शान्ति, सुरक्षा और कानून का राज स्थापित
करने में राज्य पुलिस बल की महत्वपूर्ण भूमिका: मुख्यमंत्री
प्रयागराज कुम्भ-2019, 15वें प्रवासी भारतीय दिवस तथा लोकसभा आम चुनाव
में पुलिस के व्यवहार और कार्य प्रणााली की व्यापक प्रशंसा हुई
मानवीय संवेदना के साथ शान्ति, सुरक्षा व विधि के शासन
के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य करने पर पुलिस की अच्छी छवि बनती है
‘एकीकृत आपात सेवा-112’ के अन्तर्गत 102, 108, 1090, 181, 1076
आदि नम्बरों से संचालित सेवाओं को एकीकृत किया गया है
पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया के लिए जनपद और थाने
स्तर पर पुलिस वाहनों का रूट चार्ट बनाये जाने की आवश्यकता
वरिष्ठ नागरिक सुरक्षा पहल ‘सवेरा’ का शुभारम्भ सराहनीय
ऐसी पहल महिलाओं के सम्बन्ध में भी हो, इसके लिए
थाना स्तर पर अलग से एक सेल गठित की जाए
मुख्यमंत्री ने उल्लेखनीय कार्य करने वाले पुलिस
अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्मानित किया
लखनऊ: 26 अक्टूबर, 2019।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी कहा कि प्रदेश में शान्ति, सुरक्षा और कानून का राज स्थापित करने में राज्य पुलिस बल की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रयागराज कुम्भ-2019, 15वें प्रवासी भारतीय दिवस तथा लोकसभा के आम चुनाव में आधुनिक तकनीकी से युक्त पुलिस के व्यवहार और कार्य प्रणााली की व्यापक प्रशंसा हुई है। दिन-प्रतिदिन की पुलिसिंग में भी पुलिस का व्यवहार और कार्यप्रणाली ऐसी ही होनी चाहिए। इसके दृृष्टिगत राज्य पुलिस बल में अनेक सुधार किये गये हैं। पुलिस को तकनीकी सुविधाओं से युक्त किया जा रहा है। पुलिस बल का आधुनिकीकरण आमजन का विश्वास अर्जित करने में सहायक सिद्ध हुआ है। मानवीय संवेदना के साथ शान्ति, सुरक्षा व विधि के शासन के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य करने पर आमजन मेें पुलिस की अच्छी छवि बनती है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां ‘एकीकृत आपात सेवा-112’ तथा वरिष्ठ नागरिक सुरक्षा पहल ‘सवेरा’ के शुभारम्भ कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। मुख्यमंत्री जी ने बटन दबाकर इन सेवाओं का शुभारम्भ किया। उन्होंने भरोसा जताया कि इनसे प्रदेशवासियों को बेहतर पुलिस सुविधाएं की सुलभ होंगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में ‘डायल-100’ सेवा को ‘एकीकृत आपात सेवा-112’ से बदला जा रहा है। देश के कई राज्यों में इस सेवा को पहले से ही अंगीकृत कर लिया गया है। इस बदलाव के बाद भी, राज्य में ‘डायल-100‘ की सुविधा कुछ दिनों तक संचालित होती रहेगी। ‘एकीकृत आपात सेवा-112’ के अन्तर्गत 102, 108, 1090, 181, 1076 आदि नम्बरों से संचालित सेवाओं को एकीकृत किया गया है। इससे अलग-अलग सेवाओं के लिए अलग-अलग नम्बरांे को याद करने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘एकीकृत आपात सेवा-112’ तकनीकी रूप से अत्याधुनिक है। इसलिए इसके संचालन से पुलिस के रिस्पाॅन्स टाइम में कमी आने की सम्भावना है। उन्होंने कहा कि पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया के लिए जनपद और थाने स्तर पर पुलिस वाहनों का रूट चार्ट बनाये जाने की आवश्यकता है, इससे प्रदेशवासियों को शीघ्रता से पुलिस सहायता सुलभ हो सकेगी।
वरिष्ठ नागरिक सुरक्षा पहल ‘सवेरा’ के शुभारम्भ को सराहनीय बताते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इससे वरिष्ठ नागरिकों में विश्वास पैदा होगा। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार की पहल महिलाओं के सम्बन्ध में भी होनी चाहिए। इसके लिए थाना स्तर पर अलग से एक सेल गठित होनी चाहिए। महिलाओं की मदद के लिए संचालित महिला हेल्पलाइन ‘181‘ को भी इससे जोड़ना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने उल्लेखनीय कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री जी द्वारा संवाद अधिकारी सुश्री प्रिया कश्यप, सुश्री उर्मिला जोशी, सम्प्रेषण अधिकारी सुश्री शम्मी यादव, सुश्री अपर्णा चैहान तथा जनपद गौतमबुद्ध नगर में तैनात पी0आर0वी0 वाहन 1850 के कमाण्डर श्री राजेन्द्र कुमार तथा जनपद मथुरा में तैनात पी0आर0वी0 वाहन 1877 के कमाण्डर श्री राकेश कुमार को सम्मानित किया गया।
इससे पूर्व, अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवाएं श्री असीम अरुण ने एक प्रस्तुतिकरण के माध्यम से ‘एकीकृत आपात सेवा-112’ की विशेषताओं के सम्बन्ध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आपात स्थितियों में ग्लोबली हार्मोनाइज्ड आपात नम्बर की आवश्यकता के दृष्टिगत यह सेवा संचालित की गई है। इस सेवा में उन्नत तकनीक, बेहतर प्रक्रिया एवं संयुक्त कार्रवाई का समन्वय किया गया है। इस सेवा के अन्तर्गत पुलिस फायर, एम्बुलेन्स एवं अन्य जीवन रक्षक एजेंसियांे, यथा एस0डी0आर0एफ0 आदि की सेवाएं एक ही नम्बर पर उपलब्ध होंगी। ‘एकीकृत आपात सेवा-112’ का एक राष्ट्रीय एप भी विकसित किया गया है, जिससे पूरे देश में इस सेवा का लाभ लिया जा सकता है।
अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि इस सेवा के काॅलर की सटीक लोकेशन मिलेगी। साथ ही, पी0आरवी0 वाहनों का वैज्ञानिक व्यवस्थापन भी किया जा सकेगा। इस सेवा के अन्तर्गत प्राप्त होने वाली प्रत्येक काल पर पूर्ण विधिक कार्यवाही सम्बन्धित थाना प्रभारी द्वारा सुनिश्चित की जाएगी। सेवा के तहत काॅल टेकर द्वारा क्षेत्रीय भाषा में काॅलर से सम्पर्क किया जाएगा। चोट लगने, आग में फंसने, डिप्रेशन आदि मामलों में काॅलर को विशेषज्ञ सहायता भी उपलब्ध करायी जाएगी। इस सेवा के अन्तर्गत नागरिकों का पंजीकरण किया जा सकेगा। पंजीकरण पूर्णतः स्वैच्छिक होगा। प्रथम चरण में वरिष्ठ नागरिकों का पंजीकरण किया जाएगा।
इस अवसर पर प्रान्तीय रक्षक दल एवं नागरिक सुरक्षा मंत्री श्री चेतन चैहान, लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, पुलिस महानिदेशक श्री ओ0पी0 ंिसंह, पुलिस सुधार आयोग के अध्यक्ष श्री सुलखान सिंह, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डाॅ0 देवेश चतुर्वेदी सहित वरिष्ठ अधिकारीगण एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।