
मनोरंजन डेस्क।वालीवुड की दुनिया मे तीन राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाली निर्माता संजय राउतरे और निर्देशक श्रीराम राघवन की फिल्म अंधाधुन ने सोमवार की रात मुंबई में शुरू हुए आइफा अवार्ड्स की पहली ही शाम को धमाल कर दिया. तकनीकी कैटेगरी के अवार्ड्स समारोह आइफा रॉक्स में फिल्म अंधाधुन चार पुरस्कार जीतकर नंबर वन रही।
अपने 20 साल के इतिहास में पहली बार हिंदुस्तान की सरजमीं पर हो रहे आइफा अवार्ड्स की पहली शाम यानी आइफा रॉक्स की रंगीनियों से सोमवार रात मायानगरी गुलजार हुई. इसी शाम हिंदी सिनेमा की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों को बनाने वाले तकनीशियों को भी इनाम मिले।
अंधाधुन ने इन पुरस्कारों में बाजी मार ली. फिल्म तकनीकी पुरस्कारों में चार पुरस्कार मिले. फिल्म अंधाधुन के लिए सर्वश्रेष्ठ पटकथा का पुरस्कार श्रीरामराघवन, अरिजीत बिस्वास, पूजा लाढा सुरती और योगेश चंदेकर को, सर्वश्रेष्ठ संपादन का पुरस्कार पूजा लाढा सुरती को, सर्वश्रेष्ठ ध्वनि मिश्रण के लिए अजय कुमार पी बी को और सर्वश्रेष्ठ पार्श्व संगीत के लिए डैनियल बी जॉर्ज को आइफा अवार्ड्स मिले।
तकनीकी कैटेगरी के बाकी पुरस्कार में तुम्बड के लिए सर्वश्रेष्ठ ध्वनि संरचना का पुरस्कार कुणाल शर्मा को और सर्वश्रेष्ठ दृश्य प्रभाव का पुरस्कार फिल्मगेट फिल्म्स एबी को मिला. फिल्म पद्मावत में सर्वश्रेष्ठ छायांकन के लिए सुदीप चटर्जी ने, फिल्म बधाई हो में सर्वश्रेष्ठ संवाद के लिए अक्षत घिल्डियाल को, फिल्म पद्मावत में सर्वश्रेष्ठ नृत्य निर्देशन के लिए कृति महेश मिद्या और ज्योति तोमर पुरस्कृत किए गए।
इस शाम को मनोरंजक बनाने के लिए सिनेमा के तमाम सितारों ने अपनी संगीतमयी प्रस्तुतियां दी और आइफा अवार्ड्स की इस पहली शाम की मेजबानी की राधिका आप्टे और अली फजल ने. मंच पर प्रस्तुतियां देने वालों में बिलिनेयर पॉप स्टार बन चुकीं ध्वनि भानुशाली को सबसे ज्यादा तालियां मिलीं।
उनके अलावा नेहा कक्कड़, जोनिटा गांधी, तुलसी कुमार, रंजीत बरोट, कुतले खान, नकश अजीज, जस्सी गिल और बी प्राक ने भी अपने सुरों का इंद्रधनुष बनाकर दर्शकों को मोह लिया।
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