पत्रकारों के लिये राष्ट्रहित सर्वोपरी– झा। मध्य भारत वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन एवं कवच संस्था द्वारा आतंकवाद ,अतिवाद एवं पत्रकारिता पर कार्यशाला सम्पन्न

भोपाल।मध्य भारत वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन
एवं कवच संस्था द्वारा डिज़ियाना मीडिया समूह के समूह संपादक रिज़वान अहमद सिद्दकी के मुख्य आतिथ्य एवं वरिष्ठ पत्रकार अवधेश भार्गव की अध्यक्षता में आतंकवाद ,अतिवाद एवं पत्रकारिता विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुवात में मध्य भारत वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के संरक्षक एवं ifwj के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष

कृष्णमोहन झा ने इस कार्यशाला के आयोजन की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुये कहा कि आज पत्रकार के सामने जन विश्वास अर्जित करना सबसे अहम है पत्रकारिता में वर्तमान में विश्वसनीयता का संकट है और वो लगातार गहरा होता जा रहा है हम खबर की जल्दबाजी और ब्रेक करने के चक्कर मे इसकी वास्तविक्ता परख नही पा रहे और गंभीर एवं संवेदनशील विषयो पर भी अत्यंत असवधनिया बरतते है इस कार्यशाला के माध्यम से हम युवा पत्रकारों के किसी भी व्यक्ति के टूल्स बनने से बचाना चाहते है,इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार रिज़वान अहमद सिद्दकी ने कहा कि पत्रकारिता सबसे ज्यादा जोखिम एवं जवाबदेही भरा कार्य है बन्दूक से निकली गोली वापस नही जा सकती उसी तरह पत्रकार के द्वारा फाइल की गई खबर भी वापस नही लौटती मगर गोली और खबर में अंतर यही है कि गोली केवल व्यक्ति पर असर करेगी लेकिन खबर का असर पूरे समाज पर होता है,वही वरिष्ठ पत्रकार अवधेश भार्गव ने कहा कि आज पत्रकारिता जगत में निरंतर प्रशिक्षण की आवश्यकता है हम लगातार प्रयास करेंगे कि इस तरह के आयोजन निरंतर हो विषय विशेषज्ञ पत्रकारों को विषय की गंभीरता से अवगत कराएं| कवच संस्था के निदेशक डॉक्टर ऋतुराज माटे ने इस संवेदनशील मुद्दे पर किस प्रकार की पत्रकारिता की जाए, उससे सम्बंधित जानकारी पत्रकारों को दी , माटे ने कहा कि पत्रकारो को इस संवेदनशील मुद्दे पर राष्ट्रहित को हमेशा सर्वोपरि रखना चाहिए। अतिवाद को लेकर भी जिम्मेदार रिपोर्टिंग कर सकें वे पत्रकार ही समाज और देश में एकता एवं सार्थकता ला सकते हैं जिससे कि भावनाओं की अलग होने की संभावनाएं कम हो जाती है।

डॉ माटे ने कहा कि कवच मीडिया ग्राफिक्स एंड डाटाबेस एक ऐसा कार्यक्रम लाया है, जो कि अतिवादी की रोकथाम करने वाले पत्रकारों के लिए है, जिसमें वे राष्ट्रहित को ध्यान में रखते हुए इस संवेदनशील मुद्दे पर पत्रकारिता कर सकें। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद डॉक्टर संतोष कटियार ने कहा कि ऋतुराज हमेशा से ही कुछ नया और राष्ट्रहित में कुछ करना चाहते थे मैनी मिलिट्री साइन्स में पहले PHD किया मुझसे प्रभावित होकर ही माटे ने इस विषय पर phd की आज मुझे गर्व है कि ऋतुराज विश्व मे एक अलग काम कर रहे है साथ ही देश के गौरव के तौर पर जाने जाते है| आभार प्रदर्शन कवच संस्थान के फ़ैज़ खान ने किया| सेमिनार में युवा पत्रकारों के साथ-साथ सीनियर जर्नलिस्ट राघवेंद्र सिंह ,आशीष चौबे,लोकेन्द्र सिंह एवं कवच संस्थान के संतोष सारस्वत,अरुण सुरिजिया प्रकाश नगीना एवं रुजिता उपस्थित थे|

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