लखनऊ।आज पुलिस महानिदेशक/ महानिरीक्षक ,
कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं आनंद कुमार द्वारा जिला कारागार गाजियाबाद का सघन निरीक्षण किया गया. कारागार का निरीक्षण करते हुए सर्वप्रथम उन्होंने कारागार की सुरक्षा व्यवस्था के विभिन्न बिंदुओं को चेक किया इसी अनुक्रम में उन्होंने सर्वप्रथम कारागार के सिंहद्वार से लेकर कारागार के विभिन्न द्वारों पर बंदियों तथा आगंतुकों की तलाशी व्यवस्था को देखा तथा इसको और बेहतर बनाये जाने से संबंधित पडताल की अपने सामने ही बंदियों की तलाशी व्यवस्था को जांचा परखा
कारागार में तलाशी के अत्याधुनिक उपकरण हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर
पोल मेटल डिटेक्टर सीसीटीवी कैमरे आदि ठीक से काम कर रहे कि नहीं यह स्वयं देखा कारागार में यह सभी व्यवस्थाएं पूर्ण रूप से कार्य करती हुई पाई गई. बंदियों की तलाशी भी गहनता से की जा रही थी ।
इसके पश्चात उन्होंने जिला जेल गाजियाबाद में ड्राइंग पेंटिंग की एक कार्यशाला का उद्घाटन किया इस कार्यशाला में
एक आर्ट गैलरी भी है जहां बंदी गण खूबसूरत रेखा चित्र तैल चित्र एवं जल रंग से निर्मित चित्र बना कर प्रदर्शित करते हैं ,
एक विचाराधीन बंदी अरुण राणा के बनाये हुए खूबसूरत चित्र को जेल अधीक्षक श्री विपिन मिश्र द्वारा
पुलिस महानिदेशक महोदय को भेंट किया गया।
जिला कारागार डासना गाजियाबाद में बंदियों एक रेडियो स्टेशन संचालित किया जा रहा है इस रेडियो स्टेशन में कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहे बंदियों से उन्होंने बात की तथा उनकी प्रतिभा को सराहा . उन्होंने रेडियो स्टेशन संचालन प्रक्रिया को भी देखा
रेडियो स्टेशन के माध्यम से कारागार के सभी बंदियों को उन्होंने यह संदेश दिया कि बंदियों के लिए रेडियो स्टेशन जैसी उपयोगी व्यवस्था अन्य कारागारों में भी लागू की जा रही हैं ।
इसके अतिरिक्त उनके कल्याण पुनर्वास तथा सुधार के हर संभव प्रयास किए जाएंगे किंतु कारागारों में किसी भी प्रकार की अनियमितता एवं अवैध वस्तुओं का प्रचलन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा पेशेवर अपराधियों के लिये कारागार प्रशासन जेलों में कठोर अनुशासन व्यवस्था लागू किए जाने के लिए प्रतिबद्ध है.
तथा कारागार प्रशासन अनुशासनहीन बंदियों से सख्ती से पेश आएगा।
कारागार की उच्च सुरक्षा बैरक में निरुद्ध बंदियों तथा उनकी व्यवस्था भी देखी
सामान्य बैंरकों में निरुद्ध बंदियों से भी मिले तथा उनसे कारागार की चिकित्सा व्यवस्था भोजन व्यवस्था तथा अन्य सुविधाओं के प्राप्त होने अथवा ना होने के संबंध में बातचीत की बंदियों ने कारागार प्रशासन की व्यवस्थाओं को आवश्यकतानुसार अच्छा बताया.
महिला बैरक का निरीक्षण करते हुए महिला बंदियों के लिए विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा चलाए जा रहे सुधारात्मक कार्य सिलाई कढ़ाई जैम जेली अचार मुरब्बा हस्तकला इत्यादि बनाए जाने के कार्यों को देखा अन्य सभी प्रकार की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया
पुरुषों के पुनर्वास एवं सुधारात्मक कार्यों का भी बारीकी से निरीक्षण किया इनमें बंदियों के लिए डांसिंग क्लास बंधुओं द्वारा संचालित म्यूजिकल ग्रुप “धुन”,
बंदियों की कंप्यूटर शिक्षा के लिए चल रही कंप्यूटर क्लासेस, कारागार में बिम्टेक द्वारा स्थापित सुव्यवस्थित लाइब्रेरी को देखा तथा प्रशंसा की।
कारागार हॉस्पिटल में निरुद्ध बंदियों से मिले तथा बीमार बंदियों के इलाज के से संबंधित जानकारी प्राप्त की उन्होंने निर्देशित किया की कारागार में निरुद्ध बीमार बंदियों की पूरी देखभाल की जाए तथा उनकी चिकित्सा व्यवस्था में कोई कमी ना की जाए निरीक्षण के दौरान उनके साथ जेल सुपरिंटेंडेंट
श्री विपिन मिश्रा जेलर श्री आनंद शुक्ला जेल डॉक्टर श्री प्रियदर्शन तथा डॉक्टर त्यागी,
गाजियाबाद जेल में तैनात डिप्टी जेलर एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।