दुद्धी।(भीमकुमार) दही-हांडी उत्सव कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर श्री संकट मोचन मंदिर पर भव्य व आकर्षक तरीके से मनाया गया। जिसके बाद नगर के समस्त झाँकियाँ झूमते नाचते गाते ढोल नगाड़े के साथ टाउन क्लब मैदान में पहुँचे जहाँ तीन वर्षों से हो रहे विश्व हिंदू परिषद से दही हाण्डी का आयोजन में समस्त झाँकियोँ के मंडली ने प्रतिभाग किया। जिसमें माँ काली मंदिर, शिवाला मंदिर,पंचदेव मंदिर, रामनगर की झांकिया समेत दर्जनों के ग्रुप के सदस्यों में प्रतिभाग किया। जिसमें पंचदेव मंदिर के सदस्यों ने टीसीडी ग्राउंड पर हो रहे दही हाण्डी में जीत हासिल किया। जिसे विधायक दुद्धी व रामलीला कमेटी के सदस्यों ने हजारों रुपये व आकर्षित पुरस्कार प्राप्त किया। दही हाण्डी का आयोजन भगवान कृष्ण का जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को हुआ था, इसलिए हर वर्ष इस तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। वहीं, भगवान कृष्ण का बचपन गोकुल में नंद जी और माता यशोदा के यहां बीता था, इसलिए हर वर्ष उनकी बाल लीलाओं की स्मृति में दही-हांडी उत्सव का आयोजन किया जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण के धरती पर जन्म लेने की खुशी में चौराहों पर दही और मक्खन से भरी मटकियां या हांडी लटकाई जाती हैं।बच्चे और युवा गोविंदा बनकर इस उत्सव में शामिल होते हैं। गोविंदा की अलग-अलग टीम इन मटकियों को फोड़ने का प्रयास करती हैं, जो इसमें सफल होता है उसे पुरस्कार आदि भी दिया जाता है।