जीवनमन्त्र।सभी जानते हैं कि कल 29 सितंबर से नवरात्रि का पावन पर्व शुरु हो रहा है, और इस पवित्र दिनों में मां दुर्गा के नवरुपों की पूजा विधिवत रुप से कर मां की असीम कृपा प्राप्त करते हैं। वैसे तो सभी नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए बहुत से उपाय किये होंगे लेकिन आज हम आपको राशिनुसार फूलों के बारे में बताएंगे, जिन्हे मां दुर्गा को चढ़ाने से हर कष्ट का अंत होगा। 12 राशियों के जातक अपनी-अपनी राशि स्वामी के अनुसार भी मां का पूजन-अर्चना करके स्वामी ग्रहों की अनुकूलता में वृद्धि कर सकते हैं।
मेष राशि के स्वामी मंगल हैं अतः इन्हें लाल रंग के पुष्प मां दुर्गा पर चढ़ाने चाहिए, इनमें, गुड़हल, गुलाब, लाल कनेर, लाल कमल अथवा किसी भी तरह के लाल पुष्प हों उससे पूजा करके मां भगवती को प्रसन्न कर मंगल जनित दोषों के कुप्रभाव से बचा जा सकता है।
वृषभ राशि वालों के स्वामी शुक्र हैं, मां दुर्गा पर श्वेत कमल, गुडहल, श्वेत कनेर, सदाबहार, बेला, हरसिंगार आदि जितने भी श्वेत प्रजाति के पुष्प हैं उनसे मां की आराधना कर प्रसन्न किया जा सकता है ऐसा कर पाने से शुक्र की शुभता में वृद्धि होगी।
मिथुन राशि के स्वामी बुध हैं बुध को मां दुर्गा का असीमित स्नेह प्राप्त है अतः मां की पूजा पीला कनेर, गुडहल, द्रोणपुष्पी, गेंदा और केवड़ा पुष्प से मां की आराधना करके अभीष्ट कार्य सिद्ध भी कर सकते हैं और बुध की कृपा भी प्राप्त होगी।
कर्क राशि के स्वामी चंद्र हैं अतः श्वेत कमल, श्वेत कनेर, गेंदा, गुडहल, सदाबहार, चमेली रातरानी और अन्य जितने भी प्रकार के श्वेत और गुलाबी पुष्प हैं उन्हीं से मां की आराधना करके प्रसन्न करके चन्द्र जनित दोषों से मुक्त हुआ जा सकता है।
सिंह राशि के स्वामी सूर्य हैं जो सभी राशियों, ग्रहों, संवत्सरों और नक्षत्रों के भी स्वामी हैं। इन्हें सभी पंचायतन में स्थान प्राप्त है इसलिए किसी भी तरह के पुष्प से कमल, गुलाब, कनेर, गुड़हल से मां की पूजा करके कृपा पा सकते हैं। गुड़हल का पुष्प सूर्य और मां दुर्गा को अति प्रिय है।
कन्या राशि के स्वामी बुध ही हैं अतः गुड़हल, गुलाब, गेंदा, हरसिंगार एवं किसी भी तरह के अति सुगंधित पुष्पों से मां दुर्गा की आराधना करके अपने मनोरथ पूर्ण करके बुध के साथ-साथ अन्य ग्रहों की अनुकूलता भी पा सकते हैं।
तुला राशि के स्वामी भी शुक्र है अतः श्वेत कमल श्वेत, कनेर, गेंदा, गुड़हल, जूही, हरसिंगार, सदाबहार, केवड़ा, बेला चमेली आदि पुष्पों से मां भगवती की आराधना करके उनकी अनुकूलता और शुक्र की कृपा प्राप्त की जा सकती है।
वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं अतः किसी भी प्रजाति के लाल पुष्प, पीले पुष्प, एवं गुलाबी पुष्प से पूजा करके मां दुर्गा की कृपा प्राप्त की जा सकती है। लाल कमल से पूजा कर पाएं तो घर परिवार में समृद्धि तो बढ़ेगी ही मंगल की कृपा भी प्राप्त होगी।
धनु राशि के स्वामी वृहस्पति हैं। कमल पुष्प, कनेर, गुड़हल, गुलाब, गेंदा, केवडा, और कनेर की सभी प्रजातियां के पुष्पों से मां का पूजन-अर्चना करके मां का आशीर्वाद एवं बृहस्पति की भी और अधिक शुभता प्राप्त की जा सकती है।
मकर राशि के स्वामी शनि हैं, अतः किसी भी तरह के नीले पुष्प, कमल, गेंदा, गुलाब, गुड़हल आदि से मां शक्ति की पूजा-आराधना करके मां की कृपादृष्टि एवं शनिजनित दुष्प्रभावों से बचते हुए ईष्ट कामयाबी हासिल की जा सकती है।
कुंभ राशि के स्वामी भी शनिदेव ही हैं अतः नीले पुष्प, गेंदा, सभी प्रकार के कमल, गुड़हल, बेला, चमेली, रातरानी, आदि से मां भगवती की आराधना करके उनकी कृपा और शनिग्रह के दोष से मुक्त होते हुए मनोरथ भी पूर्ण किये जा सकते हैं।
मीन राशि के स्वामी वृहस्पति हैं, पीले कनेर की सभी प्रजातियां, सभी प्रकार के कमल, गेंदा, गुलाब, गुड़हल की सभी प्रजातियों से पूजा करके मां की कृपा प्राप्त करते हुए वृहस्पति जन्य दोषों से भी मुक्त हुआ जा सकता है।