दिमागी बुखार से पीड़ित मरीजों के इलाज में लापरवाही बरतने पर अधीक्षक पर गाज गिरना तय

मस्तिष्क ज्वर के मरीजों को इलाज़ की जगह दूसरे दिन थमाई रिफर पर्ची
-डीएम के निर्देश पर सीएमओ व एसडीएम पहुंचे सीएचसी
अधीक्षक सहित दो नर्स स्थानांतरण की जद में

दुद्धी, सोनभद्र। समस्त दवाईयां और संसाधन मुहैय्या जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराए जाने के बावजूद दुद्धी सीएचसी में तैनात स्वाथ्यकर्मियों द्वारा मरीजों को स्वाथ्य सेवाएं प्रदान किये जाने में कोताही बरती जा रही है। उक्त स्वीकारोक्ति जनपद के मुख्य चिकित्साधिकारी की है। अखबारनवीसों से मुखातिब होते हुए सीएमओ डॉ एस पी सिंह ने कहा कि ये कत्तई क्षम्य नही है। केंद्र अधीक्षक सहित स्वास्थ्यकर्मियों से स्पस्टीकरण मांगा ज रहा है। जवाब अनुकूल न मिलने की स्थिति में केंद्र अधीक्षक सहित संबंधित स्वास्थ्यकर्मियों के विरूद्ध करवाई की जाएगी। स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार को रजखड़ गांव के दिमागी बुखार से पीड़ित मरीजों की उपचार में बरती गई लापरवाही अधीक्षक सहित कुछ स्वास्थ्यकर्मियों पर स्थानांतरण की गाज के रूप में गिरना तय माना ज रहा है।स्वास्थ्यकर्मियों ने लापरवाही की सभी हद पार कर दिया| गुरुवार की सुबह दिमागी बुखार से पीड़ित बच्चों को फर्श पर सुलाने एवं इलाज शुरू न होने संबंधी प्रकरण संज्ञान में आने के बाद सख्त हुए डीएम के निर्देश पर अस्पताल धमके एसडीएम एवं सीएमओं ने वस्तुस्थिति का जायजा लेने के बाद उन्हें स्थिति से रूबरू कराया| आलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने लापरवाह सीएचसी अधीक्षक डा आरजी यादव को यहां से हटने के लिए तैयार रहने की चेतवानी भी दे दिया| इसके साथ ही गंभीर रूप से पीड़ित दो बच्चों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया| जबकि अन्य बच्चों का यही उपचार शुरू करा दिया गया है|
गुरूवार की सुबह रजखड गांव से आये पूर्व प्रधान रमाशंकर सिंह ने देखा कि बुधवार को वे जिन बच्चों को बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया था,वे सभी बच्चे अस्पताल वार्ड के मुख्य गेट के समीप फर्श पर लेते हुए थे| उनके परिजनों ने बताया कि बुधवार दोपहर के बाद न तो मरीज को देखा गया,और नाही कोई उपचार हुआ है| इतना ही नहीं मरीजों को बेड तक से उपलब्ध नहीं कराने की वजह से वे जमीन पर चादर बिछाकर बच्चों को लिटा दिए| किसी तरह रात काटने के बाद जब परिजन सुबह आपात मरीज देखने आये एक चिकित्सक से बच्चों का इलाज शुरू करने की बात कही तो झुझलाते हुए चिकित्सक ने उन्हें रेफर पर्ची थमा कर वहां से चले गए| आठ बजे खुलने वाले अस्पताल में गुरूवार को सुबह साढ़े नौ बजे तक किसी चिकित्सक की उपस्थिति न होने,स्वास्थ्य सुविधा में लापरवाही एवं अस्पताल में व्याप्त दुर्व्यवस्था से लोगों ने जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल को अवगत करा दिया| इसके कुछ ही देर बाद उपजिलाधिकारी सुशील कुमार यादव मौके पर पहुंचकर रजखड़ गांव के दीमागी बुखार से पीड़ित बच्चों एवं उनके परिजनों का बयान दर्ज करने के बाद गंभीरवस्था में पड़ी हिरवंती एवं पवन को तत्काल एंबुलेंस से जिला अस्पताल के लिए रवाना किया| इसके साथ ही वे वार्ड में भर्ती अन्य मरीजो से भी पुछताछ करने के बाद अधीक्षक एवं अन्य से पक्ष जाना| लापरवाही का मामला संज्ञान में आते ही वे जिलाधिकारी को मामले से अवगत कराया| इसके कुछ ही देर बाद सीएमओ एसपी सिंह भी मौके पर पहुंच कर वस्तु स्थिति से रूबरू होने के साथ मातहत अधिकारियों एवं कर्मियों पर बरस पड़े। सीएमओ ने तत्काल प्रभाव से अस्पताल के अधीक्षक आरजी यादव को हटा जिला मुख्यालय से सबद्ध कर अस्पताल परिसर का आवास खाली कर उसमें डॉ शाह आलम को शिफ्ट होने के निर्देश दिए।

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