मप्र में अभी भी नए प्रदेशाध्यक्ष को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है।

भोपाल।कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया की नई दिल्ली में मंगलवार को प्रस्तावित मुलाकात नहीं हो पाई है। इसके बाद मप्र के नए प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर अब गुरुवार को होने वाली पार्टी की उच्च स्तरीय बैठक में फैसला होने के कयास लगाए जा रहे हैं।

इधर, सिंधिया ने मीडिया से चर्चा में सिर्फ इतना ही कहा कि मुझे महाराष्ट्र चुनाव के लिए हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में शामिल होना था। मैंने पार्टी अध्यक्ष से मिलने के लिए अलग से कोई समय नहीं मांगा था। पार्टी आलाकमान ने गुरुवार को राज्यों के प्रदेशाध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की बैठक बुलाई है।

हालांकि इस बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ के भाग लेने की संभावना कम ही है। इसकी वजह उनके कार्यक्रम पहले से ही तय हैं। बैठक में प्रदेश के प्रभारी महासचिव दीपक बावरिया शामिल होंगे। बावरिया का कहना है कि नए प्रदेशाध्यक्ष को लेकर फैसला पार्टी आलाकमान को लेना है। पार्टी अध्यक्ष कभी भी प्रदेश के नेताओं से बातकर इस बारे में फैसला ले सकती हैं।

वहीं, मप्र में अभी भी नए प्रदेशाध्यक्ष को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। सोनिया से सिंधिया की प्रस्तावित मुलाकात के मायने निकाले जा रहे थे कि प्रदेशाध्यक्ष को लेकर कोई रास्ता निकल सकता है। इससे सिंधिया समर्थकों ने दिल्ली में डेरा डाल रखा था।

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