टूबर 2017 मे ऊर्जा मंत्री किस प्रयोजन से दुबई गए थे- अजय कुमार लल्लू*
*बिजली कर्मचारियों के पीएफ निवेश पर श्वेत पत्र जारी करे सरकार*
लखनऊ, 5 नवंंबर 2019। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने डीएचएफएल मामले में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को घेरते हुए कहा कि सवाल कर्मचारियों की पसीने की कमाई से साथ साथ अब तो देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। कैसे कर्मचारियों के पसीने की कमाई किसको को दिया गया।
उन्होंने मांग की कि इस बात की जांच की जानी चाहिए कि सितंबर-अक्टूबर 2017 मे ऊर्जा मंत्री किस प्रयोजन से दुबई गए थे और वहां किन लोगों से मुलाकात की। यह दौरा उसी समय किया गया जब डीएचएफएल का पैसा सनब्लिंक को जा रहा था। ऊर्जा मंत्री 10 दिनों की इस आधिकारिक यात्रा के उद्देश्य बताएँ।
उन्होंने यह भी मांग की कि सरकार बिजली कर्मचारियों के पीएफ निवेश पर श्वेत पत्र जारी करे।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि चूंकि डीएचएफएल से समझौता योगी आदित्यनाथ की सरकार में हुआ है। सारी जिम्मेदारी सरकार की है, योगी आदित्यनाथ तत्काल प्रभाव से ऊर्जा मंत्री जी को बर्खास्त करें।
जारी प्रेस नोट में अजय कुमार लल्लू ने कहा कि ऊर्जा मंत्री जी मानहानि के मुकदमें की धमकी दे रहे हैं लेकिन 45 हज़ार कर्मचारियों के पसीने की कमाई को निगल जाना चाहते हैं। देशद्रोहियों के साथ अपनी यारी पर सवाल पूछने पर जबाब नहीं दे रहे हैं। अजय कुमार लल्लू ने कहा कि ऊर्जा मंत्री जी कल मेरे द्वारा पूछे गए सवाल का जबाब क्यों नहीं दे रहे हैं? आखिर इस चुप्पी का राज क्या है।