मुख्यमंत्री होने के नाते बाहरी राज्यों के छात्र-छात्राओं को बेहतर सुविधाएं दिलाना मेरा प्राथमिक दायित्व: मुख्यमंत्री


अभिभावक तथा मुख्यमंत्री होने के नाते बाहरी राज्यों के छात्र-छात्राओं को बेहतर सुविधाएं दिलाना मेरा प्राथमिक दायित्व: मुख्यमंत्री
अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 28 सितम्बर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश में अध्ययनरत जम्मू-कश्मीर के छात्र-छात्राओं से मुलाकात कर संवाद स्थापित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आप सभी छात्र-छात्राओं का मैं अभिभावक हूं। अभिभावक तथा राज्य का मुख्यमंत्री होने के नाते आप सभी को बेहतर सुविधाएं दिलाना मेरा प्राथमिक दायित्व है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लोकतंत्र की सबसे मजबूत कड़ी संवाद है। संवादहीनता समाज के विकास में बाधक होती है। संवाद के माध्यम से किसी भी समस्या का समाधान किया जा सकता है। जीवन में खुशहाली तभी आएगी, जब विश्वास आएगा और यह विश्वास तभी आएगा, जब हम एक-दूसरे से संवाद स्थापित करेंगे। उन्हांेने छात्र-छात्राओं को सुझाव देते हुए कहा कि वे सैद्धान्तिक ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान भी प्राप्त करें। व्यावहारिक ज्ञान के लिए आवश्यक है कि एक संस्थान के विद्यार्थी दूसरे संस्थान के विद्यार्थियों के साथ संवाद स्थापित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने सत्ता में आने के बाद ही सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये थे कि उत्तर प्रदेश में बाहर से आने वाले छात्र-छात्राओं को सभी प्रकार की बेहतर सुविधाएं व सुरक्षा प्रदान की जाए। इसके लिए स्थानीय स्तर पर एक सेल का गठन किया जाए, जिससे उनकी समस्याओं का निराकरण किया जा सके। इनके रोजगार की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन और ऊर्जा के क्षेत्र में असीम सम्भावनाएं हैं। केन्द्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को 10 प्रतिशत अनुदान दिया जाता था, जबकि उसकी आबादी देश की कुल आबादी का मात्र एक प्रतिशत है। वहीं उत्तर प्रदेश देश की कुल आबादी का 17 प्रतिशत से अधिक है और यहां पर केन्द्र सरकार द्वारा मात्र 7 प्रतिशत अनुदान देने के बावजूद भी विकास के क्षेत्र में बहुत आगे है। केन्द्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को दी जाने वाली अनुदान राशि का सही इस्तेमाल नहीं किया जाता था, जिसका परिणाम रहा कि जम्मू-कश्मीर विकास की दौड़ में पीछे रहा है। वर्तमान केन्द्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 हटाये जाने से वहां बेहतरी के रास्ते खुलेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के बेहतर विकास के लिए वर्तमान सरकार ने आई0आई0एम0, लखनऊ में पूरे मंत्रिमण्डल व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को प्रशिक्षण दिलाने का काम किया है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से हम प्रदेश के विकास के लिए बेहतर कार्ययोजना बनाकर कार्य कर रहे हैं। पिछले ढाई वर्षाें में प्रदेश सरकार ने शांति और विकास का जो माहौल दिया उससे प्रदेश में 02 लाख करोड़ रुपये का निवेश आया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश कृषि बाहुल्य प्रदेश है। किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कृतसंकल्पित हैं। इस दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को कृषि विज्ञान केन्द्र से जोड़ने का कार्य किया गया है, जिससे उन्हें उन्नत तकनीकी की जानकारी प्राप्त हुई है। प्रोक्योरमेन्ट पाॅलिसी के माध्यम से किसानों के हितों को संरक्षित करने का काम किया गया है। गन्ना किसानों को 74 हजार करोड़ रुपये का बकाया भुगतान राज्य सरकार द्वारा किया गया है। आज उत्तर प्रदेश खाद्यान्न उत्पादन, दुग्ध उत्पादन, सब्जी उत्पादन तथा गन्ना उत्पादन में प्रथम स्थान पर है।
ज्ञातव्य है कि संवाद कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के उत्तर प्रदेश में अध्ययनरत जनपद अलीगढ़, गाजियाबाद तथा गौतमबुद्धनगर से आये विद्यार्थी सम्मिलित थे।
इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य एवं पूर्व मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव पर्यटन जितेन्द्र कुमार, प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण मनोज सिंह, सूचना निदेशक शिशिर सहित जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थी मौजूद थे।
