लखनऊ 1 अक्टूबर। प्रदेश सरकार के लखनऊ 1 अक्टूबर। प्रदेश सरकार के इशारे पर अलीगढ जनपद के इगलास विधान सभा चुनाव में स्पष्ट रूप से लोकतंत्र की हत्या करते हुये राष्ट्रीय लोकदल की प्रत्याषी श्रीमती सुमन दिवाकर का नामांकन खारिज कर दिया गया है। इससे प्रतीत होता है कि प्रदेश में अघोषित इमरजेंसी है। यह आरोप लगाते हुये राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने कहा कि प्रषासनिक हीलाहवाली के साथ साथ नामांकन दाखिल करते समय 2.55 बजे प्रस्तावक को रिटर्निंग आफीसर के कमरे में घुसने नहीं दिया गया जिसके पास प्रत्याशी का बी फार्म भी था। इस प्रकरण में रालोद के पूर्व विधायक भगवती प्रसाद सूर्यवंषी ने तुरंत ही रिटर्निंग आफीसर के सामने धरना दिया और सायंकाल प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने चुनाव पर्यवेक्षक से मिलकर शिकायत दर्ज करायी।
रालोद प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि आज रिर्टनिंग आफीसर के सामने आन्ध्र प्रदेश राज्य के चुनाव आयोग की नियमावली भी पेश की गयी जिसमें बी फार्म की उपलब्धता नामांकन की अन्तिम तारीख को 5 बजे तक भी जमा करने का प्रावधान स्पष्ट रूप से अंकित है। प्रादेशिक मशीनरी के इशारे पर सभी बातों को दरकिनार करते हुये रालोद प्रत्याषी का नामांकन खारिज कर दिया गया जो लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवालिया निशान लगाता है। उन्होंने आगे कहा कि इगलास विधानसभा के भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राजकुमार सहयोगी का नाम उनके गांव की मतदाता सूची के साथ साथ शहर की भी मतदाता सूची में दर्ज हैं जोकि चुनाव आयोग की नियमावली के विरूद्व है। स्थानीय प्रशासन ने इस बात को दरकिनार करते हुये भाजपा प्रत्याशी का पर्चा वैध घोषित किया जिससे स्पष्ट होता है कि सम्पूर्ण प्रशासन प्रदेश सरकार के इशारे पर ही नहीं बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं के रूप में कार्य कर रहा है। ऐसे में निष्पक्ष चुनाव की बात करना बेइमानी है।
रालोद प्रदेष प्रवक्ता ने मुख्य चुनाव अधिकारी से नियम विरूद्व तरीके से कराये भाजपा प्रत्याषी के नामांकन को खारिज करने की मांग करते हुये कहा कि रालोद का पर्चा खारिज होने के बाद आक्रोषित राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ताओं द्वारा सडक पर प्रदेष अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद के नेतृत्व में जिला प्रषासन एवं रिर्टनिंग आफीसर की मनमानी के विरूद्व धरना प्रारम्भ कर दिया गया है। जिसमें प्रमुख रूप से पूर्व विधायक भगवती प्रसाद सूर्यवंषी, प्रदेष मीडिया प्रभारी जावेद अहमद, रालोद के क्रान्तिकारी नेता जियाउर्रहमान, अनीष चैहान, राम बहादुर सिंह, संजीव चैधरी एवं रालोद की प्रत्याषी श्रीमती सुमन दिवाकर के साथ साथ सैकडों राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता उपस्थित हैं।
(सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी) पर अलीगढ जनपद के इगलास विधान सभा चुनाव मंें स्पष्ट रूप से लोकतंत्र की हत्या करते हुये राष्ट्रीय लोकदल की प्रत्याषी श्रीमती सुमन दिवाकर का नामांकन खारिज कर दिया गया है। इससे प्रतीत होता है कि प्रदेष में अघोषित इमरजेंसी है। यह आरोप लगाते हुये राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने कहा कि प्रषासनिक हीलाहवाली के साथ साथ नामांकन दाखिल करते समय 2.55 बजे प्रस्तावक को रिटर्निंग आफीसर के कमरे मंे घुसने नहीं दिया गया जिसके पास प्रत्याशी का बी फार्म भी था। इस प्रकरण में रालोद के पूर्व विधायक भगवती प्रसाद सूर्यवंषी ने तुरंत ही रिटर्निंग आफीसर के सामने धरना दिया और सायंकाल प्रदेशअध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने चुनाव पर्यवेक्षक से मिलकर शिकायत दर्ज करायी।
रालोद प्रदेष प्रवक्ता ने बताया कि आज रिर्टनिंग आफीसर के सामने आन्ध्र प्रदेष राज्य के चुनाव आयोग की नियमावली भी पेष की गयी जिसमें बी फार्म की उपलब्धता नामांकन की अन्तिम तारीख को 5 बजे तक भी जमा करने का प्रावधान स्पष्ट रूप से अंकित है। प्रादेषिक मषीनरी के इषारे पर सभी बातों को दरकिनार करते हुये रालोद प्रत्याषी का नामांकन खारिज कर दिया गया जो लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवालिया निषान लगाता है। उन्होंने आगे कहा कि इगलास विधानसभा के भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याषी राजकुमार सहयोगी का नाम उनके गांव की मतदाता सूची के साथ साथ शहर की भी मतदाता सूची में दर्ज हैं जोकि चुनाव आयोग की नियमावली के विरूद्व है। स्थानीय प्रषासन ने इस बात को दरकिनार करते हुये भाजपा प्रत्याषी का पर्चा वैध घोषित किया जिससे स्पष्ट होता है कि सम्पूर्ण प्रषासन प्रदेष सरकार के इषारे पर ही नहीं बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं के रूप में कार्य कर रहा है। ऐसे में निष्पक्ष चुनाव की बात करना बेइमानी है।
रालोद प्रदेष प्रवक्ता ने मुख्य चुनाव अधिकारी से नियम विरूद्व तरीके से कराये भाजपा प्रत्याषी के नामांकन को खारिज करने की मांग करते हुये कहा कि रालोद का पर्चा खारिज होने के बाद आक्रोषित राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ताओं द्वारा सडक पर प्रदेष अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद के नेतृत्व में जिला प्रषासन एवं रिर्टनिंग आफीसर की मनमानी के विरूद्व धरना प्रारम्भ कर दिया गया है। जिसमें प्रमुख रूप से पूर्व विधायक भगवती प्रसाद सूर्यवंषी, प्रदेष मीडिया प्रभारी जावेद अहमद, रालोद के क्रान्तिकारी नेता जियाउर्रहमान, अनीष चैहान, राम बहादुर सिंह, संजीव चैधरी एवं रालोद की प्रत्याषी श्रीमती सुमन दिवाकर के साथ साथ सैकडों राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता उपस्थित हैं।
(सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी)