फाइल फोटो
नई दिल्ली।फ्रांस की राजधानी पेरिस में शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, भारत और फ्रांस की मित्रता पूरी तरह से अटूट है। भारत-फ्रांस के संबंध दोस्ती से भी बढ़कर है।जब भारत ने विश्वकप जीता था तो भारत में भी बढ़-चढ़कर जश्न मनाया गया था। हमारी दोस्ती किसी स्वार्थ पर नहीं, बल्कि ‘लिबर्टी, इक्वलिटी और फ्रेटरनिटी’ के ठोस आदर्शों पर टिकी है. फ्रांस में एयर इंडिया के दो विमान हादसों में कई भारतीय यात्रियों का निधन हुआ था
।इनमें भारत के महानतम वैज्ञानिकों में से एक डा होमी जहांगीर भाभा भी थे। जिन्होंने इस हादसे में अपने प्राण गंवाए, उन्हें मैं श्रद्धांजलि देता हूं। इस समय पूरा पेरिस राममय हो गया है. मैं फ्रांस की सरकार, राष्ट्रपति मैक्रों, और फ्रांस की जनता का मुझे आमंत्रित करने और आप सभी से मिलने का अवसर देने के लिए आभार व्यक्त करता हूं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, मैंने पहले कहा था कि भारत आशाओं और आकाक्षांओं के सफर पर निकलने वाला है। आज मैं आपसे नम्रता से कहना चाहता हूं कि हम न सिर्फ उस सफर पर निकल चुके हैं, बल्कि 130 करोड़ देशवासियों के प्रयासों से भारत तेज गति से विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैं कुछ दिनों बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से भी बात करूंगा और उनसे कहूंगा कि वार्ता द्विपक्षीय होनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि फ्रांस अगले महीने भारत को 36 राफेल लड़ाकू विमानों में से पहले विमान की आपूर्ति कर देगा। मैक्रों के बयान के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच दोस्ती किसी स्वार्थ पर नहीं टिकी है, बल्कि यह ‘स्वतंत्रता, समानता और भाइचारे के ठोस सिद्धांतों पर आधारित है। मोदी ने कहा, ‘‘दोनों देश लगातार आतंकवाद का सामना कर रहे हैं। हमारा इरादाआतंकवाद के खिलाफ सहयोग को व्यापक बनाना है।’’ उन्होंने कहा कि फ्रांस और भारत जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण और प्रौद्योगिकी समावेशी विकास की चुनौतियों का सामना करने के लिए एक साथ खड़े हैं। मोदी ने कहा, ‘‘हम सब मिलकर एक सुरक्षित और समृद्ध दुनिया का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।’’ मोदी ने चेतऊ डी चैन्टिली में मैक्रों के साथ वार्ता शुरू होने से पहले ट्वीट किया, ‘‘ यह यात्रा फ्रांस के नेतृत्व के साथ पहले की गई बातचीत को आगे बढ़ाएगी।’’