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वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 28 सितम्बर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश में अध्ययनरत जम्मू-कश्मीर के छात्र-छात्राओं से मुलाकात कर संवाद स्थापित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आप सभी छात्र-छात्राओं का मैं अभिभावक हूं। अभिभावक तथा राज्य का मुख्यमंत्री होने के नाते आप सभी को बेहतर सुविधाएं दिलाना मेरा प्राथमिक दायित्व है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लोकतंत्र की सबसे मजबूत कड़ी संवाद है। संवादहीनता समाज के विकास में बाधक होती है। संवाद के माध्यम से किसी भी समस्या का समाधान किया जा सकता है। जीवन में खुशहाली तभी आएगी, जब विश्वास आएगा और यह विश्वास तभी आएगा, जब हम एक-दूसरे से संवाद स्थापित करेंगे। उन्हांेने छात्र-छात्राओं को सुझाव देते हुए कहा कि वे सैद्धान्तिक ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान भी प्राप्त करें। व्यावहारिक ज्ञान के लिए आवश्यक है कि एक संस्थान के विद्यार्थी दूसरे संस्थान के विद्यार्थियों के साथ संवाद स्थापित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने सत्ता में आने के बाद ही सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये थे कि उत्तर प्रदेश में बाहर से आने वाले छात्र-छात्राओं को सभी प्रकार की बेहतर सुविधाएं व सुरक्षा प्रदान की जाए। इसके लिए स्थानीय स्तर पर एक सेल का गठन किया जाए, जिससे उनकी समस्याओं का निराकरण किया जा सके। इनके रोजगार की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन और ऊर्जा के क्षेत्र में असीम सम्भावनाएं हैं। केन्द्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को 10 प्रतिशत अनुदान दिया जाता था, जबकि उसकी आबादी देश की कुल आबादी का मात्र एक प्रतिशत है। वहीं उत्तर प्रदेश देश की कुल आबादी का 17 प्रतिशत से अधिक है और यहां पर केन्द्र सरकार द्वारा मात्र 7 प्रतिशत अनुदान देने के बावजूद भी विकास के क्षेत्र में बहुत आगे है। केन्द्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर को दी जाने वाली अनुदान राशि का सही इस्तेमाल नहीं किया जाता था, जिसका परिणाम रहा कि जम्मू-कश्मीर विकास की दौड़ में पीछे रहा है। वर्तमान केन्द्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 हटाये जाने से वहां बेहतरी के रास्ते खुलेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के बेहतर विकास के लिए वर्तमान सरकार ने आई0आई0एम0, लखनऊ में पूरे मंत्रिमण्डल व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को प्रशिक्षण दिलाने का काम किया है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से हम प्रदेश के विकास के लिए बेहतर कार्ययोजना बनाकर कार्य कर रहे हैं। पिछले ढाई वर्षाें में प्रदेश सरकार ने शांति और विकास का जो माहौल दिया उससे प्रदेश में 02 लाख करोड़ रुपये का निवेश आया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश कृषि बाहुल्य प्रदेश है। किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कृतसंकल्पित हैं। इस दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को कृषि विज्ञान केन्द्र से जोड़ने का कार्य किया गया है, जिससे उन्हें उन्नत तकनीकी की जानकारी प्राप्त हुई है। प्रोक्योरमेन्ट पाॅलिसी के माध्यम से किसानों के हितों को संरक्षित करने का काम किया गया है। गन्ना किसानों को 74 हजार करोड़ रुपये का बकाया भुगतान राज्य सरकार द्वारा किया गया है। आज उत्तर प्रदेश खाद्यान्न उत्पादन, दुग्ध उत्पादन, सब्जी उत्पादन तथा गन्ना उत्पादन में प्रथम स्थान पर है।
ज्ञातव्य है कि संवाद कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के उत्तर प्रदेश में अध्ययनरत जनपद अलीगढ़, गाजियाबाद तथा गौतमबुद्धनगर से आये विद्यार्थी सम्मिलित थे।
इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य एवं पूर्व मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव पर्यटन जितेन्द्र कुमार, प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण मनोज सिंह, सूचना निदेशक शिशिर सहित जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थी मौजूद थे।
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