वाराणसी।लोकसभा चुनाव में गठबंधन के बावजूद मिली करारी मात और बसपा के दुराव के बाद अब अखिलेश पार्टी के परम्परागत वोटरों की तरफ लौटने के लिए विवश हो चुके हैं। अब ‘दागी’ या ‘बागी’ के पहले जाति के आधार निर्णय लिये जा रहे हैं। यही कारण था कि झांसी में पुष्पेन्द्र यादव के एनकाउंटर मामले को लेकर सपा ने पुराने तेवर अपनाये हैं। पार्टी का मुखिया आंदोलन का नेतृत्व करे तो दूसरे भी सक्रिय हो जाते हैं। इस क्रम में बुधवार को मैदागिन चौराहे पर सीएम योगी का पुतला दहन कार्यक्रम आयोजित था लेकिन अति उत्साह या लापरवाही के चलते वहां अफरा-तफरी मच गयी। दरअसल पुतला फूंकने के फेर में समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ता ऋषि यादव स्वयं झुलस गया। आनन-फानन में आग पर काबू पाने के बाद ऋषि को मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां दशा खतरे के बाहर बतायी गयी है।
*छात्रसभा ने आयोजित किया था कार्यक्रम*
समाजवादी छात्रसभा ने अखिलेश यादव के झांसी स्थित पुष्पेंद्र यादव के घर जाने की जानकारी मिलने पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया था। इसके तहत मैदागिन चौराहे पर सपाई सीएम का पुतला फूंकने पहुंचे थे। बताया जाता है कि ऋषि यादव ने जैसे ही पुतले में आग लगाया उसके सिर के बाल और कपड़े में भी आग लग गई। वह पुतला छोड़ भागने लगा। दूसरी तरफ आग की लपटों से घिरे ऋषि यादव को देख मौजूद दूसरे कार्यकर्ताओं में अफरातफरी मच गई। बाद में कार्यकर्ता पुतला छोड़ कर ऋषि की तपके और किसी तरह कपड़ा फेंककर काबू पाया। घटनाक्रम की जाानकारी मिलने के बाद पुलिस-प्रशासन एक्शन मोड में आ गया। सीएम का पुतला फूंकने वाले समाजवादी छात्रसभा के चार कार्यकर्ताओं को फौरन हिरासत में लिया है।