प्रयागराज-लवकुश शर्मा।
प्रयागराज- प्रयागराज के हंडिया क्षेत्र के पौराणिक लाक्षागृह पांडव घाट पर आज सोमवती अमावस्या के दिन स्नानार्थियों की भारी भीड़ रही। माना यह जाता है कि जब पांडव अपने लक्खागृह में रहते थे तब उनकी दिली इच्छा थी कि सोमवती अमावस्या आए और वे गंगा का स्नान करें लेकिन ऐसा कभी संयोग नहीं बन पाया।जब तक पांडव लक्खागृह में थे तब तक ना तो सोमवती अमावस्या आई ना तो ऐसा कोई शुभ संकेत बना। पांडव इंतजार करते-करते कौरव की साजिश का शिकार हो गए और अंत में उन्हें लक्खागृह छोड़ना पड़ा। जाते जाते पांडवों ने गंगा को श्राप दिया और कहा कि हमारे रहते हुए सोमवती अमावस्या का शुभ संकेत नहीं बना लेकिन हमारे जाने के बाद 1 साल में दो बार तीन बार चार बार भी ऐसा संयोग बनेगा की सोमवती अमावस्या लगेगी तभी से सोमवती अमावस्या के दिन स्नानार्थियों की भारी भीड़ रहती है।पाण्डवो का लक्खा गृह आज लाक्षागृह के नाम सर जाता है। आज के मेले में लगभग हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया मौके को देखते हुए दुकानें पूरी तरह सजी हुई थी कहीं पर जलेबी की दुकान तो कहीं पर खिलौनों की दुकान है लगी हुई थी।