500 आदिवासी महिलाओं के लिए चलाये जा रहे पोल्ट्री फ़ार्मिंग को दिया विस्तार
सिगरौली।स्थानीय आदिवासी महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने एक और बड़ा कदम उठाया है। कंपनी अपनी निगमित सामाजिक दायित्व (सीएसआर) योजना के तहत सिंगरौली क्षेत्र की 250 आदिवासी महिलाओं को पोल्ट्री फ़ार्मिंग से जोड़ेगी।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु कंपनी ने गुरुवार को सिंगरौली ज़िला प्रशासन के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया है। बैढ़न स्थित सिंगरौली कलेक्टरेट कार्यालय में एनसीएल की ओर से महाप्रबंधक (सीएसआर) श्री आत्मेश्वर पाठक तथा सिंगरौली ज़िला प्रशासन की ओर से ज़िला पंचायत के कार्यपालन अधिकारी श्री ऋतुराज ने ज़िला कलेक्टर श्री केवीएस चौधरी एवं एनसीएल के वरीय प्रबन्धक (कार्मिक/सीएसआर) की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
इस एमओयू के तहत एनसीएल 3.75 करोड़ रुपये की राशि से 250 पोल्ट्री फ़ार्मिंग इकाइयों का निर्माण कराएगी। प्रत्येक इकाई एक आदिवासी महिला और उसके परिवार से संबंधित होगी।
गौरतलब है कि एनसीएल द्वारा सिंगरौली ज़िला प्रशासन के सहयोग से चलाये जा रहे इस कार्यक्रम से अभी तक 500 आदिवासी महिलाएं जुड़ी हैं। इन महिलाओं ने वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान सम्मिलित रूप से लगभग 10 करोड़ रुपए का कारोबार किया था।
कार्यक्रम के तहत हर आदिवासी महिला को एक पोल्ट्री फार्म बनाकर निः शुल्क दिया जाता है। साथ ही, मुर्गी पालन से संबन्धित उपकरण और आवश्यक प्रशिक्षण भी मुफ्त दिया जाता है। इस कार्यक्रम के शुरू होने से इससे जुड़ी आदिवासी महिलाओं और उनके परिजनों के जीवन में व्यापक सकारात्मक परिवर्तन आए हैं। आदिवासी महिलाओं को सशक्त एवं आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के एनसीएल के इस प्रयास को चौतरफा सराहना मिली है और इस कार्यक्रम के सफल कार्यान्वयन के लिए एनसीएल को अभी तक 03 प्रतिष्ठित सीएसआर पुरस्कार भी मिल चुके हैं।