जनहित के विरुद्ध कार्य करने वालो का  करे विरोध

राजनीतिक सत्ता को सामाजिक सत्ता नियंत्रित करे तभी ग्राम स्वराज्यबनवासी सेवा आश्रम में गांधी के 150वी जयंती वर्ष में दो दिवसीय कार्यशाला का समापनम्योरपुर सोनभद्र विकास अग्रहरीसामाजिक संस्थान बनवासी सेवा आश्रम के विचित्रा महाकक्ष में गया गांधी के 150वी जयंती वर्ष में शनिवार को वर्तमान परिपेक्ष्य में रचनात्मक कार्य की दिशा व स्वरूप नामक दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय संगोष्टी का समापन सामाजिक सत्ता को मजबूत करते के साथ जनहित के खिलाफ कार्य करने वाले का विरोध करने ,समता मुलक समाजक निर्माण ,सामूहिक निर्णय लेने की प्रवृति को बढ़ाने के संकल्प के साथ समापन हुआ दो दिन के संगोष्टी में, निर्णय लिया गया मानवतावादी विचार को स्थापित करने में जिन व्यक्तियों ने अपना सकारात्मक योगदान किया है वे सभी हमारे पूर्वज है,।इस बात पर भी चर्चा हुई कि सेवा एवम रचना के कार्यो के साथ मानवीय आदर्शों और मूल्यों की अभिव्यक्ति साथ साथ चलना चाहिए। रमेश मिश्र अविनाश काकड़े ,ने कहा कि स्वतंत्रता,समता और विश्व बन्धुत्व के लक्ष्यों को लोक तांत्रिक निर्णय पद्दति द्वारा हासिल करना है। कहा कि बेरोजगारी और पर्यावरण संकट अति केंद्रित अधौगिक सभ्यता का दुष्परिणाम है। मौके पर पंडित अजय शेखर,नंदी, सलांगो,आभा, आर आर मूर्ति,मनोज महापात्रा,वसुधा,चंदन शुक्ला,नसीम, सतेंद्र, राम धीरज,धुरवानन्द शरण, रमेश ,धनन्जय,समेत ओड़िसा, कोलकत्ता,तमिलनाडु, आंध्रा ,केरल महाराष्ट्र, दिल्ली झारखंड, मध्यप्रदेश, बिहार समेत यूपी के विभिन्न जिलों के 70 लोगो ने प्रतिभाग किया।संचालन अरविंद अंजुम और धन्यबाद ज्ञापित शुभा प्रेम ने किया।

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