*लोन के लिए किसान लगा रहे है चक्कर
*फाइल की अवधि भी हो जा रही है समाप्त
नवीन चंद
कोन/सोनभद्र-केंद्र व राज्य सरकार द्वारा किसानों की आय दुगनी करने व बेरोजगारों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड व मुद्रा जैसे योजना संचालित किया जिससे लोगो को साहूकार की चुगल से मुक्ति मिल ओर बेरोजगारी कम हो जो युवा नोकरी के बजाय स्वरोजगार अपनाए वही जिलाधिकारी द्वारा सप्ताह में बैंक पर निर्धारित दो दिन में रखा गया है जो कि किसान आकर अपना किसान क्रेडिट कार्ड बनवाकर कर सस्ते दर पर कर्ज मुहैया कराना बैंक की जिम्मेदारी तय किया लेकिन कोन इलाहाबाद बैंक में दो माह से शाखा प्रबंधक की पोस्ट खाली पड़ी है यही नही इस बैंक में कैश काउंटर दो बने है लेकिन एक केश काउंटर से के सालों से काम चलाया जा रहा है जिससे ग्राहकों को घण्टो बैंक में बिताने को मजबूर हो रहे है वही बेरोजगारों को भी शाखा प्रबंधक नही होने से लोन नही मिल रहा है वही किसानों की समस्या दुगनी हो गयी है क्योंकि किसानों को लोन पाने के लिए अपने खतौनी को तहसील से बैंक के नाम गिरवी रखने पड़ते है वही इस कागजात बनवाने में किसानों को 1500 रुपये चले जाते है और जब बैंक में छः माह से अधिक समय निकल जाते है तो पुनः उस खतौनी को तिथि बढ़वाने पड़ते है तो किसानों को आर्थिक बोझ बढ़ रहे है और उन्हें किसान लोन भी नही मिल रहा है जिससे क्षेत्र के किसान को अन्य जगहों से पैसों के लिए जाना पड़ता है जिससे सरकार के फरमान के बाद भी बैंक किसानों को कर्ज देने व बेरोजगारों को शाखा प्रबंधक नही होने से कर्ज नही मिल पा रहा है ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से शाखा प्रबंधक कोन इलाहाबाद बैंक में नियुक्त करने की मांग की है