30 जुलाई से लमही में मुंशी प्रेमचन्द जयंती के मौके पर दो दिवसीय लमही महोत्सव का है आयोजन।
वाराणसी। राष्ट्रीय कहानीकार और उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचन्द की 139वीं जयंती के ठीक पहले वाराणसी में उनके पैतृक गांव लमही स्थित मुंशी प्रेमचन्द स्मारक भवन की बिजली काट द गयी है। एक तरफ उनकी जयंती समारोह की तैयारी है तो दूसरी तरफ उनका पैतृक आवास और स्मारक में अंधेरा पसरा है। बिल बकाया होने के चलते वहां की बिजली काटकर कर्मचारी मीटर भी उखाड़ ले गए हैं। हालांकि इस बाबत गांव के प्रधान और मुंशी प्रेमचन्द मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेश सिंह ने अफसरों को इससे अवगत कराया है, बावजूद इसके अब भी स्मारक अंधेरे में डूबा है।
जानकारी के मुताबिक स्मारक की बिजली 23 जुलाई को ही बकाए के चलते काट दी गयी। उसके बाद से ही वहां अंधेरा पसरा है। मीडिया को दिये अपने बयान में कमिश्नर ने स्मारक और आवास की बिजली कटने की सूचना नहीं। उन्होंने इस मामले में अफसरों से बात करने की बात कहा है। एक दिन बाद 30 जुलाई से दो दिवसीय लमही महोत्सव का आगाज होगा। इसमें कई देशों से लोग जुटेंगे वहीं उसके पहले ही स्मारक में अंधेरा छा चुका है। मुंशी प्रेमचन्द 31 जुलाई को वाराणसी के लमही में पैदा हुए थे। इस दिन उनकी जयंती को लमही महोत्सव के रूप में मनाया जाता है।