दुद्धी, सोनभद्र।(भीमकुमार) बिछड़ी कुछ इस अदा से कि रुत ही बदल गई, इक शख्स सारे मुल्क को वीरान कर गईं। ये वो मार्मिक लाइनें हैं जो भारतीय राजनीत की प्रखर वक्ता और बेहद मयनाज़ हस्ती पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज के निजी व्यक्तित्व पर बिल्कुल सटीक बैठती है। सुषमा स्वराज एक ऐसी सियासतदां जो जात-पात, ऊंच-नीच और धर्म-मजहब से ऊपर उठकर लोगों की सेवा करती थी। जिनके ज़िंदगी का एकमात्र मकसद सिर्फ देश का नाम रोशन करना और मुल्क को मजबूत करना था। दुनियां को अलविदा करने से पहले धारा 370 पर लोकसभा में वोटिंग की जीत पर सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देशवासियों को बधाई दी थी। उनकी रूह हमेशा भारतीय राजनीति की नुमाइंदगी करती रहेगी। उनका भारत देश से जो जज्बाती तालुक था उसे कभी फरामोश नहीं किया जा सकता। बुद्धवार की सुबह उनके निधन से शोकाकुल नगरवासियों ने संकट मोचन मंदिर तिराहे पर एक शोक सभा का आयोजन किया। भाजपा के वरिष्ठ नेता दिनेश अग्रहरि एड. ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय राजनीत ने एक ऐसे ओजस्वी जनप्रतिनिधि को खोया है जिसकी भरपाई मुश्किल है। नगरवासियों ने दो मिनट का मौन धारण कर मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। शोक सभा में नगर चेयरमैन राज कुमार अग्रहरी, जामा मस्जिद के सदर मोहम्मद शमीम अंसारी, व्यापार मंडल अध्यक्ष बिपिन बिहारी, रामेश्वर राय, कमलेश सिंह कमल, दिलीप पांडे, कमलेश मोहन, सुरेंद्र गुप्ता, सुमित सोनी, गोरख अग्रहरि व्यापार मंडल के अध्यक्ष अछैबर नाथ गुप्ता, अमरनाथ, कन्हैया लाल, संजु तिवारी, दिनेश आढ़ती सहित अन्य लोग उपस्थित थे।