उरई। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने अम्पायर और स्कोरर बनने के लिए परीक्षा कराई । कुल 27 लोगों ने क्रिकेट संबंधी प्रश्नों के उत्तर दिए। परीक्षा कराने के पूर्व दो दिनों तक कार्यशाला चली, जिसमें यूपीसीए द्वारा भेजे गए दो वरिष्ठ अम्पायरों ने एमसीए और बीसीसीआई के खेल संचालन संबंधी नियमों की जानकारी दी खेल के दौरान लिए जाने वाले बारीकी निर्णय पर एंपायर की भूमिका संबंधित जानकारियां दी।
डीवी कालेज के लाईब्रेरी कांफ्रेंस रूम में चले दो दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम तीसरे दिन परीक्षा हुई। परीक्षा में अम्पायर और स्कोरर बनने के इच्छुक 27 परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया। 100 नंबर के प्रश्नों को हल करने के लिये ढाई घंटे का समय निर्धारित था। दोनों प्रश्न पत्रों में सभी प्रश्न क्रिकेट संबंधी ही पूछे गए थे। उत्तर पुस्तिकाओं को मूल्यांकन के लिए उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन को भेजा गया है। इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने को 80 नंबर लाना अनिवार्य होगा। परीक्षा कराने के पूर्व दो दिनों तक नियमों की जानकारी देने को कार्यशाला भी लगाई गई जिसमें दो अलग – अलग सत्र सुबह 9 से शाम 6 बजे तक चले। कार्यशाला के लिए यूपीसीए से नामित किये गए ग्रेड ए के अम्पायर एस पी सिंह और तरुण कपूर ने अपनी भूमिका को अंजाम दिया।
परीक्षा होने के पश्चात दोनों लोगों को डीसीए की ओर से सम्मानित भी किया गया। डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट डेवलपमेंट कमेटी के चेयरमैन वाह उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के कार्यकारिणी सदस्य श्यामबाबू , नवनिर्वाचित डीसीए के अध्यक्ष डा. देवेंद्र कुमार, और सचिव विकास शर्मा ने दोनों अम्पायरों को सम्मानित करते हुए कहा कि जिले के लिए पहली बार ऐसी कोई कार्यशाला हुई है। अब जिले से भी अम्पायर और स्कोरर बन सकेंगे। प्रशिक्षण देने आए दोनों अम्पायरों ने भी माना कि डीसीए जालौन ने यहां जो सुविधाएं मुहैया कराईं वह अकेले यूपीसीए के पास ही हैं। उन्होंने कार्यशाला में हिस्सा लेने आये सभी प्रतिभागियों के अनुशासन को भी सराहा। अन्त मे डॉ अविनाश कुमार और राकेश द्विवेदी ने सफल प्रशिक्षण पर सभी प्रशिक्षणार्थियों का धन्यवाद ज्ञापित किया