छत्तीसगढ़
कांकेर।कांकेर जिले में रेत चोरी पर लगाम लगाने जिला प्रशासन सक्षम नहीं दिख रहा है। 24 अगस्त की रात चारामा में स्वयं एसडीएम द्वारा छापा मार रेत चोरों को पकड़ने के बावजूद इलाके में चोरी नहीं रुकी। एेसी हीघटना 15 दिन पहले 10 अगस्त को नारा में हुई थी, जिसमें कलेक्टर के निर्देश पर तहसीलदार व पुलिस ने मौके पर पहुंच 14 हाईवा पकड़े थे। धरपकड़ के पांच घंटे बाद ही रात में माफिया पकड़ी गई हाईवा में रेत भरकर फरार हो गया था। इधर चारामा में 7 हाईवा जब्ती की कार्रवाई के 24 घंटे बाद रविवार रात को भी कुछ खदानों से रेत निकाली जाती रही।
कांकेर तथा चारामा इलाके में महानदी से बड़े पैमाने पर रेत चोरी हो रही है। दोनों जगह रेत चोरी करने एक ही पैटर्न अपनाया जा रहा है। शाम को सरकारी दफ्तर बंद होने के बाद से सुबह तक चोरी की जाती है। चारामा रेत माफिया की पसंदीदा जगह है। ग्रामीणों ने बताया 24 अगस्त की रात धरपकड़ के बावजूद अब भी चारामा के गिरहोला, बासनवाही, सराधुनवागांव, भिलाई तेलगुड़ा, हाराडुला महानदी घाट से जेसीबी व चेन माउंटेन से रेत चोरी की जा रही है।
दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव से रोजाना बड़ी संख्या में हाईवा रोज शाम को चारामा पहुंचती है। बड़ी संख्या में हाईवा पहुंचने के बावजूद पुलिस इनके चालकों से पूछताछ नहीं करती है। चारामा क्षेत्र में माफिया बेखौफ पूरी रात रेत चोरी कर जिले से बाहर लेजाकर बेच रहा है। रेत चोरी करने पहुंचे हाईवा रात व अंधेरा होने के इंतजार में नेशनल हाईवे में जैसाकर्रा व लखनपुरी के पेट्रोल पंप तथा रास्ते में पड़ने वाले ढाबों में बेतरतीब तरीके से खड़े किए जाते हैं।
दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव से रोज पहुंच रहीं गाड़ियां, पूछताछ भी नहीं
कांकेर में मॉर्निंग व लंच टाइम में होती है चोरी
कांकेर के नारा, कोदाभाट, देवरी, नवागांव, घोटिया, मनकेसरी, माकड़ी में ट्रैक्टर से रेत चोरी की जा रही है। यहां फर्क इतना है कि ट्रैक्टर वाले सुबह दफ्तर खुलने के पहले व लंच टाइम में चोरी कर रहे हैं। शुक्रवार सुबह 6 बजे कोदाभाट हटकुल नदी तथा देवरी चिनार नदी में ट्रैक्टर से रेत चोरी होती रही। शहर में रेत भरकर घूम रहे ट्रैक्टरों को भी विभाग पकड़ने में नाकाम है।