लाखो की लागत से बन रहा शवदाहगृह गंगा में समाहित

प्रयागराज- लवकुश शर्मा
हंडिया- हड़िया क्षेत्र के ग्रामसभा टेला में शासन द्वारा स्वीकृत शवदाह गृह के निर्माण के लिए कार्य कराया जा रहा था। निर्माणाधीन शवदाह गृह की दीवार गंगा नदी की कटान के चलते भरभरा कर गिर गई।जिससे सारा मलबा पानी में चला गया । निर्माणाधीन शवदाह गृह की दीवार गिरने की खबर ग्रामीणों को जैसे ही हुई उक्त खबर जंगल में आग की तरह फैलती चली गई लोग शवदाह गृह स्थल पर इकट्ठे हो गए। स्थानीय लोगों ने ग्राम प्रधान व कार्यदाई संस्था के खिलाफ निर्माण कार्य में अनियमितता बरतने की आरोप लगाना शुरू कर दिया ।शवदाह गृह का निर्माण कराए जाने पर मानक के अनुरूप कार्य न करने व उचित सामग्री ना लगाने का आरोप लगाते हुए निर्माण कार्य पर सवालिया निशान खड़े किए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया निर्माण कार्य में मानक के अनु रूप बालू सीमेंट सरिया का प्रयोग नहीं किया गया है इसके चलते उक्त दीवार गिरी है। वही चर्चा रही की आकाशीय बिजली के गिरने के चलते दीवार गिरी है।जिसे ग्रामीणों ने एक सिरे से नकार दिया। चर्चा रही लगभग 38 लाख की लागत से शवदाह गृह का निर्माण कराया जा रहा है जिसे पूर्व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के द्वारा स्वीकृत कराया गया था। वही इस बात को प्रधान पति बीडी मिश्रा एक सिरे से नकारते हुए कहाके स्थानीय निवासियों के द्वारा जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह बिल्कुल बेबुनियाद है सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के कार्यकाल में शासन द्वारा चौबीस लाख रुपए स्वीकृत किये गए थे जिनसे उक्त शवदाह गृह का निर्माण कराया जा रहा है। दीवाल का गिरना यह दैवी आपदा ही कही जाएगी क्योंकि गंगा नदी की कटान इतनी तेजी से बढ़ रही है जिसके चलते उक्त क्षति हुई है जिसको ठेकेदार द्वारा पुनः निर्माण कराया जाएगा। सच्चाई क्या है एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए हैं इसकी परत आला अधिकारियों की जांच के बाद ही खुल पाएगी।

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